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SBI interest rates: नई ब्याज दरें 15 जून 2025 से लागू हो रही हैं. (Image : Freepik)
SBI Reduces Lending Rates Following RBI’s Repo Rate Cut: एसबीआई से लोन लेने वालों के लिए राहत भरी खबर है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में 0.50% (50 बेसिस पॉइंट) की कटौती के बाद, देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (SBI) ने भी अपने लोन की ब्याज दरों में 0.50% तक की कमी कर दी है. इस बदलाव से होम लोन सहित कई दूसरे लोन सस्ते होंगे. नई ब्याज दरें 15 जून 2025 से लागू हो रही हैं.
RBI जब रेपो दर घटाता है, तो उसका सीधा असर उन लोन की ब्याज दरों पर पड़ता है जो EBR (External Benchmark Rate), EBLR (External Benchmark Lending Rate) और RLLR (Repo Linked Lending Rate) से जुड़े होते हैं. यानी होम लोन, पर्सनल लोन जैसे लोन सस्ते हो सकते हैं, जिससे आपकी EMI कम आती है.
यहां एसबीआई के नए लोन की ब्याज दरों की पूरी जानकारी दी गई है, जो 15 जून 2025 से लागू हो रही हैं. इनमें होम लोन भी शामिल हैं.
SBI MCLR
हालांकि 14 जून 2025 तक SBI ने MCLR में कोई बदलाव नहीं किया है. यानी कुछ फिक्स्ड लोन अभी भी पुराने रेट पर ही मिलेंगे. MCLR दरें इस प्रकार हैं:
ओवरनाइट और 1 महीने की MCLR: 8.20%
3 महीने की MCLR: 8.55%
6 महीने की MCLR: 8.90%
1 साल की MCLR: 9.00%
2 साल की MCLR: 9.05%
3 साल की MCLR: 9.10%
SBI EBR
15 जून 2025 से SBI ने अपना EBR घटाकर 8.65% से 8.15% कर दिया है. एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार, एक्सटर्नल बेंचमार्क रेट यानी ईबीआर दो हिस्सों से मिलकर बनती है. एक तो आरबीआई द्वारा तय किया गया रेपो रेट और दूसरा बैंक द्वारा जोड़ा गया स्प्रेड. मौजूदा समय में रेपो रेट 5.5% है और एसबीआई ने उस पर 2.65% का स्प्रेड जोड़ा है, जिससे कुल ईबीआर 8.15% बनती है. इसी आधार पर एसबीआई ने अपने लोन की ब्याज दरों में कटौती की है. इसी दर को आधार बनाकर SBI अपने फ्लोटिंग रेट वाले होम लोन, MSME लोन आदि पर ब्याज तय करता है.
SBI होम लोन ब्याज दरें
एसबीआई की होम लोन ब्याज दरें 15 जून 2025 से लागू हो रही हैं और ये आपके सिबिल स्कोर, लोन अमाउंट और अवधि पर निर्भर करती हैं. सामान्य होम लोन की दरें 7.50% से 8.45% तक हैं, जबकि मैक्सगेन ओवरड्राफ्ट लोन पर ब्याज 7.75% से 8.70% और टॉप-अप लोन पर आठ से लेकर 8.00% से 10.50% तक है. ये नई दरें 15 जून, 2025 से लागू हो रही हैं.
खास बात ये है कि एसबीआई से मिलने वाले सभी होम लोन EBLR से जुड़े होते हैं और मौजूदा ईबीएलआर 8.15% है. अलग-अलग लोगों के लिए ब्याज दरें उनके CIBIL स्कोर, लोन अवधि और अन्य कारकों के आधार पर भी अलग-अलग हो सकती हैं.
लोन लेने पर प्रोसेसिंग फीस लोन राशि का 0.35% होती है, जिसमें न्यूनतम 2,000 और अधिकतम 10,000 रुपये शुल्क लिया जाता है, जीएसटी अलग से देय होता है. उदाहरण के लिए, 20 लाख रुपये के लोन पर प्रोसेसिंग फीस 7,000 रुपये प्लस जीएसटी होगी.
CIBIL स्कोर क्या है और क्यों जरूरी है?
सिबिल एक आरबीआई द्वारा मान्यता प्राप्त क्रेडिट ब्यूरो है जो आपकी लोन चुकाने की आदतों के आधार पर तीन अंकों का स्कोर बनाता है, जो 300 से 900 के बीच होता है. 700 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है, जबकि 800 से अधिक स्कोर बेहतरीन होता है जिससे लोन आसानी से मिल सकता है और ब्याज दर भी कम हो सकती है. वहीं 600 से कम स्कोर को जोखिमभरा माना जाता है, जिससे लोन रिजेक्ट हो सकता है या महंगे ब्याज पर मिल सकता है. सिबिल के अलावा एक्सपेरियन, इक्विफैक्स और हायमार्क भी आरबीआई द्वारा मान्यता प्राप्त क्रेडिट स्कोर एजेंसियां हैं.