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Investment Tips : ग्लोबल ब्रोकरेज और रिसर्च फर्म UBS ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर अपने रिकंमडेशन को अपग्रेड कर दिया है. ब्रोकरेज फर्म ने इस शेयर पर अपनी राय ‘Neutral’ से ‘Buy’ कर दी है. UBS के विश्लेषकों की रिपोर्ट में कहा गया है कि मैक्रोइकोनॉमिक मोर्चे पर दिक्कतों और Energy cyclicality की वजह से धीमेपन के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज अब अपने तीनों सेगमेंट- एनर्जी, कंज्यूमर रिटेल और जियो के ग्रोथ फेज में प्रवेश कर रहा है. पहली तिमाही के नतीजे आने के पहले से ही रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर गिर रहे हैं और अब तक 2.8 फीसदी गिर कर 2,050 पर पहुंच चुका है. इस यह शेयर निफ्टी-50 बेंचमार्क से नीचे फरफॉर्म करता रहा है. इस साल अब तक यही हाल रहा है.
UBS का मानना है कि तेल, गैस समेत तमाम एनर्जी की मांग तेज होने, ई-रिटेल और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इसकी बढ़ती मौजूदगी, नए स्टोर्स की ओपनिंग और जियोफोन की लॉन्चिंग के साथ दूसरी मोबाइल नेटवर्क कंपनियों की तुलना में प्रतिस्पर्द्धी टैरिफ की वजह से रिलायंस इंडस्ट्रीज के कारोबार में काफी रफ्तार दिखेगी.
UBS ने रिलायंस के शेयरों के लिए बेस टारगेट प्राइस 2500 रुपये रखा है. बुलिश मार्केट में 3150 रुपये और बियर मार्केट में 1800 रुपये का टारगेट प्राइस रखा गया है.
ऑयल टु केमिकल (O2C) बिजनेस में आएगा सुधार
UBS का मानना है कि वित्त वर्ष 2021 से 2024 के दौरान रिलायंस के ऑयल टु केमिकल यानी O2C की कमाई में बढ़ोतरी होगी क्योंकि इसके रीजनल रिफाइनिंग मार्जिन में रिकवरी की पूरी संभावना दिख रही है. पेट्रोकेमिकल कारोबार में मुनाफे को भी सपोर्ट मिलेगा. ऑयल टु केमिकल (O2C) कारेबार के मौजूदा वैल्यूएशन में गिरावट की काफी कम आशंका है क्योंकि इसके फंडामेंट्स सुधरे हुए दिख रहे हैं . साथ ही सऊदी अरामको को एक बड़ी हिस्सेदारी भी बेची जानी है. इससे रिलायंस के 10 अरब डॉलर के निवेश को नई ऊर्जा मिलेगी.
JIO में भी दिख रही है ग्रोथ
UBS का मानना है के जियो (Jio ) फोन की अगली लॉन्चिंग, स्पेक्ट्रम में अपने कंपीटिटर्स की तुलना में दमदार मौजूदगी ग्राहकों के लिए आकर्षक टैरिफ प्लान्स जियो को ग्रोथ दिलाएंगे. बोक्ररेज फर्म का कहना है कि जियो का प्रति ग्राहक कमाई यानी ARPU भी 2022 से 2025 के बीच आठ से दस फीसदी बढ़ेगा. जियो की ओर से 50 डॉलर यानी 3750 रुपये 5जी स्मार्टफोन(Jio 5G Smart Phone) की लॉन्चिंग गेम चेंजर साबित हो सकती है.
रिटेल बिजनेस का रेवेन्यू होगा तिगुना?
फ्यूचर रिटेल के साथ इंटिग्रेशन न होने की वजह से रिलायंस रिटेल्स की कमाई को झटका लगा है लेकिन UBS का कहना है कि अगले तीन से पांच साल में इसका रेवेन्यू तिगुना हो सकता है. रिलायंस रिटेल जिस तरह से नए स्टोर खोलने के साथ डिजिटल और ओमनीचैनल (OmniChannel ) प्लेटफॉर्म में तेजी दिखा रही है उससे इसके ई-कॉमर्स की ग्रोथ संभावना काफी बढ़ गई है.
(Article : Kshitij Bhargava)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट, ब्रोकरेज फर्म या फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)