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देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने रेपो रेट में कटौती का फायदा अपने ग्राहकों को दिया है.
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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कोरोना वायरस के बीच अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए रेपो रेट में 75 बेसिस प्वॉइंट्स की कटौती की है. अब देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने रेपो रेट में कटौती का फायदा अपने ग्राहकों को दिया है. एसबीआई ने यह फायदा उन ग्राहकों को दिया है जो एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBR) और रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) से जुड़े लोन को ले रहे हैं. SBI ने EBR और RLLR में 75 बेसिस प्वॉइंट्स की कटौती की है. यह कटौती 1 अप्रैल 2020 से लागू होगी.
बैंक ने EBR और RLLR को घटाया
एसबीआई ने EBR को सालाना 7.80 फीसदी से घटाकर 7.05 फीसदी कर दिया है. इसके अलावा RLLR को सालाना 7.40 फीसदी से घटाकर 6.65 फीसदी कर दिया है. कर्जधारकों को होम लोन पर ब्याज दरों में कटौती का फायदा होगा. जो होम लोन अकाउंट EBR/RLLR से जुड़े हैं, उनकी ईएमआई 30 साल के लोन पर लगभग 52 रुपये प्रति 1 लाख सस्ते हो गई है.
एसबीआई ने फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) पर ब्याज दरों में भी कटौती की है. यह नई ब्याज दरें 28 मार्च से लागू हैं. रिटेल टाइम डिपॉजिट के रेट में अलग-अलग अवधि में 20 बेसिस प्वॉइंट्स से 50 बेसिस प्वॉइंट्स की कटौती की गई है. इसके अलावा बल्क टाइम डिपॉजिट के रेट में अलग-अलग अवधि में 50 बेसिस प्वॉइंट्स से 100 बेसिस प्वॉइंट्स की कटौती की गई है.
RBI ने की थी रेपो रेट में कटौती
कोरोना वायरस से अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान के खतरे को देखते हुए केंद्रीय बैंक आरबीआई ने शुक्रवार को बड़ा एलान किया है. रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बड़ी कटौती कर दी. इस कटौती के बाद अब रेपो रेट घटकर 4.4 फीसदी रह गया है. इसके साथ ही रिवर्स रेपो दर भी 0.90 फीसदी घटाकर इसे 4 फीसदी पर ला दिया.