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Pension Plans: रिटायरमेंट प्लानिंग लेना बेहद आसान है.
National Pension Scheme : पेंशन फंड सब्सक्राइबर्स की संख्या कम होने के पीछे लोगों द्वारा रिटायरमेंट प्लानिंग स्कीम में कम दिलचस्पी लेना है. मौजूदा डेमोग्राफिक शिफ्ट की बात करें तो देश की कुल आबादी का एक बड़ा हिस्सा आज भी पेंशन स्कीम कवर के दायरें में नहीं है. पेंशन स्कीम एक ऐसा फाइनेंशियल प्लानिंग जो प्लानहोल्डर को रिटायरमेंट के बाद रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए कैश फ्लो बनाए रखने में मदद करता है.
रिटायरमेंट प्लानिंग प्रोडक्ट के रुप में नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) जैसी सरकारी योजना ने लोगों की काफी मदद की है. इस स्कीम का लाभ कोई भी कामकार और छोटा कारोबारी ले सकता है. आज के समय में भविष्य की फाइनेंशियल सिक्योरिटी के लिए रिटायरमेंट से पहले लोगों को इस तरह के प्लान से जुड़ने और उसमें निवेश के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है. ऐसा करने से भारत में पेंशन मार्केट को मजबूत किया जा सकता है.
NPS : रिटायरमेंट के बाद भी कैश-फ्लो बनाए रखने में है मददगार
मौजूदा समय में लाइफ इंश्योरेंस कंपनियां कई ऐसे पेंशन और रिटायरमेंट प्लान का ऑफर कर रहे हैं जो लोगों को स्मार्ट तरीके से बचत और निवेश में मददगार है. ऐसा करके वे अपनी रिटायरमेंट के बाद की जरूरतो को पूरा करने की तैयारी कर सकते हैं. इन स्कीम को इस तरह से डिजाइन किया गया होता है जो रिटायरमेंट के बाद इनकम की गारंटी दे सकती है. निवेश, टैक्स छूट में लाभ और सिक्योरिटी टार्गेट को पूरा करने वाली तमाम तरह के रिटायरमेंट प्लान हैं. ये प्लान फाइनेंशियल तौर पर सुरक्षित भविष्य बनाए रखने में सक्षम है. जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर इन निवेश प्लान की कई कैटेगरी मौजूद है.
अपनी पसंद और जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार निवेश प्लान में बदलाव करने का विकल्प है. समय के साथ लोग, उनकी वित्तीय और इकॉनोमिक स्थिति बदल रहती है. ऐसे में लंबी अवधि वाले पेंशन स्कीम में आसानी से बदलाव किया जा सकता है. एक और लाभ यह भी है कि इसमें पेंशन के साथ इंश्योरेंस का लाभ भी मिलता है. रिटायरमेंट प्लानहोल्डर के साथ किसी प्रकार की दुर्घटना होने की स्थिति में कवर लिए शख्स की फैमिली और उस पर निर्भर परिजन को भी फाइनेंशियल तौर पर सुरक्षित रखेगा. साथ ही रिटायरमेंट प्लानहोल्डर को एन्युटी (annuity) का लाभ मिलता है. एन्युटी बीमा कंपनी और रिटायरमेंट प्लानहोल्डर के बीच एक तरह का कॉन्ट्रैक्ट है. जिससे रिटायरमेंट के बाद प्लानहोल्डर को रेगुलर इनकम का लाभ मिलता है.
कुछ रिटायरमेंट और पेंशन प्लान ऐसे भी होते हैं जिसमें सब्सक्राइबर को को अपने परिजनों के लिए अपने पीछे विरासत राशि (legacy sum) छोड़ने का मौका भी देते हैं. इंश्योरेंस के साथ निवेश प्लान के दोहरे लाभ हैं जो काफी फ्लेक्सिबल हैं. ये निवेश प्लान ऐसा है जिसमें बड़ी रकम को बिना मैनेज किए सेविंग करने की अनुमति मिलती है.
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फाइनेंशियल तौर पर सिक्योर फ्यूचर देने में करता है मदद
व्यक्तिगत तौर पर देखा जाए तो रिटायरमेंट प्लानिंग में निवेश करना बेहद आसान है. करियर के शुरूआती दौर में ही इस प्लान को सब्सक्राइब कर लेना चाहिए और उसके लिए निवेश शुरू कर देना चाहिए. इकॉनोनिक लिहाज से देखें तो इससे पेंशन सेक्टर में मजबूती आएगी. देश और उसके नागरिक दोनों की वित्तीय स्थिरता को बनाए रखते हुए फंड मैनेजमेंट किया जा सकता है.
(Article By Prashant Tripathy, MD & CEO, Max Life Insurance)