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Cyber Scam Alert: कोरोना काल में बढ़ रहे साइबर फ्रॉड, कैसे करें अपना बचाव, Airtel ने चिट्ठी लिखकर किया आगाह

Airtel ने फर्जीवाड़ा करने वाले सभी तरीकों के बारे में जानकारी देते हुए आगाह किया है और डिजिटल पेमेंट में साइबर फ्रॉड से बचने के लिए कंपनी के खास फीचर के बारे में जानकारी दी है.

Airtel ने फर्जीवाड़ा करने वाले सभी तरीकों के बारे में जानकारी देते हुए आगाह किया है और डिजिटल पेमेंट में साइबर फ्रॉड से बचने के लिए कंपनी के खास फीचर के बारे में जानकारी दी है.

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FE Online
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Cyber Scam Alert increasing in covid times know here how to be safe from cyber fraud airtel ceo writes letter

ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस बढ़ने के साथ-साथ साइबर फ्रॉड भी तेजी से बढ़ रहा है.

कोरोना की दूसरी लहर अधिक संक्रामक साबित हो रही है. इसके चलते देश के अधिकतर हिस्सों में लॉकडाउन/रिस्ट्रिक्शंस लगाए गए हैं. लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन पेमेंट तेजी से बढ़ा है क्योंकि यह सबसे अधिक सुविधाजनक है और कोरोना के समय में सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रखते हुए पेमेंट की सुविधा देता है. हालांकि ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस बढ़ने के साथ-साथ साइबर फ्रॉड भी तेजी से बढ़ रहा है. इसे लेकर Airtel के सीईओ गोपाल वित्तल ने सभी ग्राहकों के लिए पत्र लिखा है जिसमें समझाया गया है कि फर्जीवाड़ा करने वाले किस तरीके से ग्राहकों के साथ छल करते हैं और इसके बाद वित्तल ने इससे बचने के लिए कंपनी के फीचर के बारे में भी जानकारी दी है.

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इन चार तरीकों से ग्राहकों के साथ होता है साइबर फ्रॉड

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  • एयरटेल कर्मी बनकर केवाईसी को लेकर: सबसे सामान्य यह है कि अधिकतर फर्जीवाड़ा करने वाले एयरटेल के कर्मी बनकर कॉल करते हैं और अधूरी केवाईसी का हवाला देते हुए वे गूगल प्ले स्टोर से Airtel Quick Support इंस्टॉल करने को कहते हैं ताकि उनकी मदद की जा सके. हालांकि एयरटेल के सीईओ के मुताबिक ऐसा कोई ऐप नहीं है लेकिन जब ग्राहक इसे इंस्टॉल करने की कोशिश करते हैं तो उन्हें TeamViewer Quick Support ऐप की तरफ रीडायरेक्ट कर दिया जाता है. इसे इंस्टॉल करने पर फर्जीवाड़ा करने वालों का ग्राहकों की डिवाइस और इससे जुड़े खातों पर नियंत्रण हो जाता है. एयरटेल ने कहा है कि इस प्रकार के फर्जीवाड़े को लेकर तुरंत 121 पर कॉल करके कंफर्म करें.
  • एयरटेल कर्मी बनकर वीआईपी नंबर के नाम पर: फर्जीवाड़ा करने वाले एयरटेल के कर्मी बनकर कॉल या एसएमएस कर भारी छूट के साथ वीआईपी नंबर दिलाने का वादा करते हैं. इसके लिए ग्राहकों से टोकन/बुकिंग अमाउंट के रूप में प्रीपेमेंट रिक्वेस्ट किया जाता है. ये राशि मिलने के बाद फर्जीवाड़ा वाले ग्राहक के साथ सभी संपर्क समाप्त कर देते हैं और उन तक ग्राहकों के लिए पहुंचना असंभव हो जाता है. एयरटेल ने कहा है कि इस प्रकार के फर्जीवाड़े को लेकर तुरंत 121 पर कॉल करके कंफर्म करें.
  • ओटीपी मांग कर डिजिटल पेमेंट्स में फर्जीवाड़ा: डिजिटल पेमेंट्स तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में पेमेंट्स को लेकर भी साइबर फ्रॉड तेजी से बढ़ रहा है. फर्जीवाड़ा करने वाले लोग किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से होने का दावा करते हुए खाते की डिटेल्स या बैंक खाते को अनब्लॉक/रिन्यू करने के लिए ओटीपी पूछते हैं. इसका इस्तेमाल ग्राहकों के बैंक खाते से पैसे निकालने के लिए किया जाता है.
  • यूपीआई डिटेल्स के जरिए फर्जीवाड़ा: फ्रॉडस्टर्स ग्राहकों को कॉल कर वेबसाइट से सेकंड हैंड लिस्टेड प्रॉडक्ट खरीदने का बहाना करते हैं. कीमत को लेकर सौदेबाजी के बाद ग्राहक से यूपीआई डिटेल्स मांगते हैं ताकि ग्राहक के खाते में पैसे भेजे जा सकें. जब ग्राहक खाते की डिटेल्स देते हैं तो एक एसएमएस ग्राहक को फोन पर ट्रांजैक्शन को अप्रूव करने के लिए भेजा जाता है जिससे उनके खाते में क्रेडिट होने की बजाय कट जाता है.

Safe Pay के इस्तेमाल से बचें फर्जीवाड़े से

डिजिटल ट्रांजैक्शन में फर्जीवाड़े से बचने के लिए एयरटेल ने इंडस्ट्री-फर्स्ट-फीचर के रूप में सेफ पे लांच किया है. कंपनी के दावे के मुताबिक यह देश का सबसे सुरक्षित ऑनलाइ पेमेंट टूल है. हर ट्रांजैक्शन में यह अतिरिक्त सिक्योरिटी लेवल देता है. इसके तहत जब आप कोई पेमेंट करते हैं तो कंपनी का नेटवर्क इंटेलीजेंस एक मैसेज भेजकर इसे कंफर्म करेगा ताकि फ्रॉड को रोका जा सके. सेफ पे के इस्तेमाल के लिए एयरटेल पेमेंट्स बैंक अकाउंट होना जरूरी है. इस खाते में अधिकतम 2 लाख रुपये रखे जा सकते हैं और 1-2 लाख रुपये की राशि पर 6 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है.