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एसआईपी रोकने की बजाए अभी इसे 'पॉज' करने के विकल्प पर ध्यान दे सकते हैं.
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Mutual Fund SIP 'Pause' Facility/SIP Investment: कोरोना वायरस के चलते देश में 54 दिनों का लॉकडाउन चल है. इससे लोगों की मंथली इनकम पर असर हुआ है. बहुत से लोगों की सैलरी आने में देरी हुई तो कुछ की सैलरी में कटौती हुई. वहीं बाजार बंद होने से ज्यादातर कारोबारियों की इनकम तो बिल्कुल ही बंद हो गई है. ऐसे में मंथली खर्च चलाना बहुतों के लिए मुश्किल हो गया है, जिसमें ईएमआई, निवेश की किस्तें, एसआईपी, बच्चों की फी सब शामिल है. इस कंडीशन में बहुत से म्यूचुअल फंड निवेशक एसआईपी रोकने की सोच रहे हैं.वैसे भी उन्हें लगता है कि इस दौर में एसआईपी का पैसा डूब ही रहा है. अगर आपभी इनमें से एक हैं तो एसआईपी रोकने की बजाए इसे 'पॉज' करने के विकल्प पर ध्यान दे सकते हैं. यह सु​विधा म्यूचुअल फंड हाउस खुद दे रहे हैं.
क्या है SIP 'पॉज' की सुविधा
म्यूचुअल फंड में एसआईपी 'पॉज' करने की सुविधा मौजूद है. अलग अलग फंड हाउस यह सुविधाएं दे रहे हैं. पहले यह सुविधा 1 से 3 महीने की थी, अब कुछ फंड हाउसेज ने इसे 1 से 6 महीने किया है. इसके लिए उन्होंने एसआईपी 'पॉज' करने के नियम में ठील दी है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर आप 3 महीने के लिए एसआईपी 'पॉज' करते हैं तो 3 महीने बाद एसआईपी अपने आप खुद कटने लगेगी. इस पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं देना होगा.
अभी 'पॉज' सुविधा का क्या है फायदा
BPN फिनकैप कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ व डायरेक्टर अमित निगम का कहना है कि म्यूचुअल फंड निवेशकों को मौजूदा समय में इस सुविधा का लाभ उठना चाहिए न कि अचानक से एसआईपी बंद करने का फैसला करना चाहिए. वैसे भी लॉकडाउन का लंबा समय निकल चुका है. आने वाले दिनों में बाजार में रिकवरी आने की उम्मीद है. अभी इस सुविधा का लाभ लेते हैं तो 3 से 6 महीने तक एसआईपी में पैसा नहीं डालना होगा. अगर आपको लगे कि 'पॉज' पीरियड के बाद बाजार के सेंटीमेंट सुधर रहे हैं तो उसके बाद एसआईपी जारी रख सकते हैं. अगर बाजार में सब कुछ ठीक न लग रहा हो तो इसे बंद कर सकते हैं. जो भी आपको इसके लिए लंबा वक्त मिल जाएगा.
क्या करना होगा
अगर आप भी एसआईपी 'पॉज' की सुविधा लेना चाहते हैं तो एसेट मैनेजमेंट कंपनी यानी एएमसी को मेल के जरिए इसकी जानकारी दे सकते हैं. आपकी कंपनी कितने दिनों की पॉज सुविधा देती है, उसी हिसाब से आपको 'पॉज' करने की रिक्वेस्ट डालनी होगी. यानी अगर कंपनी 1 से 3 महीने के लिए यह सुविधा दे रही है तो आप कम से कम 1 महीने और ज्यादा से ज्यादा 3 महीने के लिए ही एसआईपी पॉज कर सकते हैं. मेल में आपको अपने फोलियो नंबर की जानकारी देनी होगी. जिसके बाद कंपनी आपको यह सुविधा देगी. 'पॉज' पीरियड खत्म होने के बाद एसआईपी जारी हो जाएगा.
निवेशकों को मंदी की चिंता
एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना महामारी का जाल दुनियाभर में फैला है. यूएस सहित कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं पर इसका असर हुआ है. ऐसे में दुनियाभर में आर्थिक मंदी की तस्वीर बेहद साफ दिख रही है. इसका असर निवेशकों पर भी पड़ा है. मौजूदा समय में रिटर्न बिगड़ने से पिछले 5 साल में सिर्फ चुनिंदा स्कीम ही ऐसी रह गई हैं, जिनका एसआईपी रिटर्न डबल डिजिट के करीब हो. निवेशक अपना पैसा लगातार गंवा रहे हैं.
निवेशक अभी 'पॉज' के सहारे करें इंतजार
बाजार में अभी उतार चढ़ाव तेज है. ऐसे में एसआईपी निवेशकों को यह सलाह देना कि वे एसआईपी टॉप अप करा लें या पहले की तरह जारी रखें, जायज नहीं लग रहा है. बेहतर तरीका यह है कि कम से कम 3 महीने के लिए अपने म्यूचुअल फंड हाउस से बात कर इसे 'पॉज' कर दें. ऐसा लगता है कि 3 महीने बाद कोरोना के संकट का असर कम होगा. उसके बाद इसे पहले की तरह फिर जारी कर दें.