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The Commission welcomed the ruling, saying it would provide legal clarity for the market. (File/AP)
कंपीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया यानी CCI गूगल (Google) के खिलाफ स्मार्टफोन के ऑपरेटिंग सिस्टम और इससे जुड़े मार्केट में कंपीटिशन और प्रतिबंधात्मक व्यापार नियमों के कथित उल्लंघन के आरोपों की जांच कर रहा है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल बाजार में अपनी बहुत मजबूत स्थिति का दुरुपयोग कर रहा है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की जांच में इसका खुलासा हुआ है.
सीसीआई पैनल ने 750 पेज की जांच रिपोर्ट सौंपी
सीसीआई की जांच इकाई ने दो साल तक मामले की जांच के बाद जो रिपोर्ट दी है कि उसमें कहा गया है कि गूगल प्रतिस्पर्धा विरोधी, अनुचित और प्रतिबंधात्मक व्यापार तरीके (restrictive trade practices) अपनाती रही है. सीसीआई के जांच पैनल ने गूगल इंडिया को इनोवेशन और कंपीटिशन को दबाने का दोषी पाया है. उसका कहना है कि ब्राउजर ( Chrome) ऑनलाइन म्यूजिक (YouTube) ऐप लाइब्रेरी (Play Store) और कई दूसरी सर्विसेज में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए कंपनी मार्केट में कंपीटिशन और इनोवेशन को दबा रही है.
गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का स्मार्टफोन मार्केट के 98% हिस्से पर कब्जा
जांच पैनल ने गूगल से इस संबंध में पूछताछ की है. गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का स्मार्टफोन मार्केट के 98 फीसदी हिस्से पर कब्जा है. पैनल ने माइक्रोसॉफ्ट, ऐपल, पेटीएम, अमेजन, फोन पे, सैमसंग, श्याओमी, ओप्पो, वीवो, कार्बन और मोजिला से भी पूछताछ की है.जांच पैनल ने सीसीआई की 750 पेज की रिपोर्ट सौंपी है. सीसीआई ने गूगल के खिलाफ अप्रैल 2019 में जांच का आदेश दिया था. अगर गूगल की ओर से की जा रही कथित गड़बड़ी साबित हो गई तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो कती है. गूगल पहले ही अमेरिका, यूरोपीय यूनियन, जापान और जर्मनी में एंटी ट्रस्ट कानूनों के उल्लंघन के आरोप में ऐसी ही जांच का सामान कर रहा है.