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अगर आपका बैंक खाता आधार से लिंक है तो आप आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) सर्विस के जरिए बैंक में जमा रकम को डाक घर से भी निकाल सकते हैं.
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अगर आपका बैंक खाता आधार से लिंक है तो आप आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) सर्विस के जरिए बैंक में जमा रकम को डाक घर से भी निकाल सकते हैं. लॉकडाउन शुरू होने के बाद सरकार की आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम सर्विस लोगों के खूब काम आ रही है. इस सर्विस की मदद से करीब 38 लाख लोगों को डाक विभाग ने उनके घरतक 720 करोड़ रुपये मुहैया कराए हैं. अभी आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम से करीब 2 लाख ट्रांजैक्शन रोज किए जा रहे हैं. नॉर्मल टाइम में मंथली AePS ट्रांजैक्शन 129 करोड़ के आस पास ही रहता है. यानी लॉकडाउन में सरकार की यह सुविधा लोगों को सुरक्षा देने के साथ ही मददगार भी बन रही है. आखिर क्या है AePS सर्विस और कौन उठा सकता है इस सुविधा का लाभ.
क्या है AePS
आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS), नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित एक सिस्टम है जो लोगों को आधार नंबर और उनके फिंगरप्रिंट/आईरिस स्कैन की मदद से वैरिफिकेशन करके माइक्रो-एटीएम द्वारा वित्तीय ट्रांजैक्शन करने की अनुमति देता है. इस पेमेंट सिस्टम की सहायता से लोग अपने आधार नंबर के जरिए एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक में पैसे भेज सकते हैं और प्राप्त कर सकते हैं. यह वित्तीय ट्रांजैक्शन के लिए सुरक्षित भी है, क्योंकि ट्रांजैक्शन के लिए बैंक जानकारी की आवश्यकता नहीं होगी. ट्रांजैक्शन को अधिकृत करने के लिए खाताधारक के फ्रिंगरप्रिंट की जरूरत होती है.
कौन ले सकता है सुविधा का लाभ
बात दें इस समय डाक विभाग पूरे देश में आपको आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम की सुविधा देता है, लेकिन इस सुविधा का फायदा सिर्फ वही ग्राहक ले सकते हैं, जिनका खाता बैंक अकाउंट से लिंक है. वहीं उनका खाता इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) में भी होना चाहिए. AePS सर्विस के तहत डाक विभाग IPPB में जन धन खाता धारकों सहित किसी भी बैंक के ग्राहकों को इंटरऑपरेबल डोरस्टेप बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है.
कैसे लें इस सुविधा का लाभ
AePS सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए आपका बैंक अकाउंट आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए. आधार-लिंक्ड बैंक खाते वाले कोई भी खाताधारक इस सिस्टम के जरिए लेन-देन आरंभ कर सकता है. उसे अपनी पहचान को फिंगरप्रिंट स्कैन और आधार प्रमाणीकरण प्रक्रिया के साथ प्रमाणित करना होता है. अगर ग्राहक ब्रांच के 300 मीटर के दायरे में लेन देन करता है तो यह सुविधा फ्री होगी. उससे ज्यादा दूर होने पर डोरस्टेप चार्ज लिया जाता है. AePS से जुड़ने के बाद डाकिया ही विद्ड्रॉल से लेकर मिनी स्टेटमेंट और बैंक बैलेंस के बारे में जानकारी देगा. बता दें कि IPPB की सेवाएं 136,000 से अधिक डाकघरों में उपलब्ध हैं और 195,000 से अधिक डाकियों और GDSs (ग्रामीण डाक सेवकों) द्वारा डोरस्टेप सर्विस दी जा रही है.
AePS के लाभ
आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम के जरिए डाक घर में आपको कैश जमा और निकालने के अलावा आपको खाते का बैंलेंस चेक करने और मनी ट्रांसफर और फंड ट्रांसफर की सुविधाएं भी मिलती हैं.
इसके जरिए आप बैंक से अपने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में कैश भेज सकते हैं.
बैंकिंग के साथ ही गैर-बैंकिंग ट्रांजैक्शन की भी सुविधा है.
AePS के जरिए ट्रांजैक्शन करने के लिए अपने डेबिट/क्रेडिट कार्ड को पेश करने की आवश्यकता नहीं है.
ट्रांजैक्शन करनेवेरीफाई के लिए फिंगरप्रिंट की जरूरत होती है जो इसे सुरक्षित बनाता है.
दूर-दराज के गांवों में लोगों को तुरंत ट्रांजैक्शन करने के लिए माइक्रो PoS मशीनों को दूर के स्थानों पर ले जाया जा सकता है.
AePS के माध्यम से क्या सुविधाएं?
कैश विद्ड्रॉल
बैंलेस की जानकारी
आधार से आधार को फंड ट्रांसफर
मिनी स्टेटमेंट