scorecardresearch

Gold Bond : 75 हजारी बनेगा सोना! निवेश करने के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड क्यों बेस्ट विकल्प? ये हैं प्रमुख वजह

Sovereign Gold Bond : सोने में निवेश के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड बेस्‍ट विकल्‍प हो सकता है. इसमें आपको 2.5 फीसदी सालाना एडिशनल रिटर्न मिलता है. मैच्‍योरिटी पूरा होने पर मिलने वाला रिटर्न टैक्‍स फ्री होता है.

Sovereign Gold Bond : सोने में निवेश के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड बेस्‍ट विकल्‍प हो सकता है. इसमें आपको 2.5 फीसदी सालाना एडिशनल रिटर्न मिलता है. मैच्‍योरिटी पूरा होने पर मिलने वाला रिटर्न टैक्‍स फ्री होता है.

author-image
Sushil Tripathi
New Update
SGB redemption, Sovereign Gold Bond return, SGB premature redemption 2025, SGB interest calculation, RBI SGB redemption price, Sovereign Gold Bond investment benefits, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड रिडेम्पशन, SGB समय से पहले रिडेम्पशन, SGB 183% रिटर्न

Gold Return ; सोने को लंबी अवधि में स्टेबल रिटर्न देने के लिए जाना जाता है. लंबी अवधि में इसका रिटर्न कई एसेट क्लास से बेहतर है. (Reuters)

Best Way to Buy Gold : गोल्ड यानी सोना लॉन्ग टर्म परफॉर्मर रहा है. निवेश के लिए यह एक भरोसेमंद विकल्प है. हो सकता है कि इसमें इक्विटी की तरह से अचानक हाई रिटर्न न मिले, लेकिन यह लंबी अवधि में स्टेबल रिटर्न देने के लिए जाना जाता है. लंबी अवधि में इसका रिटर्न कई एसेट क्लास से बेहतर भी रहा है. न सिर्फ आर्थिक अनिश्चितता में बल्कि गोल्ड ने तो शेयर बाजारों की तेजी में भी हाई रिटर्न दिया है. ऐसे में एक्सपर्ट पोर्टफोलियो में 5 से 8 फीसदी अलोकेशन गोल्ड में रखने की बात करते हैं. उनका यह भी कहना है कि गोल्ड में निवेश का बेस्ट विकल्प सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) है, क्योंकि इसमें मिलने वाले कुछ बेनेफिट इसे खास बनाते हैं.  

क्यों सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड बेस्‍ट विकल्‍प

सोने में निवेश के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) बेस्‍ट विकल्‍प हो सकता है. इसमें आपको 2.5 फीसदी सालाना एडिशनल रिटर्न मिलता है, साथ ही कैपिटल गेंस टैक्‍स नहीं लगता. मैच्‍योरिटी पर इसे रिडीम करने पर उस समय 999 प्योरिटी वाले गोल्ड की कीमत की दर से रिटर्न मिलता है. मैच्‍योरिटी पूरा होने पर मिलने वाला रिटर्न टैक्‍स फ्री होता है. इन बॉन्डों का टेन्योर 8 साल होता है. लेकिन 5 साल तक होल्ड करने के बाद इससे बाहर निकल सकते हैं. इस बॉन्ड का इस्तेमाल लोन लेने के लिए कोलैट्रल के रूप में भी किया जा सकता है.

Advertisment

इस पर मिलने वाला ब्‍याज निवेशक के बैंक खाते में छमाही आधार पर जमा किया जाता है. हालांकि यह ब्याज इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के तहत टैक्सेबल है. एक वित्त वर्ष में गोल्ड बॉन्ड से हासिल ब्याज टैक्‍सपेयर की अन्य सोर्स से इनकम में काउंट होता है. टैक्स इस आधार पर लगता है कि टैक्स देने वाला किस स्लैब में आता है. 

बाजार भाव से सस्ता, 1 ग्राम भी खरीद सकते हैं

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कम से कम 1 ग्राम गोल्ड में निवेश करना जरूरी है. इनडिविजुअल्स को अधिकतम 4 किग्रा और ट्रस्ट जैसी एंटिटीज को एक फाइनेंशियल में अधिकतम 20 किग्रा गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने की छूट है. वहीं गोल्ड बॉन्ड की कीमत सोने की बाजार में चल रही कीमत से कम होती है. ऑनलाइन आवेदन और पेमेंट करते हैं तो निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम यानी 500 रुपये प्रति 10 ग्राम डिस्काउंट मिलता है.

गोल्ड: लंबी अवधि में हाई रिटर्न देने की हिस्ट्री

ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल की एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार गोल्ड की लंबी अवधि में हाई रिटर्न (Gold Return) देने की हिस्ट्री रही है. साल 2010 से 2024 तक यानी बीते 15 साल के दौरान इसने 10 फीसदी सीएजीआर के हिसाब से रिटर्न दिया है. इस दौरान गोल्ड करीब 17000 रुपये से बढ़कर 71000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. यानी प्रति 10 ग्राम गोल्ड में करीब 54000 रुपये की तेजी आई है. 

75000 रुपये तक जा सकता है भाव

ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड गोल्ड के लिए टारगेट प्राइस 75,000 रुपए प्रति 10 ग्राम रखा है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज में हेड- कमोडिटी एंड करंसी, अनुज गुप्ता का कहना है कि मौजूदा समय की बात करें तो गोल्ड को अपने पोर्टफोलियो में 5 से 8 फीसदी अलोकेशन देना समझदारी रहेगा. उन्होंने भी गोल्ड में 75000 रुपये का टारगेट 2024 के अंत तक रखा है.

Sovereign Gold Bond Gold Return Best Way to Buy Gold