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Stock Market Investment: बाजार में आ चुकी है बड़ी गिरावट, क्या निवेशकों के लिए 'लालची' बन जाने का है मौका

Stock Market: बाजार में आई बड़ी गिरावट के बीच क्या निवेशकों के लिए यह निवेश का सही मौका है? यहां हमने बताया है कि ऐसे समय में निवेशकों की सही स्ट्रेटेजी क्या होनी चाहिए.

Stock Market: बाजार में आई बड़ी गिरावट के बीच क्या निवेशकों के लिए यह निवेश का सही मौका है? यहां हमने बताया है कि ऐसे समय में निवेशकों की सही स्ट्रेटेजी क्या होनी चाहिए.

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FE Hindi Desk
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Stock Market Investment

सही रणनीति के तहत निवेश कर अच्छा खासा रिटर्न जनरेट किया जा सकता है.

Stock Market Investment: बाजार में लगातार गिरावट का दौर जारी है. बाजार किस ओर जाएगा इसका सटीक अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. हालांकि, सही रणनीति के तहत निवेश कर बाजार से अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है. निवेशकों को बाजार में गिरावट के समय घबराकर किसी भी तरह के फैसले लेने से बचना चाहिए. महामारी के चलते लोगों में बचत करने की आदत बढ़ी है. लोगों ने अपने खर्चों में कटौती की, जिसके चलते कच्चे माल और वस्तुओं की आपूर्ति गिर गई व सप्लाई चेन प्रभावित हुआ. इससे कीमतों में उछाल आया और महंगाई बढ़ गई. साथ ही, रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते भी अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है. कोरोना महामारी समेत कई अन्य कारणों के चलते भी निवेशकों में डर लगातार बढ़ रहा है.

बाजार में आई इस बड़ी गिरावट के बीच क्या निवेशकों के लिए यह निवेश का सही मौका है? आइए जानते हैं कि ऐसे समय में निवेशकों को क्या करना चाहिए और उनकी सही स्ट्रेटेजी क्या होनी चाहिए.

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इतिहास से ले सकते हैं सीख

हार्टफोर्ड फंड्स के अनुसार, 1928 के बाद से 26 बियर मार्केट रहे हैं. वहीं, बुल मार्केट 27 रहा है. बियर मार्केट में स्टॉक औसतन 36% गिर जाता है, लेकिन बुल मार्केट के दौरान यह औसतन 114% चढ़ता है. हर बियर मार्केट के बाद एक बुल मार्केट होता है. एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि बियर मार्केट औसतन 289 दिनों तक चलते हैं, जबकि बुल मार्केट 991 दिनों से ऊपर चल सकते हैं.

निवेशकों को मंदी का डर है. लेकिन इतिहास यह भी बताता है कि हर बियर मार्केट के चलते मंदी नहीं आई. यह इकनॉमिक स्लोडाउन भी हो सकता है. 1929 के बाद से दुनिया में 26 बियर मार्केट और केवल 15 बार मंदी आई है. इस तरह, इतिहास से पता चलता है कि बियर मार्केट टेंपररी है. बुल मार्केट की तुलना में एक बियर मार्केट अल्पकालिक होता है. और हर बियर बाजार के बाद शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आता है.

बियर मार्केट के दौरान क्या हो निवेश की स्ट्रेटेजी

सबसे अहम बात यह है कि शांत रहें और घबराएं नहीं. कहीं भी निवेश करने के बजाए सही स्ट्रेटेजी अपनाएं. लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करें न कि शॉर्ट टर्म के लिए. विश्लेषण के आधार पर निर्णय लें न कि भावनाओं के आधार पर. और हां, एक्सपर्ट की मदद जरूर लें.

लंबी अवधि के लिए निवेश करें

वारेन बफेट कहते हैं, "जब दूसरे लालची हों तो डर जाएं और जब दूसरे भयभीत हों तो लालची बनें." ज्यादातर निवेशक ऐसे शेयरों में निवेश करते हैं जो सुरक्षित लग सकते हैं. लेकिन यह शॉर्ट टर्म मानसिकता उनके पोर्टफोलियो को कमजोर करती है, और जब बाजार में वापसी होती है तो वे बड़े फायदे से चूक जाते हैं. कई बड़ी कंपनियां हैं जिनके शेयर की कीमतें बाजार में डर के कारण गिरती हैं, भले ही उनका लॉन्ग टर्म में प्रदर्शन कुछ भी हो. अगर आप जानते हैं कि उन कंपनियों को कैसे चुनना है, जिनमें उछाल की संभावना है तो आप उनके शेयर कम कीमतों पर खरीद सकते हैं. और बाद में अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं.

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अपने पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन लाएं

बियर मार्केट हो या न हो, अपने पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन लाना और शेयरों का मिश्रण रखना हमेशा एक बेहतरीन रणनीति होती है. हर कंपनी के शेयर की कीमतें समान मात्रा में नहीं गिरती हैं. अगर आपके पास नुकसान वाली कंपनियों की तुलना में मुनाफे वाली कंपनियां अधिक हैं तो आप हमेशा फायदे में रहेंगे. यही कारण है कि आपको पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन के लिए एक्सपर्ट्स की मदद लेनी चाहिए. ऐसी कंपनियां हैं जिनके शेयर की कीमतें काफी ज्यादा हैं लेकिन वे कर्ज में डूबी हुई हैं और उनका प्रदर्शन भी अच्छा नहीं है. ऐसी कंपनियों को अपने पोर्टफोलियो से हटा दें.

ऐसी कंपनियों में निवेश करें जिनका फंडामेंटल मजबूत हो. इसके साथ ही, हेल्दी बैलेंस शीट और लंबे समय तक प्रदर्शन करने वाली हों. एक इंडेक्स फंड और ईटीएफ आपको एक स्टॉक में निवेश करने के बजाय कई कंपनियों में अपने फंड में विविधता लाने की अनुमति देता है.

एसेट एलोकेशन पर दें ध्यान

अपने गोल्स, इन्वेस्टमेंट ऑब्जेक्टिव और रिस्क लेने की क्षमता के आधार पर अलग-अलग इन्वेस्टमेंट एसेट्स का एक पोर्टफोलियो रखें. सही रणनीति यह है कि आपके पोर्टफोलियो का एक हिस्सा बाजार की स्थिति के आधार पर आगे और पीछे निवेश किया जाए.

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में कर सकते हैं निवेश

SIP के ज़रिए आप नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश कर सकते हैं. आप एक म्यूचुअल फंड स्कीम में एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड बाजार के साधन हैं जो स्टॉक, बॉन्ड, कमोडिटी आदि में फंड निवेश करते हैं. एकमुश्त निवेश करने के बजाय, आप अलग अलग जगह समान रूप से निवेश कर सकते हैं. यह बाजार में उतार-चढ़ाव के जोखिम को और कम करता है.

(By Videsh K Totaare, MD & CEO, Archers Wealth Management Pvt Ltd)

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