/financial-express-hindi/media/post_banners/R2l8gZfbeYbV0EMeYw1p.jpg)
This card claims to offers a combination of niche banking solutions and carefully curated lifestyle privileges.
What is an Add On Credit Card: क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का चलन मौजूदा दौर में आम हो चला है. अक्सर लोग बड़े-बड़े खर्चों के लिए क्रेडिट कार्ड का सहारा लेते हैं. क्रेडिट कार्ड सेगमेंट में एक 'ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड' (Add-On Credit Card) का कॉन्सेप्ट भी मौजूद है. ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड को सप्लीमेंट्री या सेकंडरी कार्ड भी कहा जाता है. आज इस रिपोर्ट में हम आपको इन्हीं के बारे में कुछ जानकारी देने जा रहे हैं...
ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड प्राइमरी/ओरिजिनल क्रेडिट कार्ड के तहत जारी किये जाते हैं. मतलब एक ही अकाउंट पर एक से अधिक क्रेडिट कार्ड जारी होते हैं. दोनों तरह के कार्ड से खरीदारी का भुगतान एक ही अकाउंट से होता है. ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड को परिवार के सदस्यों जैसे पत्नी, 18 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों या माता-पिता के लिए लिया जा सकता है. ये उन छात्रों के लिए उपयोगी है जो अपने माता-पिता से दूर रह रहे हैं, साथ ही उन लोगों के लिए भी जो अपना कार्ड नहीं रख सकते.
5 तक ऐड-ऑन कार्ड कर सकते हैं हासिल
ऐड-ऑन कार्ड सुविधा ज्यादातर प्रीमियम क्रेडिट कार्ड पर दी जाती है. जारीकर्ता बैंक के नियमों के आधार पर 1 से लेकर 5 ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड हासिल किए जा सकते हैं. ऐड-ऑन कार्ड के ज्यादातर फीचर और फायदे आमतौर पर प्राइमरी कार्ड के समान ही होते हैं. ज्यादातर ऐड-ऑन कार्ड की क्रेडिट लिमिट प्राइमरी क्रेडिट कार्ड के समान ही होती है, लेकिन कुछ विशेष बैंक नियमों के मुताबिक सप्लीमेंट्री कार्ड की क्रेडिट लिमिट प्राइमरी से कम हो सकती है. अगर एक से ज्यादा ऐड-ऑन कार्ड हैं तो प्राइमरी कार्ड की कुल क्रेटिड लिमिट प्राइमरी और ऐड-ऑन कार्ड के बीच बंटी होती है.
इन ऐड-ऑन कार्ड से आप क्रेडिट लिमिट जितनी नकदी भी एटीएम से निकाल सकते हैं. ऐड-ऑन कार्ड के सभी लेनदेन का रिकॉर्ड प्राइमरी कार्ड के अकाउंट में रहता है. अगर आप सप्लीमेंट्री कार्ड किसी को देते हैं तो उस कार्ड द्वारा लेनदेन का पूरा रिकॉर्ड रख सकते हैं. ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड से संबंधित नियम और शर्तें विभिन्न बैंकों में अलग-अलग हैं.
हो सकता है चार्ज
आमतौर पर ऐड-ऑन कार्ड फ्री में आते हैं लेकिन हो सकता है कि आपके बैंक के नियमों के आधार पर इन पर कुछ चार्ज लागू हों. ये चार्ज अलग-अलग कार्ड के लिए अलग-अलग हो सकते हैं. कुछ मामलों में एक सीमित संख्या में ऐड-ऑन कार्ड फ्री रहते हैं, उस संख्या से ऊपर के कार्ड पर चार्ज देय होता है.
SBI Vs PNB Vs BoB : लॉकर के लिए कौन कितना ले रहा चार्ज?
बकाए के भुगतान में देरी पड़ेगी महंगी
चूंकि ऐड-ऑन कार्ड्स के बकाए का भुगतान प्राइमरी कार्ड धारक को करना होता है, इसलिए अगर ऐड-ऑन कार्ड के बकाए के भुगतान में देरी होती है तो यह प्राइमरी कार्डधारक की सिबिल रिपोर्ट में शामिल हो जाता है और क्रेडिट स्कोर प्रभावित करता है.
ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड के फायदे
- अधिकांश क्रेडिट कार्ड ग्राहक को भारत में और विदेश में शॉपिंग जैसे विभिन्न लेनदेन करने की अनुमति देते हैं. ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड द्वारा भी कार्ड धारकों को यही लाभ मिलते हैं.
- ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड के द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन खरीदारी दोनों की जा सकती है.
- जब भी आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं उतनी बार आपको रिवॉर्ड या बोनस पॉइंट मिलते हैं. सभी सप्लीमेंट्री कार्ड्स में भी रिवॉर्ड पॉइंट्स की सुविधा मिलती है.
प्राइमरी कार्डधारक इन बातों का रखे ध्यान
- ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड से किए गए खर्चे प्राइमरी क्रेडिट कार्डधारक के अकाउंट में शो होते हैं और बिल भी उन्हें ही देना होता है.
- बकाए का भुगतान न होने पर ब्याज पेमेंट या ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड के गलत इस्तेमाल पर जुर्माने का भुगतान भी प्राइमरी कार्डधारक को करना होता है.
- ऐड-ऑन कार्ड का गलत इस्तेमाल होने पर प्राइमरी कार्डधारक का क्रेडिट स्कोर प्रभावित होगा.
Source: paisabazaar.com, HDFC Bank