/financial-express-hindi/media/media_files/4T4OGPjnplwwCLGosOR4.jpg)
Insurance Policy : अलग अलग शादियों में अंतर को देखते हुए वेडिंग इंश्योरेंस पॉलिसी ऐड-ऑन और राइडर्स की पेशकश करती हैं. (Pixabay)
Why Wedding Insurance Important for Big Event : भारत की बात करें तो यहां बहुत से लोग हैं, जो शादी विवाह के मौके पर ज्यादा से ज्यादा खर्च कर उस इवेंट को यादगार बनाना चाहते हैं. कह सकते हैं कि वे इस खास अवसर के प्रति जुनूनी होते हैं. शादी विवाह को लेकर भारतीयों की यह भावना बॉलीवुड फिल्मों और ऑनलाइन शो मसलन बैंड बाजा बारात, शानदार, वीरे दी वेडिंग और मेड इन हेवन में भी दिखाई देती है. कोई भी शादी कितनी भव्य हो सकती है, वह फाइनेंशियल कमिटमेंट पर निर्भर है. जितना ज्यादा बजट उतना ही भव्य फंक्शन. इसी वजह से उन बातों पर भी ध्यान देना जरूरी है, जो इस आयोजन में बाधा डाल सकते हैं. यहीं पर वेडिंग इंश्योरेंस का महत्व साफ तौर पर दिखता है. क्या है वेडिंग इंश्योरेंस और क्यों है जरूरी, इन सारी बातों पर आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के चीफ - यूडबल्यू, क्लेम्स प्रॉपर्टी एंड कैजुअल्टी, गौरव अरोड़ा ने विस्तार से जानकारी दी है.
शादियां बड़े बिजनेस का अवसर
इन सबके बीच, कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एक चौंका देने वाले आंकड़े की ओर ध्यान दिलाता है. अगले कुछ ही महीनों में, 3.5 मिलियन यानी 35 लाख से अधिक शादियां होने जा रही हैं, जो 4.25 लाख करोड़ रुपये के बड़े बिजनेस का अवसर ले आएंगी. भारत में शादियां अब एक उभरती इंडस्ट्री में लग्जरी और भारी भरकम निवेश को भी दिखाती हैं. ग्लोबल वेडिंग सर्विसेज मार्केट, 2020 में 160.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया और 2030 तक 414.2 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. ये आंकड़े इस धारणा को मजबूत करते हैं कि शादियां अब सिर्फ भावनात्मक घटनाएं नहीं रह गईं, बल्कि एक बड़े बिजनेस का अवसर बन चुकी हैं.
वेडिंग इंश्योरेंस का महत्व
कोई भी शादी कितनी भव्य हो सकती है, वह फाइनेंशियल कमिटमेंट पर निर्भर है. इसी वजह से यह उन अप्रत्याशित अनिश्चितताओं से बचाने की आवश्यकता की ओर इशारा करता है जो इस भव्य आयोजन में बाधा डाल सकती हैं. यहीं पर वेडिंग इंश्योरेंस का महत्व साफ तौर पर दिखता है. आयोजन स्थल पर होने वाली दुर्घटनाओं से लेकर मौके से वेंडर के गायब हो जाने और यहां तक कि मौसम में अचानक बदलाव के कारण सही दिन के पटरी से उतरने की आशंका तक, एक व्यापक नीति वित्तीय झटके को कम कर सकती है. वेडिंग इंश्योरेंस के लिए प्रीमियम का कैलकुलेशन कार्यक्रम के आकार और कवर की गई सेवाओं की व्यापकता को ध्यान में रखकर होता है. कवर की गई सेवाओं की लिस्ट के साथ शादी के बड़े कार्यक्रम लिए अधिक प्रीमियम की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन इससे मिलने वाली मानसिक शांति ज्यादा महत्वपूर्ण है.
वेडिंग इंश्योरेंस के प्रकार
वेडिंग इंश्योरेंस अलग-अलग आधार पर अलग अलग तरह का होता है. लायबिलिटी इंश्योरेंस (देयता बीमा) उन व्यक्तियों के लिए एक सुरक्षा कवच के रूप में उभरा है जो कार्यक्रम में दूसरों को चोट या संपत्ति के नुकसान होने की स्थिति में क्लेम का सामना कर रहे हैं. ये बीमा पॉलिसी कानूनी खर्चों और भुगतानों का ध्यान रखती हैं जिनके लिए इंश्योरेंस लेने वाला पक्ष जवाबदेह हो सकता है, अगर उन्हें कानूनी रूप से उत्तरदायी माना जाता है. हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जानबूझकर पहुंचाई गई क्षति और समझौते के तौर पर जिम्मेदारियां आमतौर पर लायबिलिटी इंश्योरेंस पॉलिसी के कवरेज से बाहर होती हैं. इसका फोकस तीसरे पक्ष को सीधे मुआवजा देने पर है, न कि पॉलिसीधारकों को.
