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2020 में इंश्योरेंस लेना सस्ता होगा? इंडस्ट्री की ग्रोथ पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

अर्थव्यवस्था किस दिशा में जाती है और बजट में क्या कुछ एलान होता है, यह आगे की स्थिति तय करेगा.

अर्थव्यवस्था किस दिशा में जाती है और बजट में क्या कुछ एलान होता है, यह आगे की स्थिति तय करेगा.

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what are insurance sector expectations from new year 2020 economy and budget will decide situation

अर्थव्यवस्था किस दिशा में जाती है और बजट में क्या कुछ एलान होता है, यह आगे की स्थिति तय करेगा.

what are insurance sector expectations from new year 2020 economy and budget will decide situation अर्थव्यवस्था किस दिशा में जाती है और बजट में क्या कुछ एलान होता है, यह आगे की स्थिति तय करेगा.

साल 2020 शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं. नए साल से आम आदमी के साथ-साथ कारोबारियों तक को उम्मीदें हैं. देश की इंश्योरेंस इंडस्ट्री भी अगले साल बेहतर ग्रोथ की उम्मीद कर रही है. हालांकि, इंडस्ट्री का साफ तौर पर मानना है कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी और बजट के नीतिगत एलान ही यह तय करेंगे कि इंश्योंरेस सेक्टर नए साल में कैसा रहेगा. ऐसे में क्या नए साल में बीमा खरीदना कंज्यूमर के लिए सस्ता होगा, एक्सपर्ट मानते हैं कि यह सेगमेंट की ग्रोथ और पहुंच पर निर्भर करेगा.

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भारतीय अर्थव्यवस्था फिलहाल सुस्ती के दौर से गुजर रही है. सितंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 4.5 फीसदी की न्यूनतम स्तर पर आ गई. यह पिछले 6 साल में सबसे कम विकास दर है.

2020 से सेक्टर को बड़ी उम्मीदें

बजाज एलियांज लाइफ के एमडी और सीईओ तरुण चुघ कहते हैं, भारतीय जीवन बीमा क्षेत्र ने 2019 में मजबूत वृद्धि देखी है और उन्हें उम्मीद है कि यह रफ्तार 2020 के शुरुआती महीनों तक जारी रहेगी. हालांकि, बाद के महीनों में इंश्योरेंस इंडस्ट्री की ग्रोथ अर्थव्यवस्था की चाल पर निर्भर करेगी.

पीएनबी मेटलाइफ इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के एमडी और सीईओ आशीष कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, जीवन बीमा क्षेत्र के लिए 2020 एक और महत्वपूर्ण साल होने जा रहा है. घरेलू बचत में बुनियादी बातों से 2020 में विकास को बनाए रखने में मदद मिलेगी, हालांकि, भारत की आर्थिक वृद्धि धीमी रहने से बीमा की भावनाओं पर असर पड़ेगा.

आदित्य बिड़ला सन लाइफ इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ कमलेश राव का कहना है, बीता साल अच्छा रहा. जीवन बीमा उद्योग की ग्रोथ 15-16 फीसदी की दर से रही. हालांकि राव यह कहते हैं कि आने वाले में अवसरों के साथ-साथ इंडस्ट्री के लिए चुनौतियां भी रहेंगी.

ग्राहकों के लिए बीमा खरीदना सस्ता होगा या कंपनियां बिजनेस बचाने के लिए अपने मार्जिन से समझौता करेंगी? इस बारे में राव का कहना है कि यह सेगमेंट की ग्रोथ और विस्तार पर निर्भर करेगा.

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बजट से सेक्टर को बड़ी आस!

आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर रिटेल संजीव मंत्री मानते हैं कि साल 2020 की ग्लोबल स्तर पर मजबूत शुरुआत होगी. क्योंकि अमेरिका-चीन ट्रेड वार या ब्रेक्सिट जैसे कई मसलों पर अनिश्चितता कम होने की उम्मीद है. वहीं, संजीव मंत्री का कहना है कि फरवरी में घोषित होने वाले केंद्रीय बजट में ऐसे उपाय होने चाहिए जिनसे कंज्यूमर की जेब में ज्यादा पैसा बचे और वह खरीदारी को तरजीह दे. यह रियल एस्टेट, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे सेक्टर्स को होम इंश्योरेंस जैसे सेगमेंट की डिमांड को बढ़ाने में मदद कर सकता है.

मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ प्रसून सिकदर कहते हैं, हेल्थ इंश्योरेंस उपभोक्ताओं ने 2019 में काफी अच्छे अवसर देखे, क्योंकि उनके लिए बेहतर स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों आईं और उनकी पहले से मौजूद बीमारियों के लिए व्यापक कवरेज और प्रीमियम भुगतान विकल्पों में आसानी हुई.