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कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इसे पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों के परिवारों के साथ एकजुटता का प्रतीक बताया. Photograph: (Image: X/@ACCMedia1)
Indian players refuse handshake post Asia Cup match: एशिया कप के ग्रुप स्टेज में दुबई की रात गवाह बनी उस पल की, जब भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी और फिर मैदान से बाहर भी अपने तेवर साफ कर दिए. कप्तान सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में भारतीय टीम ने 20 ओवर में मिले 127 रनों के मामूली लक्ष्य को 25 गेंद शेष रहते ही 7 विकेट से हासिल कर लिया. मैच पूरी तरह एकतरफा रहा और पाकिस्तान को खेल के हर विभाग में मात मिली. लेकिन जीत के बाद जो हुआ, उसने क्रिकेट से इतर माहौल को और भी गरमा दिया.
दरअसल, सूर्यकुमार यादव और शिवम दुबे ने मैच खत्म होने के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया और सीधे पवेलियन लौट गए. इसे लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) भड़क गया और एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई. PCB ने बयान जारी कर भारतीय टीम के इस रवैये को "खेल भावना के विपरीत" करार दिया और विरोध जताने के लिए अपने कप्तान को पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में नहीं भेजा.
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इस फैसले की वजह स्पष्ट करते हुए कहा कि विपक्षी टीम से हाथ न मिलाना, अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों के परिवारों के साथ एकजुटता दिखाने का तरीका है. गौरतलब है कि उस हमले के बाद भारत ने मई में सीमा पार आतंकी ठिकानों पर "ऑपरेशन सिंदूर" चलाया था. उसी के बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने थे.
मैदान पर भारत की जीत जितनी शानदार रही, उतना ही बड़ा संदेश हाथ न मिलाने के इस प्रतीकात्मक कदम ने दिया. दुबई की यह भिड़ंत सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं रही, बल्कि मैदान से बाहर भी भारत ने साफ कर दिया कि आतंकवाद और खेल को अलग-अलग नहीं देखा जा सकता.