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दो होम लोन से हैं परेशान? ऐसे कर सकते हैं एक में तब्दील, पैसे की भी होगी बचत, समझें पूरी डिटेल

अगर आप दो अलग होम लोन को सिंगल होम लोन में तब्दील करना चाहते हैं, तो लोन कंसोलि़डेशन विकल्प की मदद से ऐसा कर सकते हैं. दो होम लोन को क्लब करने और ऐसा करके पैसे बचाने के तरीकों के बारे में यहां देख सकते हैं.

अगर आप दो अलग होम लोन को सिंगल होम लोन में तब्दील करना चाहते हैं, तो लोन कंसोलि़डेशन विकल्प की मदद से ऐसा कर सकते हैं. दो होम लोन को क्लब करने और ऐसा करके पैसे बचाने के तरीकों के बारे में यहां देख सकते हैं.

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FE Hindi Desk
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two home loan combine

एक समय में दो होम लोन मैनेज करते समय काफी सजग होने की जरूरत होती है. ऐसी स्थिति में इन लोन के ब्याज दरों में बदलाव पर कड़ी नजर रखने की जरूरत होती है.

Two Home Loans? Combine Them Into One And Save Money: जब लोन पर ब्याज दर अधिक हों और आपके पास हायर इंटरेस्ट को चुकाने के लिए कोई अतिरिक्त इनकम न हो तो ऐसे में एक साथ कई होम लोन को संभालना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. एक से अधिक होम लोन की स्थिति में कई दूसरी चुनौतियां भी हो सकती हैं, लेकिन अगर आप उन्हें एक साथ क्लब यानी जोड़ पाएं , तो ऐसे में आपको थोड़ी बहुत राहत मिल सकती है.

अब सवाल है कि दो लोन को जोड़ने के लिए विकल्प क्या हैं? अगर आप दो अलग-अलग होम लोन को जोड़कर एक लोन में तब्दील करना चाहते हैं, तो आप इसके लिए डेट कंसोलिडेशन अप्रोच (debt consolidation approach) की मदद से ऐसा कर सकते हैं. आइए दो होम लोन को कंसोलिडेट यानी समेकित करने और पैसे बचाने के अलग-अलग तरीकों के बारे समझते हैं.

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डेट कंसोलिडेशन ऑप्शन से दो होम लोन को एक में करें तब्दील

एक ही समय में दो होम लोन का मैनेज करते समय बहुत अधिक वित्तीय अनुशासन और अलर्ट रहने की जरूरत होती है. इसके साथ ही ब्याज दरों में बदलाव पर कड़ी नजर रखने की जरूरत होती है. यह भी गौर करने वाली बात होती है कि लोन के आकार, रिपेमेंट टेन्योर और क्रेडिट स्कोर के आधार पर हर एक लोन पर अलग-अलग ब्याज दरें हो सकती हैं.

लंबे टेन्योर वाले होम लोन के मामले में ब्याज दर में थोड़ी सी बढ़ोतरी भी आपकी बची रिपेंमेंट टेन्योर पर भारी असर डाल सकती है. एक ही समय में दो बड़े लोन लेने से नए लोन जारी कराने पर असर पड़ सकता है. अगर दोनों होम लोन एक ही बैंक या वित्तीय संस्थान से है तो दोनों में से किसी एक होम लोन के रिपेमेंट में चूक या डिफाल्ट होने पर दूसरे होम लोन पर भी असर डाल सकता है. ऐसी स्थिति में डेट कंसोलिडेशन ऑप्शन की मदद से दोनों होम लोन एकाउंट को एक में जोड़ सकते हैं.

संस्ता लोन देने वाले उपयुक्त लेंडर की करें तलाश

आप होम लोन बैलेंस ट्रांसफर ऑप्शन का इस्तेमाल करके दो होम लोन को सिंगल में कंसोलिडेट कर सकते हैं. हालांकि इसके लिए सबसे पहले उपयुक्त कर्ज देने वाले बैंक या वित्तीय संस्थान का पता लगाना होगा जो बैलेंस ट्रांसफर का इस्तेमाल करके कम ब्याज दर पर दो होम लोन को जोड़ने और इसके लिए शून्य या बहुत कम चार्ज लगाने की अनुमति देता है. कंबाइन लोन एमाउंट चुकाने के लिए लेंडर यानी उधार देने वाला वित्तीय संस्थान आपकी साख (creditworthiness) और लोन एलिजिबिलिटी का आकलन करेगा. साथ ही आपको अपना लोन ट्रांसफर करने के लिए मौजूदा लेंडर से भी सहमति लेनी होगी.

