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SSY, SCSS, NSC Vs PPF: सुपरहिट हैं पोस्ट ऑफिस की ये बचत योजनाएं, लोकप्रियता में पीपीएफ को भी पीछे छोड़ा

वित्त वर्ष 2021-22 के आंकड़ों के मुताबिक NSC का नेट कलेक्शन 19,619.86 करोड़ रुपये, SCSS का 22,129 करोड़ रुपये और SSY का 23,486 करोड़ रुपये रहा है. जबकि PPF का नेट कलेक्शन केवल 12,846 करोड़ रुपये ही है.

वित्त वर्ष 2021-22 के आंकड़ों के मुताबिक NSC का नेट कलेक्शन 19,619.86 करोड़ रुपये, SCSS का 22,129 करोड़ रुपये और SSY का 23,486 करोड़ रुपये रहा है. जबकि PPF का नेट कलेक्शन केवल 12,846 करोड़ रुपये ही है.

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FE Hindi Desk
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SSY, SCSS, NSC Vs PPF: सुपरहिट हैं पोस्ट ऑफिस की ये बचत योजनाएं, लोकप्रियता में पीपीएफ को भी पीछे छोड़ा

PPF के मुकाबले पोस्ट ऑफिस की SSY, SCSS और NSC स्कीम लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं

PPF vs SSY vs SCSS vs NSC: टैक्स बचाने के साथ-साथ बेहतर रिटर्न देने के मामले में पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) काफी लोकप्रिय रहा है. इसकी बड़ी वजह ये है कि इसमें निवेश करने पर ई-ई-ई (Exempt, Exempt, Exempt) का लाभ मिलता है. इसका मतलब ये है कि इसमें निवेश की रकम के साथ ही साथ उस पर मिलने वाले ब्याज और मैच्योरिटी एमाउंट तीनों पर टैक्स में छूट का लाभ मिलता है. साथ ही इस पर मिलने वाली ब्याज दर भी बेहतर होती है. लेकिन अब पोस्ट ऑफिस की कई छोटी बचत योजनाओं ने डिपॉजिट या कलेक्शन के मामले में PPF को पीछे छोड़ दिया है. इन योजनाओं की लोकप्रियता का खुलासा वित्त मंत्रालय की तरफ से जारी ताजा आंकड़ों ने किया है. 

वित्त मंत्रालय के ताजा आंकड़े बताते हैं कि वित्त वर्ष 2021-21 में पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) का कलेक्शन PPF के मुकाबले काफी ज्यादा है. यानी लोग PPF के मुकाबले पोस्ट ऑफिस की SCSS, NSC और SSY जैसी बचत योजनाओं में निवेश करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. इन सभी स्कीम पर अच्छे रिटर्न के साथ ही सुरक्षा की गारंटी भी होती है. यही वजह है कि इनमें निवेश का बड़ा कारण अपनी जमापूंजी को जोखिम से बचाना भी होता है. साथ ही ये स्कीम बैंक या पोस्ट ऑफिस के फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के मुकाबले कहीं ज्यादा ब्याज का लाभ भी देती हैं.

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संसद में सरकार की तरफ से पेश आंकड़ों पर नजर डालें तो वित्त वर्ष 2021-22 में PPF का कुल कलेक्शन (Gross collection) 21,302 करोड़ रुपये रहा. जबकि SCSS का ग्रॉस कलेक्शन 32,507 करोड़ रुपये, NSC का 40,264 करोड़ रुपये और SSY का ग्रॉस कलेक्शन 24,060 करोड़ रुपये रहा. इन स्कीम का नेट कलेक्शन भी PPF से कहीं ज्यादा है.

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पोस्ट ऑफिस की इन स्माल सेविंग स्कीम पर ग्रास एंड नेट कलेक्शन बढ़े : वित्त मंत्रालय द्वारा संसद में पेश किए गए आकड़ें

वित्त वर्ष 2021-22 के आंकड़े बताते हैं कि NSC के तहत नेट कलेक्शन 19,619.86 करोड़ रुपये, SCSS का नेट कलेक्शन 22,129 करोड़ रुपये और SSY का नेट कलेक्शन 23,486 करोड़ रुपये रहा. जबकि PPF का नेट कलेक्शन केवल 12,846 करोड़ रुपये ही है.

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पोस्ट ऑफिस की इन सभी छोटी बचत योजनाओं का मकसद अलग-अलग है और उनकी विशेषताएं भी उन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए रखी गई हैं. मसलन, सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) लड़कियों के लिए काफी फायदेमंद है, जबकि सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) 60 की उम्र पार कर चुके बुजुर्गो को लाभ देती है. दूसरी तरफ, PPF का मकसद लंबी अवधि के लिए सुरक्षित निवेश है, जिसमें ज्यादातर लोग अपने रिटायरमेंट के बाद की वित्तीय जरुरतों को पूरा करने के लिए पैसे डालते हैं. नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) की खूबी निश्चित अवधि में अच्छा रिटर्न हासिल करना होता है. जिस पर इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है.

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