/financial-express-hindi/media/post_banners/JIdDBp5LQGPnosR0rWLI.jpg)
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश में काफी जोखिम होता है.
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश में काफी जोखिम होता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते समय अपनी जोखिम उठाने की क्षमता का आकलन कर लेना चाहिए, ताकि नुकसान होने की स्थिति में ज्यादा पछतावा ना हो. यह ना सिर्फ उतार-चढ़ाव से भरा होता है, बल्कि इससे संबंधित नियम-कानूनों में भी स्पष्टता नहीं है. भारत में रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी रखने को लेकर चेतावनी देता रहा है, लेकिन इसके बावजूद लोगों ने इसमें निवेश करना नहीं छोड़ा है.
SIP के ज़रिए कर सकते हैं क्रिप्टोकरेंसी में इनवेस्ट
इसमें शामिल सभी जोखिमों पर विचार करने के बाद भी, अगर कोई व्यक्ति क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहता है, तो इसके कई तरीके हैं. इन्हीं तरीकों में से एक है सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP). वर्तमान में भारत में कुछ एक्सचेंजों के द्वारा SIP की पेशकश की जा रही है. एक व्यक्ति दैनिक या मासिक आधार पर एक निश्चित राशि में क्रिप्टो खरीदकर और इसे अपने पसंदीदा वॉलेट या हार्डवेयर वॉलेट में स्टोर करके स्वतंत्र रूप से भी SIP कर सकता है. अब एक सवाल जो मन में आता है वह ये है कि आपको क्रिप्टोकरेंसी में SIP करना चाहिए या नहीं.
जानिए, क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
कई फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि पहली बार निवेश करने वालों के लिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए SIP सबसे बेहतर तरीका हो सकता है. Alliance School of Business में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विनय अस्थाना ने FE ऑनलाइन को बताया कि SIP का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें बाजार में टाइमिंग को लेकर किसी तरह की समस्या नहीं होती. इसके साथ ही बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति से बचने के लिए भी SIP एक बेहतरीन विकल्प है.
स्टॉक और म्यूचुअल फंड जैसे ट्रेडिशनल एसेट्स के लांग-टर्म इंवेस्टर्स के लिए SIP एक बढ़िया विकल्प है. लेकिन जब बात आती है क्रिप्टोकरेंसी की, तो डॉ अस्थाना कहते हैं कि क्रिप्टो में ट्रेडिशनल एसेट क्लासेस की तुलना में कई गुना ज्यादा उतार-चढ़ाव होता है. यह क्रिप्टो एसेट्स में निवेश के लिए SIP के समर्थन का एक मजबूत तर्क है. हालांकि, डॉ अस्थाना ने कई ऐसे तर्क दिए, जो क्रिप्टो में SIP के समर्थन को कमजोर करते हैं.
- क्रिप्टो बाजार शेयर बाजारों की तरह एफिशिएंट नहीं हैं.
- क्रिप्टो-एसेट्स ने सभी एसेट क्लासेस में सबसे ज्यादा रिटर्न जनरेट किया है. लेकिन, क्या यह टिकाऊ है? यह एक ऐसा सवाल है जिसने पूरी दुनिया को दो हिस्सों में बांट दिया है. कुछ मानते हैं कि यह एक क्रांति की तरह है, जिसकी तुलना इंटरनेट क्रांति से की जा सकती है. वहीं कुछ का मानना है कि यह एक बुलबुले से ज्यादा कुछ नहीं है.
- क्रिप्टो एसेट्स का वैल्यूएशन मौलिक तरीकों से ट्रेडिशनल एसेट्स से अलग होता है.
- इन सबके अलावा, इसके नियम-कानूनों में स्पष्टता नहीं है. इससे भी जोखिम बढ़ जाता है.
अस्थाना ने आगे कहा, "इन तथ्यों से लगता है कि क्रिप्टो एसेट्स में SIP एक समझदार स्ट्रेटजी है, लेकिन पूरी तरह सही नहीं माना जाना चाहिए, क्योंकि क्रिप्टो-एसेट्स के संबंध में कई बुनियादी मुद्दे अभी भी अनसुलझे हैं."
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर RBI ने कई बार जारी की है चेतावनी
Clear के फाउंडर और CEO अर्चित गुप्ता ने कहा, 'भारत में क्रिप्टोकरेंसी लीगल टेंडर नहीं है. क्रिप्टोकरेंसी के नियम-कानूनों में अस्पष्टता है. RBI ने समय-समय पर निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी रखने को लेकर चेतावनी दी है. इसके अलावा, यह भारी उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है. आपको अपनी जीवन भर की बचत को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।"
हालांकि गुप्ता ने आगे कहा कि अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं तो SIP सबसे बढ़िया तरीका हो सकता है. कई प्लेटफ़ॉर्म आपको केवल 100-500 रुपये प्रति किश्त के साथ क्रिप्टोकरेंसी में SIP शुरू करने की अनुमति देते हैं. इसके अलावा, कई निवेशक साप्ताहिक या मासिक किश्त के विकल्प के बजाय, दैनिक SIP का विकल्प चुनते हैं क्योंकि एक महीने की अवधि के भीतर क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में भारी उतार-चढ़ाव हो सकता है.
(डिस्क्लेमर : इस स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सुझाव संबंधित कमेंटेटर द्वारा दी गई हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन उनकी सलाह के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है. कृपया क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें.)
(Article: Rajeev Kumar)