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SSY Calculator: 21 लाख निवेश पर 71 लाख मिलने की गारंटी, कोरोना संकट का भी असर नहीं

कोरोना वायरस आउटब्रेक​ के चलते कैपिटल मार्केट की हालत खराब है. लोग सुरक्षित निवेश का उपाय खोज रहे हैं.

कोरोना वायरस आउटब्रेक​ के चलते कैपिटल मार्केट की हालत खराब है. लोग सुरक्षित निवेश का उपाय खोज रहे हैं.

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Sushil Tripathi
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SSY Calculator: कोरोना वायरस आउटब्रेक​ के चलते कैपिटल मार्केट की हालत खराब हो गई है. इक्विटी मार्केट हो या म्यूचुअल फंड, हर जगह निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. आगे बाजार की हालत कब ठीक होगी, इस बारे में कुछ कहना अभी मुश्किल है. ऐसे में एक बार फिर निवेशक उन विकल्पों की तलाश में हैं, जहां भले ही रिटर्न स्थिर हो, लेकिन उनका पैसा सुरक्षित रहे. एक विकल्प तो बैंक की जमा योजनाएं हैं, लेकिन इन पर इन दिनों मिलने वाले ब्याज में कमी आई है. हालांकि सुकन्या समृद्धि योजना, पीपीएफ, नेशन सेविंग्स सर्टिफिकेट और किसान विकास पत्र जैसी कुछ योजनाएं हैं, जहां आपको एफडी की तुलना में ज्यादा ब्याज मिल रहा है. यहां हम सुकन्या योजना के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जो भारत सरकार ने बेटियों के लिए शुरू की है.

8.4 फीसदी सालाना ब्याज

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सुकन्या समृद्धि योजना की खास बात यह है कि इसे भारत सरकार ने बेटियों के लिए शुरू किया था. इस योजना के तहत माता-पिता को सिर्फ 14 साल तक निवेश करना होता है. जबकि खाते की मेच्योरिटी अवधि 21 साल है. 14 साल के बाद बचे हुए 7 साल के दौरान 14 साल के क्लोजिंग बैलेंस पर 8.4 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिलता रहता है. 21 साल बाद मेच्योरिटी पर पूरी रकम मिल जाती है.

रिटर्न की गारंटी

भारत में डाकघर की योजनाएं ऐसी हैं, जहां आपको अपने हर एक पैसे पर सुरक्षा की गारंटी मिलती है. इस योजना में एक बार आपका ब्याज लॉक हो गया तो उसी हिसाब से ही आपको रिटर्न मिलेगा. दूसरी ओर बैंक में सिर्फ 5 लाख तक की जमा पर ही बीमा मिलता है. इससे ज्यादा की रकम पर सुरक्षा की गारंटी नहीं है. ऐसे में कोरोना संकट जैसी स्थिति में एसएसवाई बच्ची के भविष्य के लिए बेस्ट विकल्प बन सकती है.

कैसे उठाएं योजना का लाभ?

मौजूदा तिमाही के लिए SSY पर ब्याज दरें 8.4 फीसदी तय की गई हैं. मान लीजिए यदि यह ब्याज दरें बरकरार रहती हैं और 14 साल तक आप हर महीने 12500 रुपये या 1.50 लाख रुपये सालाना (अधिकतम रकम) निवेश करते हैं. ऐसा आपको 14 साल तक करना होगा. 14 साल में 8.4 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से यह रकम 40,51,864 रुपये हो जाएगी. इसके बाद 7 साल तक इस रकम पर 8.4 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से रिटर्न मिलेगा. 21 साल यानी मेच्योरिटी पर यह रकम करीब 71,26,2301 रुपये होगी.

21 लाख कुल निवेश, ब्याज 50 लाख

इस स्कीम में 14 साल तक 1.50 लाख सालाना निवेश पर आपकी ओर से कुल योगदान 21 लाख रुपये का होगा. वहीं, मेच्योरिटी पर आपको करीब 71 लाख रुपये मिलेंगे. यानी आपको 50 लाख रुपये ब्याज के रूप में फायदा होगा.

टैक्स छूट का लाभ

सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना न्यूनतम 250 रुपये जमा किया जा सकता है. इससे पहले सालाना मासिक जमा राशि 1000 रुपये थी. योजना के तहत सालाना कम से कम 250 रुपये और अधिकतम 1.50 लाख रुपये जमा किया जा सकता है. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश आयकर कानून की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है. अगर बेटी की उम्र 18 साल हो जाती है और उसे पढ़ाई या उसकी शादी के लिए पैसों की जरूरत है तो आप जमा राशि की 50 फीसदी तक राशि निकाल सकते हैं.

Small Savings Scheme India Post