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Team India in World Cup: रोहित शर्मा, विराट कोहली अपने टॉप फॉर्म में नहीं हैं और कंसिस्टेंसी की भी कमी दिख रही है. (PTI)
Team India World Cup Mission: टीम इंडिया का एलान मिशन वर्ल्ड कप के लिए हो चुका है. आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 के लिए 15 खिलाडि़यों का एलान हो चुका है, जिन पर 10 साल का आईसीसी ट्रॉफी वाला सूखा खत्म करने का दारोमदार है. वहीं 2011 के बाद से देश को एक और वर्ल्ड कप खिताब का इंतजार है. लेकिन क्या टीम इंडिया रोहित शर्मा की अगुवाई में दुनिया फतेह करने के लिए पूरी तरह से तैयार या बैलेंस दिख रही है. यह सवाल सभी के मन में आ रहा होगा. यह सवाल अपने पीछे कई सवाल भी छोड़ रहा है. सही से देखें तो 2011 वर्ल्ड कप के पहले जिस तरह का भरोसा टीम को लेकर था, वैसा इस बार तो फिलहाल नहीं है. इसके पीछे वजह हैं टॉप ऑर्डर में निरंतरता की कमी और फिटनेस.
वैसे साल 2022 से अबतक वनडे क्रिकेट का प्रदर्शन देखें तो आंकड़े टीम इंडिया के पक्ष में हैं. इस दौरान टीम इंडिया ने 38 वनडे मैचे खेले हैं, जिनमें 24 में उन्हें जीत मिली है और 11 में हार. 3 मैचे बेनतीजा रहे हैं. इसके बाद भी कुछ ऐसे वजह हैं, जिनके चलते मिशन वर्ल्ड कप की राह आसान नहीं दिख रही है.
टॉप बल्लेबाजों में नहीं दिखी निरंतरता
इस बार जो टीम चुनी गई है, उनें टॉप बल्लेबाजों की बात करें तो मिशन वर्ल्ड कप का दारोमदार रोहित शर्मा, विराट कोहली, शुभमन गिल, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाजों पर रहेगा. इनमें रोहित शर्मा, विराट कोहली अपने टॉप फॉर्म में नहीं हैं और कंसिस्टेंसी की भी कमी दिख रही है. वहीं केएल राहुल और श्रेयस अय्यर अभी चोट से उबरकर आए हैं. आते ही उनसे टॉप परफॉर्मेंस की उम्मीद नहीं की जा सकती हैं. बचे शुभमन गिल तो उनके कंधों पर जिम्मेदारी बहुत ज्यादा है, लेकिन उन्हें अनुभव कुछ कम है. साल 2011 की बात करें तो टीम के पास सचिन तेंदुलकर, विरेंद्र सहवाह, गौतम गंभीर, युवराज सिंह, सुरेश रैना और एमएस धोनी जैसे इनफॉर्म बल्लेबाज टूर्नामेंट में शिरकत कर रहे थे.
मिडिल ऑर्डर को लेकर दूर नहीं हुआ कन्फ्यूजन
टीम इंडिया के लिए मिडिल ऑर्डर भी एक कनफ्यूजन बना हुआ है. वैसे तो मिडिल ऑर्डर की बात करें तो नंबर 3 पर विराट कोहली आते हैं तो उसके बाद ईशान किशन, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और सूर्यकुमार यादव हैं. लेकिन सूर्य कुमार यादव अबतक वनडे में रेगुलर खिलाड़ी नहीं बन पाए. केएल राहुल की टीम में जगह है या नहीं, अबतक तय नहीं है. श्रेयस अय्यर भी अभी चोट से उबरकर टीम में आए हैं. ईशान किशन का हालिया प्रदर्शन उम्मीद जगाता है. 2011 की बात करें तो नंबर 3 पर गौतम गंभीर के बाद युवराज सिंह, सुरेश रैना और एमएस धोनी थे. वनडे में नंबर-4 पर देखें तो श्रेयस अय्यर ने 21 मैच की 21 पारियों में 45 से ज्यादा औसत के साथ 819 रन बनाए हैं. वहीं नंबर-5 पर केएल राहुल ने 18 मैचों में 53 की औसत से 742 रन बनाए हैं.
गेंदबाजी कितनी धारदार
इस बार गेंदबाजी की कमान जसप्रीत बुमराह के पास होगी. निश्चित रूप से चोटिल होने के पहले वह क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में नंबर 1 थे. लेकिन अभी वह चोटिल होकर लौटे हैं और टॉप टीमों के खिलाफ उनका प्रदर्शन देखा जाना है. मोहम्मद श्मी और सिराज दूसरे अहम पेस हैं. वहीं टीम में युजवेंद्र चहल के न होने से स्पिन का जिम्मा कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा पर रहेगा. वनडे में भारतीय पिचों पर चहल के नाम 18 मैच में 30 विकेट हैं, लेकिन पिछले 2 साल में युजवेंद्र चहल की चमक थोड़ी फिकी पड़ी, जिसके चलते वह टीम के साथ नहीं हैं. कुलदीप का प्रदर्शन बहुत कंसिस्टेंट नहीं रहा है. ऐसे में भारतीय पिचों पर खुद भारत का स्पिन आक्रमण कुछ कमजोर लग रहा है.
ऑलराउंडर में पांड्या करेंगे लीड
इस बार हार्दिक पांड्या टीम के अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं. वह टीम के प्रमुख आलराउंडर हैं, जिनका साथ रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर और अक्षर पटेल देंगे. लेकिन अक्षर पटेल की जगह तय नहीं है. हार्दिक पांड्या की बात करें तो वह परफेक्ट मैच विनर हैं. ऐसे में उन्हें उसी तरह से जिम्मेदारी लेनी होगी, जैसा कि 2011 में युवराज सिंह ने ली थी.
यहां एक आउट ऑफ द बॉक्स वाली चॉइस रविचंद्रन अश्विन हो सकते थे, जो घरेलू पिच पर टर्न कराने के मास्टर हैं और उनके पास अनुभव भी है. लेकिन टीम इंडिया यहां सेफ खेलती हुई दिखी भले ही टीम ऑफ स्पिनर या राइट आर्म स्पिनर को ना चुन पाई हो लेकिन कुलदीप यादव को जरूर टीम में रखा है. करीब दो साल तक गायब रहने के बाद कुलदीप ने वापसी की और इसी साल वो अबतक 23 विकेट वनडे में निकाल चुके हैं, अब वर्ल्ड कप का जिम्मा भी उन्हें दिया गया है.
इन खिलाड़ियों की खल सकती है कमी
आर अश्विन, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, संजू सैमसन और तिलक वर्मा की कमी टीम इंडिया को खल सकती है. शिखर धवन एक ओपेनर बल्लेबाज के रूप में काफी हद तक आज भी भरोसेमंद हैं और उन्हें अनुभव भरी है. वहीं चहल और अश्विन मैच विनर हैं. रिषभ पंत का चोटिल होना भी टीम को खल रहा होगा. तिलक वर्मा युवा हैं और हर मौके को उन्होंने भुनाया है. वह बेहद अटैकिंग बल्लेबाज हैं.
टीम इंडिया के 15 खिलाड़ी
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल, इशान किशन, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या (उपकप्तान), शार्दुल ठाकुर, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह.