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अगर आपको गंभीर बीमारी या चोट होती है, तो आपको अपने इलाज के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं क्योंकि कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस में सभी खर्चे कवर नहीं होते. Photograph: (Reuters)
कई कर्मचारी मानते हैं कि उनका कॉर्पोरेट या ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस पूरी तरह से वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन यह धारणा पूरी तरह से सच नहीं है. कंपनी की ओर से कर्मचारियों को मिली हेल्थ कवरेज बेहतर है, लेकिन इसमें कुछ सीमाएं होती हैं. ये सीमाएं आपको लगातार बढ़ रहे मेडिकल खर्चों में असुरक्षित बना सकती हैं.
इमरजेंसी जैसी स्थिती में बढ़ सकती है परेशानी
कवरेज कैप (Coverage caps), बहिष्करण यानी एक्सक्लूजन (exclusions) और अधिक मेडिकल खर्च, खासकर इमरजेंसी जैसी स्थिती या लंबी अवधि के उपचार के दौरान वित्तीय बोझ बढ़ सकता है. इसके अलावा, कॉर्पोरेट हेल्थ कवरेज आपकी नौकरी से जुड़ा होता है, जिसका मतलब है कि अगर आप कंपनी बदलते हैं तो आप कवरेज खो सकते हैं. जानकारों का मानना है कि कंप्रीहेंसिंव प्रोटेक्शन के लिए प्राइवेट जॉब करने वालों को कॉर्पोरेट मेडिकल कवरेज के साथ पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंल भी लेना चाहिए.
पर्सनल हेल्थ कवरेज हो सकता है कारगर
बीमा विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक सामान्य भ्रांति (common misconception) है कि कॉर्पोरेट मेडिकल कवरेज पूरी वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है. जबकि यह एक बेनिफिशियल विकल्प है, प्राइवेज जॉब वालों को सिर्फ कॉर्पोरेट मेडिकल कवरेज पर निर्भर रहना भारी पड़ सकता है, खासकर लगातार बढ़ रहे मेडिकल खर्चों को कवर करने में असुरक्षित हो सकता है. ऐसे में पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस मददगार साबित हो सकता है यानी इससे मेडिकल खर्चों को कवर में आसानी हो सकती है.
Bajaj Allianz General Insurance के हेल्थ एडमिन टीम के भास्कर नेरुरकर बताते हैं कि प्राइवेट जॉब वालों को पूरी तरह से सिर्फ कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस पर निर्भर नहीं रहना चाहिए क्योंकि इसमें अक्सर सीमित दायरे होते हैं. वे गंभीर बीमारियों या दीर्घकालिक स्थितियों के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा नहीं दे सकते. कॉर्पोरेट योजनाओं में अक्सर कवरेज कैप होते हैं या कुछ उपचारों को बाहर रखा जाता है, जैसे वैकल्पिक उपचार या आधुनिक उपचार.
भास्कर नेरुरकर का कहना है कि ज्यादातर कॉर्पोरेट मेडिकल कवरेज फ्लोटर बेसिस पर काम करती हैं और परिवार के सभी सदस्यों के लिए सीमित सुरक्षा उपलब्ध होती है. ऐसे में सिर्फ कॉर्पोरेट हेल्थ कवरेज के भरोसे रहना जोखिम भरा हो सकता है, जिससे आपको जब सबसे ज्यादा जरूरत हो तब पास बड़े पैसों के अलावा के सामने हाथ फैलाने पड़ सकते हैं.
एक और महत्वपूर्ण कमी यह है कि कॉर्पोरेट हेल्थ कवरेज आपकी नौकरी से जुड़ा होता है. यदि आप अपनी कंपनी छोड़ते हैं, तो आपको योजना को जारी रखने का विकल्प मिल सकता है लेकिन बदले में हायर प्रीमियम भी देने पड़ सकते हैं. इसके अलावा, ग्रुप मेडिकल स्कीम (GMS) के तहत कवरेज सीमित हो सकता है, जबकि पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस आपके विशेष जरूरतों के अनुसार पर्सनल कवरेज और लाभ प्रदान करती है. यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि प्री एग्जीस्टिंग मेडिकल कंडीशन यानी पहले से हुई बीमारियों को कवर करने वाली नई योजना खोजना कठिन हो सकता है.
इसके अलावा, कई कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स में हायर डिडक्शन (high deductibles) और सह-भुगतान (Co-pays) होते हैं. इससे चिकित्सा देखभाल प्राप्त करना महंगा हो सकता है, भले ही आपके पास बीमा हो. प्रत्येक डॉक्टर की यात्रा या प्रिस्क्रिप्शन की लागत तेजी से बढ़ सकती है, जिससे वित्तीय बोझ बढ़ता है.
कॉर्पोरेट कवरेज के साथ पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस लेने पर करें विचार
इन समस्याओं से बचने के लिए, अपने कॉर्पोरेट स्वास्थ्य बीमा को इंजीविजुअल या फैमिली प्लान के साथ जोड़ने पर अधिकतम कवरेज हासिल करने में मदद मिल सकती है. यह अधिक कंप्रीहेंसिंव कवरेज और आपके स्वास्थ्य देखभाल विकल्पों में अधिक लचीलापन प्रदान करता है. आप अधिकतम नेटवर्क मुहैया कराने वाले हेल्थकेयर प्रोवाइडर यानी बीमा कंपनी के प्लान में से किसी एक चुन सकते हैं और उन विशेष देखभाल या उपचारों तक पहुंच प्राप्त कर सकते हैं जो आपके कॉर्पोरेट योजना द्वारा कवर नहीं किए जाते हैं.
पर्सनल हेल्थ कवरेज भी अधिक पूर्वानुमानित और सस्ती आउट-ऑफ-पॉकेट खर्च प्रदान करती है, जैसे कि कम कटौती और सह-भुगतान, जिससे स्वास्थ्य देखभाल के लिए बजट बनाना आसान होता है. अपने कॉर्पोरेट हेल्थ कवरेज को पर्सनल मेडिकल कवरेज के साथ मिलाकर सुनिश्चित करें कि आपके पास पर्याप्त सुरक्षा हो और आप बिना वित्तीय तनाव के आवश्यक देखभाल प्राप्त कर सकें.
कॉर्पोरेट हेल्थ कवरेज मूल रूप से मूल्यवान सुरक्षा प्रदान करता है. हालांकि, इसकी सीमाओं को पहचानना जरूरी है. इसे व्यक्तिगत टॉप-अप या फैमिली प्लान के साथ जोड़ने से आपको अपने स्वास्थ्य देखभाल और वित्तीय भलाई के बारे में सही निर्णय लेने का अधिकार मिलता है. यह सक्रिय रवैया आपको अप्रत्याशित चिकित्सा खर्चों से बचने में मदद करता है, वित्तीय तनाव को कम करता है और मन की शांति का आनंद लेने में मदद करता है, यह जानकर कि आपके पास अपने और अपने परिवार के लिए वित्तीय सुरक्षा है.
(Credit : Sanjeev Sinha)