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अगर आप टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको इसमें देर नहीं करनी चाहिए.
ELSS: अगर आप टैक्स सेविंग स्कीम में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको इसमें देर नहीं करनी चाहिए. इनकम टैक्स एक्ट के प्रावधानों के तहत इनकम पर छूट के लिए 31 मार्च से पहले निवेश करना होगा. इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) ऐसा टैक्स सेविंग फंड है जिसके तहत इक्विटी और इक्विटी ओरिएंटेड सिक्योरिटीज में निवेश किया जा सकता है. निवेशकों की पूंजी के कुछ हिस्से को डेट इंस्ट्रूमेंट में भी निवेश किया जाता है. इसके साथ ही आप इसमें टैक्स भी बचा सकते हैं. इसके ज़रिए आप इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक के टैक्स डिडक्शंस का दावा कर सकते हैं. यह तीन साल की लॉक इन अवधि के साथ आता है.
इन फंडों में लॉक इन पीरियड होता है लेकिन खासियत यह है कि उसके बाद भी इसमें निवेश जारी रख सकते हैं. 3 साल या 5 साल के लॉक इन पीरियड वाली स्कीम को भी लंबे समय तक होल्ड किया जा सकता है. लंबी अवधि में रखने से रिटर्न बढ़ने की गुजाइश बढ़ जाती है. लॉक इन पीरियड होने का फायदा यह है कि इसे निवेशक लंबी अवधि तक होल्ड करते हैं, जिससे रिटर्न बढ़ने की गुंजाइश भी बढ़ जाती है.
क्या ELSS में निवेश करना सही है?
फरवरी 2019 के बाद से, बाजार में लगभग 16.75 फीसदी का उछाल आया है. जिन निवेशकों ने फरवरी 2019 में निवेश की शुरुआत की थी, उनका लॉक इन पीरियड इस महीने फरवरी 2022 में समाप्त होना है, उनके पास रिडीम करने का विकल्प है या ओपन एंडेड स्कीम के रूप में वे इसे जारी रख सकते हैं. साथ ही, ऐसे निवेशक जिन्होंने फरवरी 2016 से फरवरी 2019 तक निवेश किया था, उनके लिए बाजार में 14.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी और फरवरी 2022 तक लगभग 15 फीसदी की वृद्धि हुई है. यह दर्शाता है कि उतार-चढ़ाव के बावजूद, लंबी अवधि में इक्विटी सूचकांक ऊपर की ओर बढ़ते हैं. ऐसे में ELSS में निवेश, निवेशकों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है. ELSS ने पिछले 1 साल में 23 फीसदी, 3 साल में 19 फीसदी, 5 साल में 14.5 फीसदी और 10 साल में 15.45 फीसदी का रिटर्न दिया है.
सही ELSS स्कीम का चयन करते समय इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि फंड का लॉन्ग टर्म प्रदर्शन कैसा रहा है. लगातार बेहतर प्रदर्शन करने वाले फंड में निवेश करना चाहिए.
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