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6G in India: 5जी लॉन्च होने से पहले शुरू हुई 6जी की तैयारी, पीएम मोदी ने किया बड़ा ऐलान

6G in India: देश में अगली पीढ़ी का नेटवर्क 5जी आने वाला है लेकिन उसके साथ ही अब 6जी सर्विसेज के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है.

6G in India: देश में अगली पीढ़ी का नेटवर्क 5जी आने वाला है लेकिन उसके साथ ही अब 6जी सर्विसेज के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है.

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FE Hindi Desk
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5G roll-out in India by October 2022 6G by end of this decade Everything you need to know

5जी के लॉन्च होने से पहले पीएम मोदी ने 6जी के बारे में ऐलान कर दिया है.

6G in India: देश में अगली पीढ़ी का नेटवर्क 5जी आने वाला है लेकिन उसके साथ ही अब 6जी सर्विसेज के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है. पीएम मोदी (PM Modi) ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2022 ग्रैंड फिनाले (Smart India Hackathon 2022 Grand Finale) में कहा कि इस दशक के आखिरी यानी वर्ष 2030 तक 6जी सर्विसेज लॉन्च करने की तैयारी चल रही है.

भारत में 5जी सेवाएं जल्द शुरू होने वाली हैं और केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक 12 अक्टूबर तक यह लॉन्च हो सकता है. इसे चरणबद्ध तरीके से लॉन्च किया जाएगा और पहले चरण में 13 शहरों में 5जी सर्विसेज शुरू होंगी. सरकार के मुताबिक 5जी नेटवर्क शुरू होने पर भारतीय अर्थव्यवस्था 45 हजार करोड़ डॉलर बढ़ जाएगी.

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पीएम मोदी ने युवाओं को किया प्रोत्साहित

वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए फिनाले को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत में 5G लॉन्च हो रहा है और इस दशक के अंत तक 6G लॉन्च करने की तैयारी हो रही है. गेमिंग और एंटरटेनमेंट में भी भारतीय सॉल्यूशन्स को सरकार प्रोत्साहित कर रही है. पीएम मोदी ने कहा कि इन सारे नए सेक्टर्स पर सरकार जिस प्रकार निवेश कर रही है, जैसे इन्हें प्रोत्साहन दे रही है, उसका लाभ युवाओं को ज़रूर उठाना चाहिए.

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क्या है 5जी और 6जी

5जी और 6जी सेल्युलर टेक्नोलॉजी की पांचवीं और छठवीं पीढ़ी है. 5जी की स्पीड को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह 4जी तकनीक की तुलना में 10 गुना तेज होगा और इसकी लैटेंसी कम होगी और बैंडविड्थ भी बेहतर होगा. 4जी नेटवर्क का लैटेंसी करीब 50 मिलीसेकंड है जबकि 5जी में यह घटकर 1 मिलीसेकंड तक आ सकता है. इसमें बैंडविड्थ भी अधिक होगा.

वहीं 6जी की बात करें तो इसमें 5जी से भी ज्यादा तेज इंटरनेट स्पीड मिलेगी. इस महीने की शुरुआत में भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर बैरी ओफारेल ने कहा था कि भारत और ऑस्ट्रेलिया को 6जी तकनीक पर एथिकल रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए. फिनलैंड ने भी भारत को 5जी और 6जी नेटवर्क लागू करने और योजना बनाने में मदद का प्रस्ताव रखा है.
(आर्टिकल: प्रिया पाठक)