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Motor Insurance Amid Covid Times: कोरोना महामारी के चलते दुनिया भर की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई. इस महामारी के कारण काम करने के ढंग में बदलाव आया है और वर्क फ्रॉम होम का चलन तेजी से बढ़ा. अब जैसे-जैसे स्थिति सामान्य हो रही है तो वर्कप्लेस खुलने लगे हैं लेकिन अभी भी कोरोना के चलते स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है. ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि जब अपनी गाड़ी सड़क पर उतारनी ही नहीं है तो इसके इंश्योरेंस के नवीनीकरण पर पैसे क्यों खर्च करने? हालांकि अगर आप अपनी कार या बाइक लेकर बाहर नहीं निकल रहे हैं तो भी इंश्योरेंस को समय पर कराना जरूरी है क्योंकि इसके जरिए सिर्फ एक्सीडेंट्स ही नहीं कवर होते हैं. आइए जानते हैं कि मोटर इंश्योरेंस के रिन्यूअल से क्या फायदे होते हैं और समय पर नवीनीकरण न हो तो क्या नुकसान हो सकते हैं. बच्चे को विदेश में पढ़ाने का देख रहे हैं सपना? समझिए, इसमें US मार्केट पोर्टफोलियो का कैसे उठा सकते हैं फायदा
Motor Insurance Renewal के फीचर्स
- नॉन-एक्सीडेंटल रिस्क: मोटर इंश्योरेंस के जरिए न सिर्फ इंश्योरेंस कवर होता है बल्कि तूफान, भूकंप, प्राकृतिक आपदा, बिल्डिंगों के गिरने, पत्थर गिरने, आग और चोरी इत्यादि को लेकर भी कवर मिलता है.
- नो-क्लेम बोनस वर्ष: अगर किसी वर्ष आप क्लेम नहीं लेते हैं तो उसका बोनस के रूप में बेनेफिट मिलता है. नो क्लेम बोनस के तहत जिस वर्ष कोई क्लेम नहीं किया है, उसके आधार पर 20-50 फीसदी तक का डिस्काउंट मिलता है. हालांकि अगर इंश्योरेंस एक्सपायरी के 90 दिनों के भीतर पॉलिसी को रिन्यू नहीं कराते हैं तो यह फायदा खो सकते हैं. इसका फायदा तब भी मिलता है, जब आप एक बीमा कंपनी से दूसरी कंपनी में शिफ्ट होने पर भी मिलता है.
- गाड़ी का फिर से परीक्षण: अगर अपनी कार या बाइक के इंश्योरेंस को रिन्यू करा लेते हैं तो इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आपकी गाड़ी का परीक्षण फिर से नहीं किया जाएगा. इसका मतलब हुआ कि अगर आपने समय पर रिन्यू नहीं कराया है और काफी गैप के बाद पॉलिसी को रिन्यू कराते हैं तो कवरेज कम मिलेगा और प्रीमियम भी बढ़ सकता है.
- समय पर रिन्यू न हो पॉलिसी तो पड़ जाएगा महंगा: अगर मोटर इंश्योरेंस को समय पर रिन्यू नहीं कराते हैं तो बीमा नियामक इरडा के नियमों के मुताबिक हर साल बदलती थर्ड पार्टी प्रीमियम के चलते अधिक प्रीमियम चुकाना पड़ सकता है. इसके अलावा इंश्योरेंस पॉलिसी की एक्सपारी से लेकर रिन्यू कराने के बीच जो गैप है, उस दौरान गाड़ी में कोई खामी आई है तो इसकी जांच की जाएगी और इसका असर ऐड-ऑन्स पर पड़ सकता है.
- शून्य डेप्रिशिएशन बेनेफिट्स: कुछ बीमा कंपनियां नॉन-नो क्लेम बोनस या नॉन-रिन्यूअल पीरियड के मामले में शून्य डेप्रिशिएशन का फायदा नहीं देती है. डेप्रिशिएशन का मतलब कार की वास्तविक कीमत में उसकी उम्र के साथ गिरावट है. जितनी पुरानी कार होगी, उतना ही अधिक डेप्रिशिएशन होगा.
- पेनाल्टी: बिना वैध इंश्योरेंस के अपनी कार या बाइक को ड्राइव करते हैं तो जुर्माना चुकाना पड़ सकता है. मोटर एक्ट 2019 के तहत पहली बार पकड़े जाने पर 2 हजार रुपये का जुर्माना और इसके बाद हर बार 4 हजार रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस सभी गाड़ियों के लिए अनिवार्य है. अगर आप मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू नहीं करा रहे हैं तो कम से कम मोटर वेहिकल्स एक्ट 1988 के तहत सार्वजनिक स्थानों पर अपनी गाड़ी के इस्तेमाल के लिए थर्ड पार्टी इंश्योरेंस (लिमिटेड ओनली पॉलिसी) जरूर करा लेनी चाहिए. (Article: Parag Ved, President and Head – Consumer Lines, Tata AIG General Insurance)