नया लेंडर दोनों होम लोन को बंद करने के लिए मौजूदा लेंडर को बकाया राशि का भुगतान करेगा. उसके बाद आपके होम लोन को सिंगल में समेकित कर दिया जाएगा. इस प्रक्रिया से गुजरने के बाद नए लेंडर के साथ सिंगल होम लोन होगा. एक बार जब होम लोन समेकित हो जाता है, तो अब आपके पास चुकाने के लिए एक ही लोन होता है.

टॉप-अप लोन सर्विस आजमा सकते हैं

होम लोन को क्लब करने के और भी तरीके हो सकते हैं. आप दूसरे होम लोन को बंद करने के लिए अपने मौजूदा होम लोन में से किसी एक पर टॉप-अप लोन सुविधा ले सकते हैं. यह आपकी एक प्रापर्टी को डेट-फ्री (debt-free) कर देगा. हालांकि यह तभी संभव है जब आपके पास मौजूदा होम लोन में से किसी एक में पर्याप्त टॉप-अप लोन राशि की पात्रता हो. इस तरह की सर्विस के जरिए लोन कंसोलिडेट करके आप लंबी अवधि में बहुत सारा ब्याज बचा सकते हैं साथ ही रिपेमेंट टेन्योर भी बचा सकते हैं.

लोन कंसोलिडेशन के फायदे

यहां दिए गए उदाहरण की मदद से समझतें हैं कि दो होम लोन को कंसोलिडेट करके आप कितने पैसे बचा सकते हैं.

Benefit of Consolidating
चार्ट की मदद से समझें दो लोन को कंसोलिडेट करने के फायदे

कंसोलिडेट होने पर कम ब्याज दर पर नए लोन की पेशकश की जाती है, और इसमें आपको कई रिपेमेंट विकल्प मिलते हैं. उपरोक्त चार्ट में इस विकल्प के दो मिसाल दर्शाए गए हैं. विकल्प-I जिसमें ईएमआई को समान रखते हुए दो लोन को जोड़कर सिंगल लोन में तब्दील किया गया है. ऐसा करने रिपेमेंट टेन्योर और कुल रिपेमेंट राशि में काफी कम आई है. जिसे आप चार्ट में देख सकते हैं. वहीं विकल्प II में रिपेमेंट टेन्योर समान है और लोन को क्लब किया गया है. आप चार्ट में देख सकते हैं कि इस ऑप्शन में यह ईएमआई घट गया देता है और कुल रिपेमेंट राशि भी कम हुआ है.

इन बातों का भी रखें ध्यान

आपको कर्ज देने वाले वित्तीय संस्थान से जांच करनी चाहिए कि क्या वह लोन कंसोलिडेट विकल्प की पेशकश करने के लिए तैयार है. नये लोन के लिए अपनी पात्रता की जांच करा लें. बेस्ट इंटरेस्ट रेट सुनिश्चित करने के लिए लोन कंसोलिडेशन से पहले हायर क्रेडिट स्कोर बनाए रखें. मौजूदा होम लोन बंद करते समय लेंडर द्वारा लगाए जाने वाले चार्ज और अन्य चार्ज को सही तरीके से समझ लें.

बैंक बाजार डॉट कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी बताते हैं कि क्रेडिट स्कोर की जांच कर लें क्योंकि यह लोन एलिजिबिलिटी और इंटरेस्ट रेट को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाता है. हायर क्रेडिट स्कोर आमतौर पर बेहतर और सस्ते लोन की ओर ले जाता है. अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करें और निर्धारित करें कि आप कितना उधार ले सकते हैं. अपनी रिपेमेंट कैपेसिटी का आकलन करने के लिए इनकम, खर्च और मौजूदा कर्ज पर विचार करें. बेहतर शर्तों के साथ कम इंटरेस्ट रेट पर लोन तलाशने के लिए अलग-अलग लोन स्कीम की तुलना करें. और किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले लोन राशि, इंटरेस्ट लोन टाइप (फिक्स्ड या वेरिएबल) और रिपेमेंट टेन्योर पर विचार करें.

दो होम लोन को सिंगल लोन में तब्दील करने वाला कंसोलिडेट विकल्प और शेष राशि ट्रांसफर से जुड़े नियम और शर्त अगल-अलग बैंकों में भिन्न हो सकते हैं. ऐसे में उधार लिए शख्स को ऊपर दी गई जानकारी पर आगे बढ़ने से पहले अपने फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह ले लेनी चाहिए.

(Article : Sanjeev Sinha)

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