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Small Finance Bank में FD पर अधिक ब्याज, लेकिन कितना सुरक्षित है इनमें निवेश करना?

FD in Small Finance Bank: स्मॉल फाइनेंस बैंकों में सरकारी व निजी बैंकों की तुलना में एफडी पर अधिक दर से ब्याज मिलता है.

FD in Small Finance Bank: स्मॉल फाइनेंस बैंकों में सरकारी व निजी बैंकों की तुलना में एफडी पर अधिक दर से ब्याज मिलता है.

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FE Hindi Desk
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small finance bank fixed deposit rate greater but know here how much secure to do fd in sfb

स्मॉल फाइनेंस में अधिक ब्याज दर पर एफडी कराना उतना ही सुरक्षित है जितना एसबीआई और एचडीएफसी बैंक जैसे सरकारी और प्राइवेट बैंकों में.

FD in Small Finance Bank: केंद्रीय बैंक आरबीआई (RBI) द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी किए जाने के बाद बैंक भी डिपॉजिट दरें बढ़ा रहे हैं. ऐसे में लंबे समय से पैसे लगाने के लिए सुरक्षित विकल्प समझे जाने वाले फिक्स्ड डिपॉजिट्स में निवेश का आकर्षण फिर बढ़ रहा है. एसबाआई और एचडीएफसी बैंक जैसे सरकारी और प्राइवेट बैंकों में एफडी पर 6.5 फीसदी तक रिटर्न हासिल कर सकते हैं. हालांकि अगर बात करें स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) की तो यहां आप एफडी कराते हैं तो साढ़े सात फीसदी तक की दर से ब्याज हासिल कर सकते हैं. अधिक दर पर ब्याज देने के बावजूद निवेशक इसमें निवेश को लेकर असुरक्षित करते हैं. आइए जानते हैं कि इनमें निवेश कितना सुऱक्षित है.

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पांच लाख रुपये तक की जमा सुरक्षित

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किसी बैंक में पांच लाख रुपये तक की जमा इंश्योर्ड होती है. इसका मतलब हुआ कि अगर आपने किसी बैंक में अपने पैसे किसी भी रूप में जमा किए हैं, तो अधिकतम 5 लाख रुपये तक की जमा सुरक्षित रहेगी और अगर किसी वजह से बैंक डिफॉल्ट हो जाता है तो आपको 5 लाख रुपये तक मिलेंगे. यह राशि डीआईसीजीसी (डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन) के डिपॉजिट इंश्योरेंस प्रोग्राम के तहत इंश्योर्ड होती है. यह गारंटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में डिपॉजिट्स पर भी मिलती है. ऐसे में इन बैंकों में एफडी खाते में पांच लाख तक की जमा उतनी है सुरक्षित है जितनी सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों में.

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RBI की निगरानी रहती है स्मॉल फाइनेंस बैंक पर

पब्लिक सेक्टर के बैंकों और निजी क्षेत्र के बैंकों की तरह स्मॉल फाइनेंस बैंक आरबीआई द्वारा शेड्यूल्ड बैंकों में शामिल किए जाते हैं. इस प्रकार ये सीधे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेगुलेट होते हैं. इसके अलावा इनमें जमा किए पैसे पर डीआईसीजीसी की गारंटी भी रहती है. स्माल फाइनेंस बैंकों को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य कम आय वाले लोगों और किसानों-छोटे कारोबारियों इत्यादि को आसानी से कर्ज उपलब्ध कराना है. ये बैंक बड़ी राशि का लोन नहीं देते हैं. इसका कार्यक्षेत्र निश्चित होता है और वे इसी में काम करते हैं. इनमें आम बैंकों की तरह ही सेविंग्स अकाउंट भी खुलता है.

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