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लोन एप्लिकेशन बार-बार हो जाता है रिजेक्ट? तो करें ये काम, प्रॉब्लम हो जाएगी दूर

लोन एप्लिकेशन रिजेक्शन कई कारण से हो सकते हैं. ये टिप्स आपके पक्ष को मजबूत करने और लोन अप्रूवल की प्रक्रिया में तेजी लाने में आपकी मदद करेंगे.

लोन एप्लिकेशन रिजेक्शन कई कारण से हो सकते हैं. ये टिप्स आपके पक्ष को मजबूत करने और लोन अप्रूवल की प्रक्रिया में तेजी लाने में आपकी मदद करेंगे.

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Mithilesh Kumar
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अगर आपने हाल ही में इस तरह के रिजेक्शन का सामना करना पड़ा है, तो उसके पीछे के कारणों को समझना और सही एक्शन लेना बेहद अहम है.

लोन एप्लिकेशन रिजेक्शन (loan application rejection) तमाम कारकों से उपजी हो सकती है. आमतौर पर, लोन पेमेंट में विसंगतियां या देरी प्राथमिक कारणों के रूप में सामने आती है. इसके अलावा इस बारे में जागरूकता की कमी कि निगेटिन क्रेडिट हिस्ट्री लोन अप्रूवल को कैसे प्रभावित करती है, रिजेक्शन का कारण बन सकती है. अगर आपको हाल ही में इस तरह के रिजेक्शन का सामना करना पड़ा है, तो उसके पीछे के कारणों को समझना और सही एक्शन लेना बेहद अहम है.

आपके क्रेडिट स्कोर पर इन रिजेक्शन के प्रभाव की निगरानी करना महत्वपूर्ण है. क्योंकि बार-बार रिजेक्शन आपके स्कोर को खराब कर सकती हैं और इसकी रिकवरी में कई महीने या साल लग सकते हैं. अगर आपके लोन एप्लिकेशन को रिजेक्ट कर दिया गया है, तो यहां बताए गए तरीकों को अपनाकर रिजेक्शन की प्राब्लम (Steps to take for loan application rejection) से छुटकारा पा सकते हैं.

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रिजेक्शन का कारण पता करें

पता करें कि लोन एप्लिकेशन क्यों रिजेक्ट कर दिया गया था. कर्ज देने वाले बैंक या वित्तीय संस्थान अक्सर कारण बताते हैं, जिससे आप पात्रता बढ़ाने के लिए एप्लिकेशन में रह गई कमी को दूर कर सकते हैं. मिसाल के तौर पर गारंटर हासिल करने से आपकी संभावनाएं बढ़ सकती हैं. लोन एप्लिकेशन रिजेक्शन 700 से नीचे क्रेडिट स्कोर होने, अपर्याप्त इनकम, मौजूदा लोन, पहले लोन के रिपेमेंट में देरी या रिपेमेंट न करने, समस्याग्रस्त जॉब हिस्ट्री जैसे तमाम कारकों हो सकते हैं. आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में गड़बड़ी, जैसे कि आपका पैन गलती से किसी और के डिफ़ॉल्ट लोन से जुड़ा होना, भी रिजेक्शन के लिए जिम्मेदार हो सकता है. विशिष्ट कारण को समझना आपकी क्रेडिट स्थिति में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है.

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वक्त पर कर्ज चुकाएं

स्वस्थ क्रेडिट प्रोफाइल बनाए रखने के लिए वक्त पर लोन की किस्त यानी ईएमआई (EMI) या कर्ज चुकाना अहम है. ऐसा करने से लोन एप्लिकेशन के रिजेक्ट होने की संभावना कम हो जाती है. 750 से ऊपर का क्रेडिट स्कोर बेस्ट लोन ऑफर के लिए दरवाजे खोलता है. अगर कम क्रेडिट स्कोर रिजेक्शन का कारण बनता है, तो इसे सुधारने पर ध्यान केंद्रित करें. प्रॉम्ट और कम्पलीट लोन रिपेमेंट धीरे-धीरे आपके क्रेडिट स्कोर को बढ़ाता है. इसके अलावा कम क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो (सीयूआर) बनाए रखें और अपने स्कोर पर प्रतिकूल प्रभावों को रोकने के लिए मौजूदा क्रेडिट कार्ड को बंद करने या नए के लिए आवेदन करने से बचें.

