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भारतीय तीरंदाजों की टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों को उस समय बल मिला, जब इस खेल की वैश्विक संस्था विश्व तीरंदाजी ने भारतीय तीरंदाजी संघ के चुनाव के एक सप्ताह के भीतर गुरुवार को उस पर लगा निलंबन सशर्त हटा दिया. प्रतिबंध हटाते हुए विश्व तीरंदाजी ने भारतीय संघ को निर्देश दिया कि वह खिलाड़ियों की सदस्यता को लेकर अपने संविधान में बदलाव करे, संचालन से जुड़े मुद्दों का हल निकाले और रणनीतिक योजना तैयार करे. उसके साथ ही एएआई को इन मुद्दों पर तिमाही प्रति रिपोर्ट देने को भी कहा.
विश्व तीरंदाजी ने एक बयान में कहा, ‘‘विश्व तीरंदाजी ने 18 जनवरी को नई दिल्ली में हुए चुनाव के बाद भारतीय तीरंदाजी संघ पर लगा निलंबन सशर्त हटा दिया है. कार्यकारी बोर्ड ने यह फैसला किया.’’ बयान के अनुसार, ‘‘गुरुवार 23 जनवरी 2020 से भारतीय तीरंदाजों को विश्व तीरंदाजी की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने की स्वीकृति होगी. महासंघ को निर्देश दिया जाता है कि वह अपने संविधान में बदलाव करते हुए खिलाड़ी की सदस्यता पर स्थिति स्पष्ट करे, रणनीतिक योजना बनाए और संचालन के जुड़े अन्य मुद्दों को हल करे.’’
5 अगस्त को निलंबित हुआ था AAI
एएआई को पांच अगस्त को निलंबित किया गया था. भारतीय तीरंदाजों को निलंबन के कारण तटस्थ खिलाड़ियों के तौर पर खेलना पड़ा, जिससे ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की उनकी संभावना पर सीधा असर पड़ा. गुरुवार को प्रतिबंध हटने के बाद अब भारतीय तीरंदाज तिरंगे तले प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए स्वतंत्र होंगे. भारत को अगला टूर्नामेंट तीन सप्ताह के भीतर लास वेगास में इंडोर विश्व सीरीज में खेलना है.
भारत ने 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए अब तक तीन पुरुष और एक महिला कोटा स्थान हासिल किया है. विश्व तीरंदाजी के महासचिव टाम डाइलन ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि यह भारत में सुसंचालित संघ की शुरुआत होगी. भारतीय खिलाड़ी अब टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों की तैयारी में ध्यान लगा सकते हैं, जो सिर्फ छह महीने दूर हैं.’’ केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को शनिवार को हुए चुनाव में भारतीय तीरंदाजी संघ का नया अध्यक्ष चुना गया. एएआई के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार मलहोत्रा का समर्थन प्राप्त मुंडा ने बीवीपी राव को 34-18 से हराया.
दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश पर हुए थे चुनाव
दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश पर ये चुनाव कराए गए और पहली बार दोनों विरोधी गुट आमने सामने थे. इन चुनावों के लिए विश्व तीरंदाजी और भारतीय ओलंपिक संघ ने पर्यवेक्षक भेजे थे. विश्व तीरंदाजी ने दो समानांतर चुनाव करके उसके दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए भारतीय तीरंदाजी संघ को पांच अगस्त को निलंबित कर दिया था. एएआई के दो गुटों ने पिछले साल नौ जून को नई दिल्ली और चंडीगढ़ में अलग-अलग चुनाव कराके मुंडा और राव को अध्यक्ष चुना था.
दो अध्यक्ष चुनने के बाद AAI को निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद भारतीय तीरंदाज पिछले साल दिसंबर में नेपाल में हुए दक्षिण एशियाई खेलों में हिस्सा नहीं ले पाए थे. भारतीय तीरंदाजों को हालांकि ‘तटस्थ खिलाड़ियों’ के रूप में बैंकाक में एशियाई चैंपियनशिप में हिस्सा लेने की स्वीकृति मिली थी क्योंकि यह महाद्वीपीय ओलंपिक क्वालीफायर था.