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भारती एयरटेल (Bharti Airtel) ने बुधवार को इंटेल (Intel) के साथ भारत में 5G नेटवर्क के विकास के लिए समझौता किया है.
टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर भारती एयरटेल (Bharti Airtel) ने बुधवार को इंटेल (Intel) के साथ भारत में 5G नेटवर्क के विकास के लिए समझौता किया है. इसके लिए कंपनी ने vRAN / O-RAN टेक्नोलॉजी का फायदा लिया है. एयरटेल ने भारत में एक 5G रोडमैप तय किया है, जहां यूजर्स इंडस्ट्री 4.0, क्लाउड गेमिंग और वर्चुअल रिएल्टी को रोजाना आधार पर एक्सेस कर सकेंगे और यह समझौता इसी का हिस्सा है. इस समझौते के तहत, एयरटेल अपने पूरे नेटवर्क में थर्ड जनरेशन Xeon स्केलेबल प्रोसेसर, FPGAs और eASICs, और Ethernet 800 सीरीज को लगाएगी.
कंपनी बड़े शहरों में कर रही 5G ट्रायल
कंपनी के मुताबिक, इससे बड़े स्तर पर 5G की शुरुआत, मोबाइल ऐज कंप्यूटिंग और नेटवर्क के लिए मजबूत आधार के विकसित होने की उम्मीद है. एयरटेल ने एक बयान में कहा कि O-RAN के सदस्यों के तौर पर, एयरटेल और इंटेल साथ में, मेक इन इंडिया 5G सोल्यूशंस को विकसित करने और भारत में स्थानीय पार्टनर्स के जरिए टेलिकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए काम करेंगी. एयरटेल का दावा है कि भारत में लाइव नेटवर्क पर 5G का प्रदर्शन करने वाला पहले टेलिकॉम ऑपरेटर है. और बड़े शहरों में कंपनी 5G ट्रायल कर रही है.
कंपनी के मुताबिक, ओपन रेडियो एक्सेस नेटवर्क (O-RAN) के आने वाले सालों में बड़ा इनोवेशन और क्रिएटिविटी का क्षेत्र होने की उम्मीद है. O-RAN प्लेटफॉर्म्स सॉफ्टवेयर बेस्ड रेडियो बेस स्टेशन को इनेबल करने के लिए Intel FlexRAN का इस्तेमाल करेंगे. ये रेडियो बेस स्टेशन सामान्य उद्देश्य के सर्वर पर रन कर सकते हैं और ये नेटवर्क ऐज पर स्थित हैं.
भारती एयरटेल के सीटीओ रणदीप सेखोन ने कहा कि भारत की बेहतरीन टेक्नोलॉजी और अनुभव से एयरटेल के भारत को विश्वस्तर की 5G सर्विसेज देने के मिशन में बड़ा योगदान करेगी. उन्होंने आगे कहा कि ने इंटेल और भारत में विकसित हुई कंपनियों के साथ काम करने को लेकर उत्सुक हैं, जिससे वे एक ग्लोबल 5G हब के तौर पर भारत की क्षमता को देखना चाहते हैं.
यह बात ध्यान देने वाली है कि भारत में दुनिया की दूसरे सबसे बड़ी इंटरनेट की आबादी है, जिसमें बड़े स्तर पर किफायती स्मार्टफोन्स के साथ कम डेटा टैरिफ हैं. इसके अलावा भारत का एक्टिव इंटरनेट यूजर बेस 2025 तक बढ़कर 900 मिलियन होने की उम्मीद है.