कर्ज- आय रेशियो का आकलन

कर्ज देने वाले बैंकों या वित्तीय संस्थानों की पहुंच उधार के लिए अप्लाई करने वाले लोगों के बकाया लोन रकम तक होती है और किस्त यानी ईएमआई भरने के लिए आपकी आय का कितना हिस्सा लग जाएगा इसका पता लगाने के लिए कर्ज देने बैंक या वित्तीय संस्थान संबंधित बैंक से स्टेटमेंट निकाल सकते हैं. वे आम तौर पर उन कर्ज लेने वाले आवेदकों को पसंद करते हैं जो लोन चुकाने के लिए डिस्पोजेबल आय का 30%-40% से अधिक आवंटित नहीं करते हैं. अगर आपकी वर्तमान प्रतिबद्धताएं इस सीमा तक पहुंचती हैं या उससे अधिक हैं, तो नए लोन हासिल करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप संभवतः लोन एप्लिकेशन रिजेक्ट हो सकती है. ऐसे मामलों में हायर डिस्पोजेबल इनकम अनुकूल होते हैं.

डॉक्युमेंट में न हो कोई खामी

नाम, पता, हस्ताक्षर, पैन, आधार, और लोन एप्लिकेशन के लिए जरूरी दस्तावेजों जैसे आवश्यक विवरणों में सटीकता और स्थिरता सुनिश्चित करें. इन गैर-वित्तीय पहलुओं में बेमेल अनावश्यक अस्वीकृति का कारण बन सकता है, जिससे लोन अप्रूवल की संभावना कम हो सकती है.

बार-बार लोन के लिए एप्लिकेशन देने से बचें

जब आप बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो उधार देने वाले बैंक या वित्तीय संस्थान आपके क्रेडिट हिस्ट्री की हार्ड जांच करते हैं. बार-बार की पूछताछ आपके क्रेडिट स्कोर को मामूली रूप से कम कर देते हैं. ऐसे में कम अवधि में कई लोन एप्लिकेशन आपके क्रेडिट स्कोर को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं. बार-बार रिजेक्शन अक्सर एक पैटर्न का संकेत देती है, जिससे बाद वाले एप्लिकेशन के सफल होने की संभावना कम हो जाती है. अपने स्कोर की सुरक्षा के लिए और आगे रिजेक्शन से बचने के लिए, कई लोन एप्लिकेशन करने से बचें. इसके अलावा कई हार्ड चेक क्रेडिट के लिए उत्सुकता का संकेत देते हैं, जो लेंडर के लिए चिंता बढ़ा सकता है.

क्रेडिट स्कोर की निगरानी नियमित करें

लोन डिफॉल्ट यानी रिपेमेंट में देरी के कारण होने वाले परिवर्तनों के बारे में अपडेट रहने के लिए हर महीने अपने क्रेडिट स्कोर की निगरानी करना जरूरी है. एक्सपीरियन या सिबिल (Experian or CIBIL) से हर महीने क्रेडिट रिपोर्ट हासिल कर सकते हैं. ये क्रेडिट एक्टिविटी, पेमेंट हिस्ट्री और लोन की स्थिति का व्यापक अवलोकन प्रदान करता है. आपके वित्तीय स्वास्थ्य का यह स्नैपशॉट आपको अपने स्कोर की प्रगति को ट्रैक करने और इसे बढ़ाने के लिए सूचित निर्णय लेने की अनुमति देता है. नियमित निगरानी उन विसंगतियों या त्रुटियों का पता लगाने में भी मदद करती है जो आपके स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे आप संबंधित क्रेडिट ब्यूरो के साथ इन मुद्दों को संबोधित कर सकते हैं.

क्रेडिट स्कोर में सुधार होने पर लोन के लिए फिर से करें अप्लाई

लोन एप्लिकेशन रिजेक्शन के प्रभाव से उबरने में आपके क्रेडिट स्कोर को बहाल करने में समय लग सकता है. हालांकि, अगर आपका स्कोर पहले से ही अच्छा है, तो सुधार के लिए आमतौर पर कम समय लगता है. वक्त पर लोन रिपेमेंट और सजग क्रेडिट व्यवहार एक क्षतिग्रस्त स्कोर को बढ़ाने में योगदान करते हैं.

(Views are personal, Article by Adhil Shetty,CEO, Bankbazaar.com)

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