/financial-express-hindi/media/post_banners/njDgiyWNoNfdvIW0Z6ad.jpg)
जीवन में किसी भी समय आपात स्थिति आ सकती है और इसे लेकर पहले से तैयारी जरूरी है.
Emergency Fund: COVID-19 महामारी और इसकी वजह से लगाए जाने वाले लॉकडाउन ने स्पष्ट कर दिया है कि जीवन में किसी भी समय आपात स्थिति आ सकती है और इसे लेकर पहले से तैयारी जरूरी है. इसकी वजह से लोगों में मनी मैनेजमेंट और इमरजेंसी फंड की अहमियत को लेकर जागरूकता बढ़ी है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अचानक आने वाली किसी भी आपात स्थिति जैसे- नौकरी छूटने, मेडिकल इमरजेंसी आदि से निपटने के लिए हर किसी को इमरजेंसी फंड रखना चाहिए. आप अपनी फाइनेंशियल कैपेसिटी के आधार पर इमरजेंसी फंड रख सकते हैं, ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से आप निपट सकें और इस दौरान आपके इन्वेस्टमेंट गोल्स पर भी प्रभावित न हों. अब अगला सवाल यह है कि आपका इमरजेंसी फंड कितना होना चाहिए और आपको इसे कहां रखना चाहिए?
कितनी होनी चाहिए इमरजेंसी फंड में रकम
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि आमतौर पर आपके इमरजेंसी फंड में इतनी रकम होनी चाहिए कि आप इसके ज़रिए 6 से 12 महीनों तक गुजारा कर सकें. पहली बार में आपको यह थोड़ा मुश्किल लग सकता है, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि आप छोटी बचत के ज़रिए इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं और धीरे-धीरे इसे बढ़ा सकते हैं. इमरजेंसी फंड के लिए बचत करते समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आपकी उम्र क्या है, आप पर परिवार में कितने लोग निर्भर हैं और आप कौन सा काम करते हैं. दरअसल, आपका मासिक खर्च कितना होगा, यह इन्हीं बातों पर निर्भर करता है.
कहां रखें अपना इमरजेंसी फंड
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि इमरजेंसी फंड जमा करने के बाद इसे लिक्विड फंड, डेट म्यूचुअल फंड और शॉर्ट टर्म आरडी में निवेश कर देना चाहिए. एक्सपर्ट्स का मानना है कि किसी को भी अपना इमरजेंसी फंड कैश के तौर पर या बैंक अकाउंट में नहीं रखना चाहिए. इसे ऐसी जगर निवेश किया जाना चाहिए कि इसमें अच्छा रिटर्न मिले और जरूरत पड़ने पर आसानी से निकाला जा सके. कोविड संकट के दौरान लोगों को अपनी बचत में से एक बड़ी राशि का इस्तेमाल करना पड़ा. इसकी वजह से लोगो में जीवन/स्वास्थ्य बीमा योजनाओं को लेकर भी जागरूकता बढ़ी है. स्थिति को ध्यान में रखते हुए, COVID-19 से संबंधित बीमारियों को कवर करने के लिए कोरोना कवच जैसी पॉलिसी भी पेश की गईं.
एक्सपर्टस् का कहना है कि सही बीमा पॉलिसी का चयन करना भी अहम है, ताकि आपात स्थिति में इसका इस्तेमाल इमरजेंसी फंड के तौर पर किया जा सके. इस बात का ध्यान रखें कि सही बीमा पॉलिसी आपको आपात स्थिति के लिए तैयार रहने में मदद कर सकती है. हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि हेल्थ या लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के होने के बावजूद अलग से इमरजेंसी फंड भी रखा जाना चाहिए.