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RBI MPC: रिजर्व बैंक मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी के एलान के बाद कई बातों का सीधा असर आप पर होगा.
RBI MPC: रिजर्व बैंक की 6 सदस्यों वाली कमिटी ने आज रेपो रेट का एलान किया. लगातार दूसरी बार ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है. मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने रेपो रेट को 4 फीसदी पर बनाए रखा है. इस एलान से आपके कर्ज की ईएमआई तो नहीं कम होगी, लेकिन इसके अलावा भी कई बातों का एलान हुआ, जिसका सीधा असर आप पर होगा. आरबीआई ने जहां पैसों के लेने देन की सुविधा बढ़ाकर 24 घंटे कर दी है, वहीं सिस्टम में पर्याप्त लिक्विडिटी के इंतजाम के लिए भी बड़ा एलान किया है. इससे कर्ज लेना आसान होगा. जानते हैं आरबीआई पॉलिसी की 10 अहम बातें.....
1. RBI मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी के सभी सदस्यों ने एकमत से रेपो रेट 4% पर बनाए रखने का फैसला किया है. इसके साथ ही अर्थव्यवस्था के लिए "accomodative" रूख बरकरार रखा है. गवर्नर ने कहा कि जब तक जरूरत होगी RBI सपोर्ट करेगी.
इसका मतलब यह हुआ कि आपके लोन की ईएमआई पर कोई असर नहीं होगा. यह पहले की ही तरह चलता रहेगा. इसी तरह से एफडी या अन्य बचत योजनाओं पर भी ब्याज दर कम होने के चांस घटे हैं.
2. RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी रेट का ऐलान करते हुए बताया कि दिसंबर 2020 से 24X7 RTGS की सर्विस की सुविधा मिलेगी. अभी इसकी टाइमिंग सुबह 7 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक है. इसके अलावा आप इस सर्विस का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं.
इसका फायदा यह होगा कि आप जरूरत पड़ने पर 24 घंटे पैसों का आनलाइन लेन देन कर सकेंगे.
3. आरबीआई ने कहा कि वह अगले हफ्ते सरकारी बांडों की खरीद करेगी. सरकारी बांडों की खरीद से फाइनेंशियल सिस्टम में लिक्विडिटी आएगी. आरबीआई गवर्नमेंट शक्तिकांत दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक पहली बार ओपन मार्केट ऑपरेशंस (OMO) के तहत सरकारी बांड खरीदेगी. इसके अलावा आरबीआई ने यह भी कहा कि गवर्नमेंट सिक्योरिटीज की खरीद के जरिए भी लिक्विडिटी बढ़ाई जाएगी. फिलहाल सिस्टम में 20 हजार करोड़ की लिक्विडिटी डाली जाएगी.
इसका फायदा यह होगा कि बैंकों के पास पर्यापत कैश होंगे, इससे कर्ज लेना आसान होगा. फेस्टिव सीजन को देखते हुए यह फैसला आम आदमी के लिए राहत वाला होगा.
4. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है. मौजूदा वित्त वर्ष में रिकॉर्ड अनाज का उत्पादन हुआ है.
इसका फायदा सह होगा कि रूरल आय बढ़ेगी और अनाज के रिकॉर्ड उत्पादन से महंगाई कंट्रोल में रहेगी.
5. आरबीआई का कहना है कि दिसंबर तिमाही से अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत मिलने लगेंगे. उम्मीद है कि इस वित्त वर्ष की मार्च यानी अंतिम तिमाही से जीडीपी ग्रोथ पॉजिटिव हो.
इसका फायदा यह होगा कि इकोनॉमी में रिकवरी से नौकरियां मिलनी शुरू होंगी. लोग के काम धंधों में तेजी आएगी. लोगों की आय बढ़ेगी.
6. ऑनलाइन कॉमर्स में तेजी आई है. यानी अब अनलॉक में लोगों ने फिर खरीददारी शुरू कर दी है.
7. दास ने कहा कि अब कोविड रोकने से ज्यादा फोकस आर्थिक सुधारों पर है. यानी सरकार का फोकस अब अर्थव्यवस्था पर बढ़ रहा है.
8. रबी फसलों का आउटलुक बेहतर दिख रहा है. यानी आने वाले दिनों में भही रूरल सेंटीमेंट बेहतर बने रहेंगे.
9. तीसरी तिमाही में ग्लोबल इकोनॉमिक एक्टिविटीज बढ़ी हैं. भारत एकबार फिर ग्रोथ की पटरी पर लौट रहा है.
10. इंडस्ट्रियल एक्टिविटी बढ़ी है. सितंबर के लिए PMI 56.9 है.