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कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से इकोनॉमी की दिक्कतें बढ़ने की आशंका पैदा हो रही है. ऐसे में लोग आर्थिक सुरक्षा के लिए निवेश के ऐसे ऑप्शन तलाश रहे हैं जहां ज्यादा रिटर्न मिल रहा है. जो लोग सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं वे बैंकों और डाकघरों के एफडी में पैसा लगा रहे हैं. लेकिन यहां ब्याज दरें काफी कम हैं. ऐसे में बड़ी तादाद में लोग कंपनियों के एफडी में पैसा लगा रहे हैं, जहां 7.48 फीसदी तक ब्याज मिल रहा है.
इस वक्त कई पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के साथ हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां तक एफडी पर 5.75 से लेकर 7.48 फीसदी तक सालाना ब्याज दे रही हैं. बैंकबाजार.कॉम के मुताबिक अधिकतम 7.48 फीसदी ब्याज मिल रहा है.
रेटिंग देख कर लगाएं पैसा
कंपनी या कॉरपोरेट एफडी बैंक एफडी की तरह ही सावधि जमा योजनाएं होती हैं. टॉप रेटिंग वाली कंपनी एफडी एश्योर्ड रिटर्न की गारंटी और जमा अवधि चुनने के भी लचीले ऑप्शन देती है. इनका सबसे बड़ा आकर्षण बैंक दरों से ज्यादा ब्याज मिलना है.कंपनी एफडी की अवधि 12 महीनों से लेकर 120 महीनों तक हो सकती है.
हालांकि निवेशकों को रेटिंग का ध्यान जरूर रखना चाहिए. कई बार कम रेटिंग वाली कंपनी एफडी की ओर से ज्यादा ब्याज दिया जाता है लेकिन इनमें जोखिम हो सकता है. निवेशकों को कंपनी में एफडी में निवेश करते वक्त AAA, AA और AA+ रेटिंग को देख कर ही चुनाव करना चाहिए. क्रिसिल (Crisil), इक्रा (ICRA), केयर (CARE) जैसी रेटिंग एजेंसियां इन एफडी की रेटिंग करती हैं. यहां दी गई लिस्ट के आधार पर कंपनी एफडी का चुनाव किया जा सकता है. ये सूची बैंकबाजार.कॉम ने तैयार की है.
सभी कंपनियां एफडी सीनियर सिटीजन को 0.25 फीसदी ज्यादा ब्याज देती है. हालांकि श्रीराम सिटी यूनियन और श्रीराम ट्रांसपोर्ट सीनियर सिटीजन ऐसे डिपोजिटरों को 0.40 फीसदी ज्यादा ब्याज देती है. वहीं सुंदरम होम फाइनेंस और सुदंरम फाइनेंस उन्हें 0.50 फीसदी ज्यादा ब्याज देती है.