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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है. बैंक ने अपनी ब्याज दरों में कटौती का एलान किया है. SBI ने मंगलवार को विभिन्न अवधि के लिए MCLR में 0.35 फीसदी की कटौती की है, जो 10 अप्रैल से लागू होगी. यह बैंक द्वारा MCLR में लगातार 11वीं और वित्त वर्ष 2020-21 की पहली कटौती है. एक साल अवधि के लिए MCLR सालाना 7.75 फीसदी से घटकर 7.40 फीसदी हो गया है.
इसी के साथ योग्य होम लोन (जो MCLR से लिंक हैं) पर EMI घट जाएंगी. बैंक ने बताया कि 30 साल के होम लोन पर EMI लगभग 24 रुपये प्रति 1 लाख सस्ती हो गई है. RBI ने कोरोना वायरस के बीच अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए रेपो रेट में 75 बेसिस प्वॉइंट्स की कटौती की थी.
अलग-अलग अवधि में कितना हुआ MCLR ?
एक दिन अवधि के और एक महीने के लिए MCLR को 7.45 फीसदी से घटाकर 7.10 फीसदी कर दिया गया है. तीन महीने की अवधि के लिए MCLR को 7.50 फीसदी से घटाकर 7.15 फीसदी कर दिया गया है. छह महीने की अवधि के लिए MCLR 7.70 फीसदी से कम होकर 7.35 फीसदी रह गया है. वहीं दो साल की अवधि का MCLR 7.95 फीसदी से घटकर 7.60 फीसदी हो गया है. तीन साल की अवधि MCLR अब 8.05 फीसदी से घटाकर 7.70 फीसदी कर दिया गया है.
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RBI ने की थी रेपो रेट में कटौती
बता दें कि कोरोना वायरस से अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान के खतरे को देखते हुए केंद्रीय बैंक RBI ने मार्च में बड़ा एलान किया था. रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बड़ी कटौती कर दी. इस कटौती के बाद अब रेपो रेट घटकर 4.4 फीसदी रह गया है. इसके साथ ही रिवर्स रेपो दर भी 0.90 फीसदी घटाकर इसे 4 फीसदी पर ला दिया गया था.
SBI की तरफ से MCLR घटाने के बाद ग्राहकों के लिए होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन समेत अन्य दूसरे लोन लेना सस्ता हो जाएगा. बैंक के सभी अवधि के कर्ज की ब्याज दरें इसी आधार पर तय होती हैं. बता दें, एबसीआई ने अपने ज्यादातर कर्ज और जमा उत्पादों की ब्याज दर को रिजर्व बैंक की रेपो रेट से जोड़ दिया है.