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Amazon Head Jeff Bezos Success Mantra: अमेजन के संस्थापक और दुनिया के सबसे अमीर शख्स जेफ बेजोस का मानना है कि कारोबार कर रहे हैं तो उसमें विफलता की बात सोचकर डरें नहीं. कारोबार में अगर एक बार फेल भी हुए तो यह बड़ी सफलता की वजह बन सती है. जेफ बेजोस ने भारत यात्रा के दौरान छोटे एवं मझोले उद्यमियों के साथ कारोबार में जोखिम उठाने के विषय में खुलकर बातचीत की. जिस दौरान उन्होंने कारोबार से जुड़े ये टिप्स दिए. उन्होंने अंतरिक्ष क्षेत्र में अपने उद्यम योजना की भी चर्चा की.
विफलता कई चीजों को देती है जन्म
भारत की यात्रा पर आए बेजोस ने दिल्ली में 'अमेजन संभव' कार्यक्रम में कहा कि कारोबार में प्रयोग के दौरान विफलता कई बार नई चीजों को जन्म देती है. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि परिचालन का काम उत्कृष्ट होना चाहिए और इसमें विफलता से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि असफलता कोई भी पसंद नहीं करता. लोग तो उस समय भी विफल नहीं होना चाहते जब उन्हें पता होता है कि विफल होना जरूरी और अच्छा है क्योंकि इससे शर्मिंदगी होती है. बेजोस ने कहा कि कई बार हमें लगता है कि हमारा विचार अच्छा है लेकिन कोई उसकी ओर आकर्षित नहीं होता.
एक कामयाबी सब भुला देती है
अमेजन प्रमुख ने कहा कि एक कामयाबी, एक विजेता दर्जनों नाकामियों की भरपाई कर देता है. उन्होंने उद्यमियों को यह भी बताया कि वह किस तरह से बचपन में 4 से 16 आयु के दौरान अपने दादा के पशु फार्म में गर्मियां बिताते थे. उन्होंने कहा कि मैंने अपने दादा से बहुत सीखा और मुझे लगता है कि ग्रामीण क्षेत्र में बहुत से व्यक्ति इस तरह के होते हैं. वे संसाधन सम्पन्न और आत्मनिर्भर होते हैं. दादा का मेरे मन पर बड़ा असर पड़ा है.
85% कारोबार असंगठित क्षेत्र में
अमेजन द्वारा आयोजित इस 2 दिन के कार्यक्रम में पहले दिन इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति और फ्यूचर समूह के प्रमुख किशोर बियानी जैसी हस्तियां भी शामिल हुईं. नारायण मूर्ति ने बेजोस के इस वक्तव्य की तारीफ की कि 21वीं सदी भारत की होगी. साथ में यह भी कहा कि इस बात को सच साबित करने का दायित्व भारत के लोगों का है.
मूर्ति ने कहा कि भारत में 85 फीसदी कारोबार असंगठित क्षेत्र में होता है. बाकी के 15 फीसदी में 10 फीसदी योगदान एसएमबी (लघु एवं मझोले उद्यम) और पांच फीसदी बड़ी कंपनियों का है.