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आईटी शेयरों में तेज बढ़त प्रॉफिट बुकिंग का न्योता दे रही है.
आईटी शेयर जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं. TCS, Infosys, HCL Tecnologies और Wipro के शेयर 52 सप्ताह की ऊंचाई पर पहुंच चुके हैं. टाटा कंस्लटेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयर 3594.60 रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच चुके है. इसी तरह एचसीएल ( HCL Technologies) के शेयरों की कीमत 1158.90 रुपये पर पहुंच गई है. वहीं विप्रो के शेयरों 52 सप्ताह की ऊंचाई हासिल करते हुए 639 रुपये पर पहुंच गए. विश्लेषकों का कहना है कि मिड और स्मॉल कैप शेयरों में करेक्शन और डिजिटलाइजेशन के साथ ही स्थिर रेवेन्यू और प्रॉफिट ग्रोथ की वजह से आईटी कंपनियों में जबरदस्त रैली दिखी है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इस रैली का फायदा उठा कर प्रॉफिट बुकिंग कर लेनी चाहिए या फिर इनमें बने रहना चाहिए.
प्रॉफिट बुकिंग पर क्या है एक्सपर्ट्स की राय
Tips2Trades के को-फाउंडर और ट्रेनर पवित्र शेट्टी का कहना है कि तकनीकी तौर पर निवेशकों को इन शेयरों में प्रॉफिट बुकिंग शुरू कर देनी चाहिए क्योंकि इन शेयरों में बहुत ज्यादा खरीदारी हो चुकी है. शेट्टी के मुताबिक टीसीएस में री-एंट्री के लिए 3350 का लेवल सही है वहीं. इन्फोसिस में 1600 और एचसीएल में 1040 का लेवल री-एंट्री के लिए सही है. CapitalVia Global Research के टेक्निकल रिसर्च हेड आशीष विश्वास का कहना है के पॉजिटिव मोमेंटम,बढ़िया रेवेन्यू ग्रोथ और मजबूत ऑर्डर बुकिंग और स्थिर मार्जिन की वजह से आईटी कंपनियों का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है. सवाल यह है कि क्या इन कंपनियों का प्रदर्शन आगे भी अच्छा रहेगा? क्या इसकी बदौलत आईटी कंपनियों का कारोबार और बढ़ेगा और उन्हें ज्यादा मुनाफा होगा. जाहिर है अगर मुनाफा और बढ़ा तो शेयर और मजबूत होंगे. ऐसे में क्या फिलहाल प्रॉपिट बुकिंग ठीक रहेगी.
आईटी कंपनियों के प्रदर्शन में अभी और मजबूती आएगी
विश्वास का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर ने आईटी कंपनियों के कारोबार को ज्यादा प्रभावित नहीं किया. उनका मानना है कि अभी आई सेक्टर में और ज्यादा ग्रोथ आएगी और टीसीएस, इन्फोसिस, विप्रो और एचसीएल की स्थिति ज्यादा मजबूत बनी रहेगी. इन कंपनियों ने अपना ऑर्डर बुक काफी मजबूत कर लिया है क्योंकि यूरोप और अमेरिकी कंपनियों के रेवेन्यू में गिरावट ने उन्होंने अपना आईटी का काम भारत जैसे विकासशील देशों की आईटी कंपनियों को भेज दिया है. इससे भारतीय कंपनियों का अपना कस्टमर बेस मजबूत करने और रेवेन्यू बढ़ाने का अच्छा मिल गया है. विश्वास का कहना है कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा क्योंकि बाहरी कंपनियों का काम अब इन कंपनियों की बदौलत कम लागत में हो रहा है. यह स्थिति इन कंपनियों को पहले भी मजबूत करती रहेगी.
(Article : Surabhi Jain)
(स्टोरी में दी गई राय और स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)