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FRSB 2020 (T): रिजर्व बैंक द्वारा जारी फलोटिंग रेट सेविंग्स बांड, 2020 (Taxable) बेहतर विकल्प हो सकता है.
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Should You Invest in Floating Rate Savings Bonds, 2020 (Taxable): रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में लगातार कटौती के बाद बैंकों ने अपनी जमा दरों को भी कम किया है. वहीं स्माल सेविंग्स पर भी ब्याज दरें सरकार ने घटा दी हैं. असल में कोविड—19 का जो असर दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है, उसे पटरी पर लाने के लिए सेंट्रल बैंक ब्याज दरों में कमी कर रहे हैं. हाल ही में बाजार में घटी फ्रैंकलिन टेम्पलटन क्राइसिस जैसी घटनाओं ने भी डेट फंड निवेशकों को सतर्क किया है. ऐसे में निवेशक सुरक्षित रिटर्न वाली स्कीम की तलाश कर रहे हैं. ऐसे में आपके लिए रिजर्व बैंक आफ इंडिया द्वारा जारी फलोटिंग रेट सेविंग्स बांड, 2020 (Taxable) बेहतर विकल्प हो सकता है. इस पर एफडी, आरडी या केवीपी जैसी स्कीम के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिल रहा है. वहीं, इस पर सरकार की सॉवरेन गारंटी भी है.
ब्याज दर
आरबीआई ने नया फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बांड जारी किया है, जिसमें अभी ब्याज दर 7.15 फीसदी है. हालांकि इन पर हर 6 महीने में ब्याज दर बदलती रहेगी. हर 6 महीने में 1 जनवरी और 1 जुलाई को ब्याज की दर बदलती रहेगी. एकमुश्त ब्याज के भुगतान का विकल्प नहीं है. इसका मतलब है कि बॉन्ड पर जिस दिन ब्याज देय होगा, उस दिन वह निवेशक के बैंक खाते में क्रेडिट कर दिया जाएगा. कूपन का रेट नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) के रेट से जुड़ा होगा.
योग्यता
देश में रहने वाला कोई भी शख्स (ज्वाइंट होल्डिंग सहित) और एचयूएफ इसमें निवेश कर सकता है. अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को ये बांड खरीदने की अनुमति नहीं है. आप माइनर के नाम पर पर यह बांड एक अभिभाव के तौर पर खरीद सकते हैं.
कम से कम 1000 रु निवेश जरूरी
इन बांड में कम से कम 1000 रुपये का निवेश जरूरी है. इसमें निवेश की अधिकतम सीमा नहीं है. मिनिमम निवेश के बाद 1000 रुपये के गुणक में कितना भी पैसा लगा सकते हैं. जारी होने के बाद से इनकी अवधि 7 साल की है. खास श्रेणी के वरिष्ठ नागरिकों को प्रीमेच्योर रिडेम्पशन की अनुमति है.
टैक्स
यह बांड पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल है. आप जिस इनकम टैक्स स्लैब में आएंगे, उसी के अनुसार टैक्स देना होगा. इसके अलावा ब्याज आय पर टीडीएस भी लागू होगा.
ट्रांसफर
यह बांड ट्रांसफरेबल नहीं होता है. सिर्फ निवेशक की मौत के बाद ही नॉमिनी के नाम पर ही यह ट्रांसफर हो सकता है.
ट्रेडेबिलिटी
इन बॉन्डों की ट्रेडिंग शेयर बाजार में नहीं की जा सकती है. न ही बैंक, वित्तीय संस्थान, एनबीएफसी इत्यादि से इन पर लोन लिया जा सकता है.
निवेश का तरीका
ये बॉन्ड किसी भी सरकारी बैंक से खरीदे जा सकते हैं. इनके अलावा आईडीबीआई बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक से भी इन्हें खरीदा जा सकता है. बॉन्डों को केवल इलेक्ट्रॉनिक रूप में खरीदने की इजाजत है. निवेशक चाहें तो नकदी में भी इन्हें खरीद सकते हैं. लेकिन, उसकी अधिकतम सीमा 20 हजार रुपये है.