/financial-express-hindi/media/member_avatars/RsG3L7DqXrOWG11NtQsz.jpeg )
/financial-express-hindi/media/post_banners/n5nk07jUfYMUYLymqGjv.jpg)
Home Protection: ज्यादातर लोग ऐसे होते हैं जो अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा घर का सपना पूरा करने में खर्च कर देते हैं. (pixabay)
Home Insurance: अपना घर बनाने या खरीदने का सपना सभी को होता है और यादातर लोग ऐसे होते हैं जो अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा घर का सपना पूरा करने में खर्च कर देते हैं. इसके बाद घर को सजाने या घर के अंदर जरूरी सामाना रखने में अलग से खर्च होता है. बहुत से लोग तो ऐसे हैं जो इन सब काम में अपनी पूरी कमाई लगा देते हैं या बड़े कर्ज का बोझ सहते हैं. ऐसे में आपके लिए जरूरी यह हो जाता है आप अपने घर को पूरी तरह से प्रोटेक्शन भी दें. घर को सुरक्षा देने की बात का मतलब है कि प्राकृतिक आपदा से सुरक्षा, जो बिना बुलाए आती है.
असल में प्राकृतिक आपदा से आपकी प्रॉपर्टी का बड़ा नुकसान हो सकता है. प्राकृतिक आपदा कभी बताकर नहीं आती, ये अचानक कभी भी किसी समय आ सकती है, जैसे भूकंप, बाढ़, आगे लगना, तूफान या चक्रवात. ऐसे में इन आपदाओं से होम इंश्योरेंस आपको बेहतर सुरक्षा दिला सकता है. आज कल बीमा कंपनियां होम इंश्योरेंस पॉलिसी की सुविधा देती हैं. लेकिन होम इंश्योरेंस को लेकर बहुत से लोगों में जानकारियों का अभाव होता है. यहां पर आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जीआईसी के चीफ- अंडरराइटिंग एंड क्लेम्स प्रॉपर्टी एंड कैजुअल्टी, गौरव अरोड़ा ने बारे में कुछ जरूरी जानकारियां साझा की हैं. मसलन होम इंश्योरेंस क्यों जरूरी है, इसका लाभ कैसे ले सकते हैं, इंश्योरेंस लेते समय किन बातों का ध्यान रखें.
क्या होम इंश्योरेंस प्रोडक्ट?
होम इंश्योरेंस सामान्य इंश्योरेंस का ही एक रूप है जो आपके घर/और आपके घर के अंदर किसी भी बीमित (इंश्योर्ड) प्रॉपर्टी को हुए नुकसान की लागत को कवर करता है. यह इंश्योरेंस लेने वालों को उनकी सबसे कीमती संपत्ति से जुड़ी किसी आपदा या दुर्घटना की स्थिति में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है. किसी के लिए उसकी संपत्ति और उससे जुड़ी यादें बेहद महत्वपूर्ण हो सकती हैं, इसे ध्यान में रखते हुए होम इंश्योरेंस बेहद जरूश्री होजाता है.
घर का इंश्योरेंस कैसे करा सकते हैं?
बीमा करने वाली कंपनी के चैनल पार्टनर/रिलेशनशिप मैनेजर से संपर्क करके या टोल फ्री नंबर पर कॉल कर या सीधे कंपनी की वेबसाइट पर जाकर होम इंश्योरेंस पॉलिसी जारी करके अपने घर का इंश्योरेंस करा सकते हैं. आपको बस अपने घर या बिल्डिंग की कीमत और घर में रखे सामानों की कीमत के साथ-साथ अपने केवाईसी डिटेल की जरूरत होती है. गौरव अरोड़ा का कहना है कि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जीआईसी में ये सुविधाएं मौजूद हैं.
कितनी राशि का ले सकते हैं इंश्योरेंस?
होम इंश्योरेंस उस पॉलिसी में दिए गए बीमा राशि (सम एश्योर्ड) के 100 फीसदी तक भूकंप, तूफान, बाढ़, चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा सुनिश्चित करता है.
क्या कंपनियां होम इंश्योरेंस देने से मना कर सकती हैं?
मुख्य रूप से, होम इंश्योरेंस कवर से कंपनियां इनकार नहीं करती हैं, हालांकि इमारत के बेहद पुराने या जर्जर होने जैसी कुछ खास स्थिति में इंश्योरेंस कंपनी जोखिम लेने से इनकार कर सकती है.
किन बातों पर विचार करना चाहिए?
कोई भी व्यक्ति जो होम इंश्योरेंस चाहता है उसे अपनी प्रॉपर्टी और उसमें मौजूद सामग्री के लिए व्यापक कवर की व्यवस्था करनी चाहिए. किसी दुर्भाग्यपूर्ण क्लेम में पर्याप्त सुरक्षा के लिए व्यक्ति को घर के निर्माण की वर्तमान दर के अनुसार अपनी बीमा राशि (सम एश्योर्ड) लेनी होगी.
इसके अलावा पॉलिसी जारी करने/सर्विसिंग और क्लेम के मामले में बीमा कंपनी का डिजिटल फुटप्रिंट भी विचार के लिए एक महत्वपूर्ण फैक्टर है. एक डिजिटल सेवी बीमा कंपनी का मतलब सर्विसिंग में टॉप एफिसिएंसी है. ग्राहक को इस बात का पूरा अधिकार होता है कि वह अपनी आवश्यकता के अनुसार किस चीज का, किस कीमत पर इंश्योरेंस कराना चाहता है.
जागरूकता है जरूरी
गौरव अरोड़ा का कहना है कि मार्केट ट्रेंडस में टॉप पर बने रहने से होम इंश्योरेंस पर जागरूकता को बढ़ावा मिल रहा है. कंपनियां कैंपेन के जरिए लोगों को जागरुक करती हैं. इसके अलावा ऐसे इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग पर फोकस करने से भी लोगों को इस बारे में पता चल रहा है. समय समय पर एजेंट्स को ट्रेनिंग दी जाती है. अन्य इंश्योरेंस के साथ होम इंश्योरेंस भी खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने की रणनीति के साथ प्रचलित रिटेल टच प्वॉइंट का लाभ उठाने की स्ट्रैटेजी से भी इस बारे मे जागरुकता बढ़ रही है.