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Work From Home Side Effects: घर से काम करने का मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर, हर तीन में एक शख्स की पर्सनल लाइफ प्रभावित, सर्वे में खुलासा

Work From Home Side Effects: वर्क फ्रॉम होम के कल्चर का लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है.

Work From Home Side Effects: वर्क फ्रॉम होम के कल्चर का लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है.

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FE Online
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work from home side effects Almost one in every 3 people personal life affected due to work stress says ICICI Lombard survey

मानसिक स्वास्थ्य पुरुषों व महिलाओं दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है लेकिन महिलाएं खुद को लेकर अधिक संतुष्ट दिखीं. (Image- Reuters)

Work From Home Side Effects: कोरोना महामारी के चलते पिछले साल भारत में दुनिया का सबसे बड़ा लॉकडाउन लगाया गया था. इसके चलते वर्क फ्रॉम होम का कल्चर बढ़ा और जहां तक संभव हो सकता है, वर्क फ्रॉम होम का चलन अभी तक जारी है क्योंकि कोरोना का खतरा अभी बना हुआ है. अब एक आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि इसका लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है. सर्वे के मुताबिक कोविड से पहले लोगों का हेल्थ स्टेटस प्रपोर्शन 54 फीसदी था जो अब घटकर 35 फीसदी पर आ गया.

हेल्थ स्टेटस का मतलब है कि कितने लोग स्वस्थ हैं और हेल्थ स्टेटस प्रपोर्शन का मतलब है कि सभी लोगों में कितने लोग स्वस्थ हैं. वर्क फ्रॉम होम में काम के बढ़ते दबाव से लोगों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. सर्वे के मुताबिक 89 फीसदी लोग अपनी कंपनी से उम्मीद करते हैं कि हेल्थ व वेलनेस प्रोग्राम में सुधार किया जाए और इसमें से महज 75 फीसदी ही अपनी कंपनियों के वर्तमान कार्यक्रम से खुश हैं.

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महिलाओं ने अपना ख्याल बेहतर रखा

सर्वे के मुताबिक यह सामने आया है कि अब सिर्फ हॉस्पिटलाइजेशन को लेकर हेल्थ इंश्योरेंस का चलन बढ़ा है बल्कि अब लोग वेलनेस को लेकर भी सचेत हुए हैं. करीब 47 फीसदी लोग हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना चाहते हैं ताकि न सिर्फ वे बढ़िया दिखें बल्कि उन्हें खुद को लेकर बेहतर महसूस हो. इसमें 45 फीसदी लोग 25-35 वर्ष के युवा हैं. सभी लोगों ने कहा कि उन्होंने कोरोना के दौरान जितनी हेल्दी हैबिट्स अपनाई हैं, वे आगे भी जारी रहेंगी. सर्वे के मुताबिक कोरोना से पहले 54 फीसदी हेल्थ स्टेटस प्रपोर्शन था जो अब घटकर 34 फीसदी रह गया है. मानसिक स्वास्थ्य पुरुषों व महिलाओं दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है लेकिन महिलाएं खुद को लेकर अधिक संतुष्ट दिखीं. सर्वे में शामिल करीब 38 फीसदी महिलाएं अपने मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर संतुष्ट दिखीं लेकिन पुरुषों के मामले में यह आंकड़ा 35 फीसदी रहा.

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इस तरह हुआ सर्वे

कोरोना के चलते अब लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक गंभीर हुए हैं और आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के मुताबिक 86 फीसदी लोग सक्रिय रूप से शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने की गतिविधियां करते हैं. जनरल इंश्योरेंस कंपनी ने मौजूदा दौर में हेल्थ व वेलनेस को लेकर कितने सक्रिय हैं, इसे लेकर सर्वे किया. सर्वे के मुताबिक अब हेल्थ इंश्योरेंस की मांग तेजी से बढ़ी रही है. इस सर्वे में देश भर के विभिन्न मेट्रो शहरों में अलग-अलग वर्किंग कंडीशन यानी कि पूरी तरह वर्क फ्रॉम होम व आंशिक रूप से वर्क फ्रॉम होम करने वाले 1532 लोगों को शामिल किया गया.