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Senior Citizen Investment: क्या सीनियर सिटीजन को पोस्ट-ऑफिस या बैंकों में फिक्स्ड डिपाजिट खाता खोलना चाहिए?
Senior Citizen Investment: क्या सीनियर सिटीजन को पोस्ट-ऑफिस या बैंकों में फिक्स्ड डिपाजिट खाता खोलना चाहिए? इस सवाल का जवाब कई कारणों पर टिका हुआ है. अगर आप भी इन दोनों में से किसी में खाता खोलने वाले हैं तो ये खबर आपके लिए है. इस आर्टिकल में हम पांच कारकों पर शेड्यूल बैंकों द्वारा दी जाने वाली फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाओं के साथ पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट की तुलना करेंगे. इसके मदडी से वरिष्ठ नागरिकों को यह तय करने में मदद मिलेगा कि दोनों में से कौन सा विकल्प उनके लिए बेहतर है.
टेन्योर
पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट या टाइम डिपॉजिट खाता वरिष्ठ नागरिकों सहित व्यक्तियों को 1, 2, 3 या 5 साल के लिए निवेश करने की अनुमति देता है. इन दौरान ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं. शेड्यूल बैंकों की तुलना में पोस्ट-ऑफिस के पास 10-वर्षीय फिक्स्ड डिपाजिट नहीं है. हालांकि पोस्ट-ऑफिस में एफडी खाते की मैच्योरिटी पर, जमाकर्ता अपने खाते को किसी अन्य अवधि के लिए बढ़ा सकते हैं जिसके लिए खाता शुरू में खोला गया था. बैंक 7 दिनों से लेकर 6-9 महीने की छोटी अवधि की एफडी भी देते हैं, जो पोस्ट ऑफिस में उपलब्ध नहीं है,
ब्याज दर
वित्त वर्ष 2023-24 की मौजूदा तिमाही में पोस्ट ऑफिस 1 साल की एफडी पर 6.9 फीसदी, 2 साल की एफडी पर 7 फीसदी, 3 साल की एफडी पर 7 फीसदी और 5 साल की एफडी पर 7.5 फीसदी ब्याज दे रहा है. हालांकि वर्तमान में, कई बैंक विभिन्न अवधि की जमा राशि पर डाकघर की तुलना में अधिक ब्याज दरों की पेशकश कर रहे हैं. जहां छोटे वित्त बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 9.6 फीसदी तक ब्याज दरों की पेशकश कर रहे हैं, वहीं आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, यस बैंक, इंडसइंड बैंक और बंधन बैंक जैसे बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 8 फीसदी से अधिक एफडी ब्याज की पेशकश कर रहे हैं.
टैक्स लगाना
डाकघर और बैंकों में होने वाले एफडी पर मिलने वाले ब्याज टैक्सेशन के अधीन है. हालांकि डाकघर में 5-वर्षीय टाइम डिपॉजिट और बैंकों में 5-वर्षीय टैक्स सेवर जमा के तहत जमा आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत कटौती के लिए योग्य हैं.
सुरक्षा/गारंटी
किसी भी शेड्यूल बैंक में 5 लाख रुपये तक की जमा राशि पर RBI के DICGC नियमों द्वारा गारंटी दी जाती है. पोस्ट ऑफिस एफडी के मामले में, वरिष्ठ नागरिक या किसी अन्य जमाकर्ता द्वारा निवेश की गई किसी भी राशि पर भारत सरकार की पूरी गारंटी होती है. 5 लाख रुपये से अधिक की राशि के लिए, पोस्ट ऑफिस टीडी द्वारा प्राप्त गारंटी इसे बैंकों द्वारा दी जाने वाली एफडी खातों की तुलना में अधिक सुरक्षित बनाती है.
अकाउंट मैनेज करने में आसानी
डाकघर की तुलना में बैंक डिजिटल तकनीकों को अधिक तेजी से अपना रहे हैं. इससे डाकघर की तुलना में बैंकों में एफडी खाते खोलना और मैनेज करना आसान हो गया है. अधिकांश प्रमुख बैंक अब एफडी खाते ऑनलाइन खोलने और संचालन की अनुमति देते हैं. हालांकि डाकघर ने भी बैंकों की तुलना में ऑनलाइन सर्विसेज प्रदान करना शुरू कर दिया है, लेकिन ग्राहकों को बैंकों के समान ही घर बैठे एफडी खातों के प्रबंधन में आसानी की पेशकश करने के मामले में अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है.