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Home Insurance: होम लोन के साथ जरूर चुनें सही होम इंश्योरेंस, आपकी मूल्यवान संपत्ति को हर आपदा से मिलेगी सुरक्षा

बैंक और कर्ज देने वाली कंपनियों को प्रॉपर्टी के इंश्योरेंस की जरूरत होती है.

बैंक और कर्ज देने वाली कंपनियों को प्रॉपर्टी के इंश्योरेंस की जरूरत होती है.

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FE Online
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you should buy correct home insurance with home loan know how to choose features बैंक और कर्ज देने वाली कंपनियों को प्रॉपर्टी के इंश्योरेंस की जरूरत होती है.

Home Insurance: भारत में ऐसे कई बैंक और वित्तीय संस्थान मौजूद हैं, जो होम लोन ऑफर कर रहे हैं. इसमें हर किसी के अपने खास बेनेफिट्स और फीचर्स होते हैं, जो अलग-अलग वित्तीय जरूरतों को पूरा करते हैं. इसके साथ आजकल बैंक और कर्ज देने वाली कंपनियों को प्रॉपर्टी के इंश्योरेंस की जरूरत होती है. होम इंश्योरेंस की बात करें, तो इसमें प्रीमियम किस्तों और अवधि के अलावा कई चीजें होती हैं. हमारा घर सबसे मूल्यवान एसेट्स में से एक है. इंश्योरेंस से अपनी जिंदगी और स्वास्थ्य को सुरक्षित करने के समान घर को सुरक्षित करने के लिए होम इंश्योरेंस लेना बहुत महत्वपूर्ण है.

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होम इंश्योरेंस घर के मालिक की जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. यह एक सुरक्षा कवर की तरह काम करता है जो न केवल आपके घर को सुरक्षित करता है बल्कि आपकी निजी चीजों को भी किसी संभव नुकसान से बचाता है जो किसी भी इंसान द्वारा निर्मित या प्राकृतिक कारण से हो सकता है.

अपने एसेट्स के लिए एक सही कवर लेना महत्वपूर्ण है और हमारा घर सबसे मूल्यवान एसेट्स में से एक है. होम इंश्योरेंस होने से किसी बुरी दुर्घटना के होने पर यह वित्तीय तनाव को कम करता है. एक मजबूत होम इंश्योरेंस प्लान की मदद से आप खुद को ज्यादातर प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, तूफान, बाढ़, भूस्खलन आदि के लिए सुरक्षा दिला सकते हैं. इसके साथ आग, धमाका आदि पर भी कवर मिलता है.

होम इंश्योरेंस में कवर

सामान्य तौर पर होम इंश्योरेंस पॉलिसी में ये चीजें कवर होती हैं:

  • घर का ढांचा- होम इंश्योरेंस पॉलिसी में पॉलिसी के तहत कवर होने वाली किसी घटना से नुकसान होने पर घर की मरम्मत या दोबारा बनाने के लिए भुगतान किया जाता है. घर के ढांचे के लिए इंश्योरेंस खरीदते समय व्यक्ति को उसे बनाने के लिए पर्याप्त कवर लेने की सोचना चाहिए.
  • निजी सामान- आग या चोरी या किसी दूसरी आपदा से बर्बाद होने पर आपके फर्नीचर, कपड़ों, घरेलू सामान को कवर किया जाता है. महंगे सामान जैसे ज्वैलरी, आर्ट आदि पर भी कुछ सीमा तक कवर मिलता है. भारत में होम पॉलिसी पैकेज पॉलिसी होती हैं जिसमें कई संख्या में सेक्शन होते हैं जो कई कवर देते हैं. एक कॉम्प्रिहैन्सिव होम पॉलिसी में आग, दंगे, चोरी, घरेलू सामान को नुकसान और घरेलू दुर्घटना पर भी कवर मिलता है. होम इंश्योरेंस पैकेज के तहत आप निजी दुर्घटना के लिए क्लेम कर सकते हैं. इसके साथ आप दुर्घटना की वजह से आंशिक या स्थाई अक्षमता के लिए भुगतान ले सकते हैं.

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सही इंश्योरेंस कैसे चुनें

होम इंश्योरेंस को चुनते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए

  • सबसे पहले इंश्योरेंस कंपनी की उसकी सेवा के बारे में प्रदर्शन और प्रतिष्ठा के बारे में पता लगाना है. अगर कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा नहीं है, तो ऐसी कंपनी से होम इंश्योरेंस लेने का जोखिम नहीं लेने का सुझाव दिया जाता है.
  • होम इंश्योरेंस के तहत कंपनी क्या ऑफर कर रही है, यह भी पता लगाना जरूरी है. व्यक्ति को पॉलिसी में निजी सामान जैसे ज्वैलरी, कपड़े, अप्लायंसेज आदि के लिए कवरेज और क्लेम सेटलमेंट, दस्तावेज आदि की कवरेज का प्रावधान देखना चाहिए.
  • घर को उसे दोबारा बनाने की वैल्यू के मुताबिक इंश्योरेंस लें. आप यह नहीं देखें कि आपने इसे खरीदने के लिए कितना भुगतान किया था. घर को दोबारा बनाने में ज्यादा पैसा लग सकता है.

(By Rajive Kumaraswamy, MD & CEO of Magma HDI General Insurance)

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