दूसरी ओर, कैंसिलेशन/ पोस्टपोनमेंट इंश्योरेंस उन व्यक्तियों के लिए सुरक्षा जाल के रूप में काम करता है जो अपने पहले से प्लान किए गए कार्यक्रमों में किसी अनचाही रुकावट का सामना कर रहे हैं. यह उस स्थिति में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है जब परिस्थितियां योजनाओं में बदलाव के लिए मजबूर करती हैं, यह इंश्योरेंस उस दौरान खर्च की गई लागत को कवर करता है और रुकावटों के खिलाफ बफर सुनिश्चित करता है.
पॉलिसी लेने के पहले ध्यान दें
शादी के दिन को सुरक्षित करने के लिए इंश्योरेंस खरीदने की प्रक्रिया सावधानीपूर्वक विचार और योजना से शुरू होती है. पहले फेज में एक ऐसी पॉलिसी पर रिसर्च करना और उसका चयन करना शामिल है, जो किसी के फंक्शन की खास जरूरतों के अनुरूप हो. जानी मानी इंश्योरेंस कंपनियां या स्पेशलाइज्ड वेडिंग इंश्योरेंस प्रोवाइडर जैसे प्लेटफॉर्म शुरुआत करने के लिए सही विकल्प हैं.
खरीदारों को कवरेज लिमिट और क्लेम दायर करने की प्रक्रिया को अच्छे से समझना चाहिए. शादी की योजना की खास बारीकियों के अनुसार पॉलिसी चुननी चाहिए. चाहे वह एक एक्जॉटिक डेस्टिनेशन वेडिंग हो या किसी के होमटाउन में एक क्लासिक फंक्शन.
ऐड-ऑन और राइडर्स को समझें
हर शादियों में एक दूसरे से कुछ न कुछ अंतर हो सकता है. इन अंतर को ध्यान में रखते हुए, वेडिंग इंश्योरेंस पॉलिसी ऐड-ऑन और राइडर्स की पेशकश करती हैं. ये अतिरिक्त कवरेज, जैसे अटायर (पोशाक) और हनीमून कवरेज, खास परिस्थितियों में बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं. ऐसी स्थिति की कल्पना करें जहां शादी का गाउन क्षतिग्रस्त हो गया हो या खो गया हो, एक अटायर कवरेज राइडर उस दिन को खराब होने से बचा सकता है.
कितनी आती है लागत (Wedding Insurance Cost)
वेडिंग इंश्योरेंस खरीदने पर खर्च होता है, लेकिन इसके स्ट्रक्चर को समझने से इसे ओवरआल बजट में आसानी से शामिल किया जा सकता है. शादी का आकार, जगह और कवरेज की डिटेल जैसे फैक्टर प्रीमियम को प्रभावित करते हैं. अंतिम समय में फाइनेंशियल सरप्राइज से बचने के लिए, विशेषज्ञ शादी के बजट में इंश्योरेंस लागत को एक जरूरी आइटम के रूप में शामिल करने की सलाह देते हैं.
किन परिस्थितियों में नहीं मिलेगा लाभ
वेडिंग इंश्योरेंस के दायरे में, सब कुछ कवर नहीं किया जाता है. अचानक से योजना में परिवर्तन, बजट की अधिकता और अन्य व्यक्तिगत निर्णयों को आम तौर पर बाहर रखा जाता है. इसलिए पॉलिसी के नियमों को अच्छी तरह से पढ़ना और समझना जरूरी है कि किन परिस्थितियों में बीमा कंपनियां लाभ देने से इनकार कर सकती हैं. लिमिट को जानने से यह सुनिश्चित होता है कि उम्मीदें वास्तविकता के साथ मेल खाती हैं, जिससे भविष्य में होने वाली किसी निराशा को रोका जा सकता है.
/financial-express-hindi/media/agency_attachments/PJD59wtzyQ2B4fdzFqpn.png)
 Follow Us