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कोरोना लॉकडाउन में ऋणधारकों को राहत देने के लिए RBI ने तीन माह की EMI स्थगित करने (EMI Moratorium) का विकल्प दिया है. इस विकल्प में ग्राहक अभी मार्च, अप्रैल और मई माह की अपनी EMI चाहें तो होल्ड कर सकते हैं. इस विकल्प को SBI, HDFC, ICICI बैंक समेत कई बैंक अपने ग्राहकों को उपलब्ध करा चुके हैं. लेकिन कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनके मुताबिक RBI द्वारा यह विकल्प उपलब्ध कराए जाने से पहले ही बैंक में मार्च माह की EMI कट गई. ऐसे में बैंक उन ग्राहकों को रिफंड लेने की सुविधा दे रहे हैं, जो EMI स्थगन चाहते हैं.
देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने ट्वीट कर बताया है कि अगर कोई ग्राहक तीन माह EMI स्थगित करना चाहता है लेकिन मार्च माह के लिए पैसा बैंक ने काट लिया है तो इसका रिफंड पाने के लिए दो विकल्प हैं-
1. अगर ग्राहक ईमेल एक्सेस कर सकता है तो वह तय फॉर्मेट में बैंक को लोकेशन के हिसाब से तय ईमेल आईडी पर डिटेल्स मेल कर सकता है.
2. अगर ग्राहक ईमेल नहीं कर सकता है तो वह सभी डिटेल्स के साथ हाथ से लिखी एप्लीकेशन SBI की अपनी होम ब्रांच में जाकर दे सकता है.
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Want to opt for EMI Moratorium but money is already debited from your account. Here's what you can do to get a refund.#COVID19#RBI#EMIDeferment#FAQpic.twitter.com/iMd84XcMc0
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) April 8, 2020
SBI ने चेताया: EMI रोकने के लिए OTP की नहीं है जरूरत, न आएं जालसाजों के झांसे में
लग सकते हैं 7 दिन
SBI ने कहा है कि कट चुकी EMI का रिफंड ग्राहक तक पहुंचने में 7 कामकाजी दिन लग सकते हैं. एप्लीकेशन फॉर्मेट और SBI की ईमेल आईडी के बारे में डिटेल https://bank.sbi/stopemiपर उपलब्ध हैं. SBI के मुताबिक, जो ग्राहक अपने लोन की EMI होल्ड करना चाहते हैं, उन्हें बैंक को इस बारे में एप्लीकेशन देनी होगी. ऐसा बैंक को ईमेल करके किया जा सकता है. जो लोग ईमेल नहीं कर सकते, वे एप्लीकेशन लिखकर होम ब्रांच में जमा कर सकते हैं.
लगता रहेगा ब्याज
तीन महीने के लिए EMI होल्ड करने पर लोन चुकाने की वास्तविक अवधि में अतिरिक्त तीन महीने जुड़ जाएंगे. हालांकि EMI स्थगन के इन तीन महीनों की अवधि के दौरान ब्याज लगता रहेगा, जो बाद में एक्स्ट्रा EMI के तौर पर देना होगा. जो ग्राहक अपनी EMI होल्ड नहीं करना चाहते, उन्हें कुछ भी करने की जरूरत नहीं है. उनकी EMI वैसे ही कटती रहेगी, जैसे कट रही थी.