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SIP Account : म्यूचुअल फंड सेगमेंट में वर्तमान में लगभग 8.4 करोड़ SIP अकाउंट हैं, जिनके माध्यम से निवेशक निवेश करते हैं. (Pixabay)
Economic Survey Report on Mutual Fund : फाइनेंशियल ईयर 2024 म्यूचुअल फंड और इसमें निवेश करने वालों के लिए बेहद शानदार साल साबित हुआ है. इकोनॉमिक सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार इस फाइनेंशियल ईयर में एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) करीब 14 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 53.4 लाख करोड़ रुपये हो गया. इसमें सालाना आधार पर करीब 35 फीसदी की ग्रोथ रही है. रिपोर्ट के अनुसार बीते 3 साल में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश करीब 2 गुना बढ़ गया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 22 जुलाई को इकोनॉमिक सर्वे रिपोर्ट जारी करते हुए संसद में यह जानकारी दी है.
एसआईपी इनफ्लो डबल से ज्यादा
रिपोर्ट के अनुसार पिछले 3 साल में एनुअल नेट एसआईपी इनफ्लो डबल हो गया है. वित्त वर्ष 2021 में एसआईपी इनफ्लो 0.96 लाख करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये हो गया है. इक्विटी-ओरिएंअेड स्कीम के लिए कुल एसआईपी एसेट अंडर मैनेजमेंट इंडस्ट्री के एसेट अंडर मैनेजमेंट का लगभग 35 फीसदी है. सर्वेक्षण में कहा गया है, इससे 31 दिसंबर, 2023 तक भारतीय इक्विटी में म्यूचुअल फंड का ओनरशिप 9.2 फीसदी तक बढ़ गया है, जो 31 दिसंबर, 2021 तक 7.7 फीसदी ही था.
SIP अकाउंट बढ़कर 8.4 करोड़
इसके अलावा, सर्वे में यह भी कहा गया है कि म्यूचुअल फंड सेगमेंट में वर्तमान में लगभग 8.4 करोड़ सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) अकाउंट हैं, जिनके माध्यम से निवेशक नियमित रूप से योजनाओं में निवेश करते हैं. जबकि फाइनेंशियल ईयर 2022 के अंत तक अकाउंट की संख्या 5.2 करोड़ थी. यानी इसमें भी डेढ़ गुना बढ़ोतरी हुई है.
ज्यादातर योजनाओं में ग्रोथ
इकोनॉमिक सर्वे में यह भी कहा गया कि ग्रोथ या इक्विटी-ओरिएंटेड और हाइब्रिड योजनाओं में इनफ्लो म्यूचुअल फंड में नेट इनफ्लो का 90 फीसदी से अधिक है. पैसिव योजनाओं में, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) (गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड के अलावा) में वित्त वर्ष 2024 में नेट एसेट में 37 फीसदी की ग्रोथ देखी गई.
मार्क-टू-मार्केट (MTM) गेंस और इंडस्ट्री के एक्सपेंशन से इस ग्रोथ को बढ़ावा मिला है. इकोनॉमिक सर्वे के अनुसार, म्यूचुअल फंड के माध्यम से इनडायरेक्ट चैनल के माध्यम से रिटेल परर्टिसिपेशन में बढ़ोतरी अधिक महत्वपूर्ण और स्टेबल थी.
वित्त वर्ष 2024 में सेंसेक्स 25 फीसदी मजबूत
इकोनॉमिक सर्वे में कहा गया कि कैपिटल मार्केट देश की ग्रोथ स्टोरी में अब प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं. बढ़ते जियो-पॉलिटिकल रिस्क, बढ़ती ब्याज दरों और कमोडिटी की कीमतों में अस्थिरता के बावजूद भारतीय कैपिटल मार्केट का प्रदर्शन बीते वित्त वर्ष में अन्य उभरते बाजारों में सबसे बेहतर रहा है. वित्त वर्ष 2023-24 में बीएसई का 30 शेयर वाला इंडेक्स सेंसेक्स करीब 25 फीसदी मजबूत हुआ है. चालू वित्त वर्ष में भी यही रुख जारी है और 3 जुलाई को सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान पहली बार 80,000 अंक के लेवल को पार कर गया.