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रिटायरमेंट के लिए प्लानिंग जल्दी शुरू करने के कई फायदे हैं.
Retiarement Planning: जब हम रिटायरमेंट की बात करते हैं, तो यह अब पहले से पूरी तरह बदल गया है, जो हमारे माता-पिता या दादा-दादी की पीढ़ियों में होता था. आज का युवा 60 या 65 साल की उम्र तक 9 से 5 बजे तक की फुल टाइम जॉब जारी नहीं रखना चाहता है. अधिकतर लोगों के लिए यह धीरे-धीरे आगे बढ़ने वाली प्रक्रिया है जो एक अवधि में होती है. दूसरे लोगों के लिए रिटायरमेंट 50 या 55 साल की उम्र पर तय होती है, जिसके बाद एक अलग योजना बड़ी ध्यान से तैयार की गई होती है.
रिटायरमेंट जितनी भी आसान बन जाए, इसके लिए पहले से प्लान करने की जरूरत है जिससे रिटायरमेंट के समय तक कॉर्पस तैयार हो सके. इसलिए जल्दी शुरुआत करके, आप निश्चित तौर पर रिटायरमेंट कॉर्पस के लिए अच्छी राशि जुटा सकते हैं. रिटायरमेंट के लिए प्लानिंग जल्दी शुरू करने के कई फायदे हैं.
कंपाउंडिग का फायदा
निवेश की गई राशि पर कमाया गया ब्याज उसकी कंपाउंडिंग से भी बढ़ता है जो निवेश कॉर्पस को बहुत बढ़ा देता है. इसलिए जल्दी शुरुआत करने से आपका रिटायरमेंट कॉर्पस बहुत बड़ी राशि से बढ़ेगा. आइए एक उदाहरण से समझते हैं.
शिल्पा ने 25 साल की उम्र पर 10,000 रुपये की सालाना बचत, 8 फीसदी सालाना रिटर्न रेट, 35 साल की अवधि के साथ बचत शुरू करता है. इससे 60 साल की उम्र तक कुल बचत 3.5 लाख रुपये होगी. शिव ने 35 साल की उम्र पर 15 हजार की सालाना बचत, 8 फीसदी सालाना रिटर्न रेट और 25 साल की अवधि के साथ कुल बचत 3.75 लाख रुपये होगी. यह कंपाउंडिंग की ताकत है. इसलिए अगर आप ज्यादा राशि के साथ देर से भी शुरू करते हैं, तो आपको रिटायरमेंट पर तुलना में कम राशि मिलेगी.
कोई एंप्लॉयर पेंशन प्लान नहीं
आज मुश्किल से कोई कंपनी है जो पेंशन प्लान देती है और अगर करती भी है, तो कितने लोग एक नौकरी में लंबे समय तक रुकते हैं कि वे योग्य हों. नौकरी बदलने के साथ सुपर एनुअटी और ग्रेच्युटी के फायदे लेना मुश्किल है. इन दोनों चीजों के लिए एक विशेष नियोक्ता के साथ कुछ निश्चित साल काम करने की जरूरत होती है.
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जीवन प्रत्याशा में इजाफा
विश्व बैंक के डेटा के मुताबिक, 2010 में जीवन प्रत्याशा 65.13 थी जो इससे पहले 2000 में 61.61 और 1990 में 58.35 थी. इसलिए टेक्नोलॉजी, दवाइयों और जीवन का स्तर बढ़ने से इसमें भी हर साल इजाफा होता है. इसके लिए रिटायरमेंट के बाद ज्यादा सालों की जरूरत होती है. तो लाइफस्टाइल को बनाए रखने के लिए रिटायरमेंट की आय में ज्यादा कॉर्पस होना चाहिए.
महंगाई
महंगाई लगातार बढ़ती है और पहले की लग्जरी चीजें जैसे मोबाइल फोन अब जरूरी हो गए हैं. इसके लिए आपको रिटायरमेंट कॉर्पस और रिटर्न को कैलकुलेट करते समय महंगाई को देखना जरूरी है.
By- Deepak Yohannan, CEO, MyInsuranceClub