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Google Play Store पर हटाए गए ऐप्स की होगी वापसी, केंद्र सरकार के दखल के बाद की जा रही रिस्टोर: सूत्र

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के दखल के बाद गूगल ने अपने सभी ऐप्स को बहाल कर दिया है. सरकारी सूत्र के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को गूगल के साथ बैठक बुलाई है.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के दखल के बाद गूगल ने अपने सभी ऐप्स को बहाल कर दिया है. सरकारी सूत्र के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को गूगल के साथ बैठक बुलाई है.

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FE Hindi Desk
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केंद्र सरकार के दखल के बाद पिछले दिन हटाए गए सभी ऐप्स की गूगल प्लेस्टोर पर फिर एक बार वापसी होनी है. (Image: Reuters)

सर्विस चार्ज पेमेंट मामले में प्लेस्टोर से हटाए गए ऐप बहाल किए जाएंगे. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के दखल के बाद गूगल ने अपने सभी ऐप्स को बहाल करना शुरू कर दिया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने शनिवार को यह जानकारी दी. सरकारी सूत्र के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को गूगल के साथ बैठक बुलाई है.

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गूगल के अपने प्ले स्टोर से कुछ ऐप हटाने पर कड़ा रुख अपनाते हुए सरकार ने शनिवार को कहा कि भारतीय ऐप को हटाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. सरकार ने इस संबंध में गूगल और संबंधित स्टार्टअप को बैठक के लिए अगले सप्ताह बुलाया है. आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पीटीआई-भाषा को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र भारतीय अर्थव्यवस्था की कुंजी है और उनके भाग्य का फैसला किसी बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनी पर नहीं छोड़ा जा सकता है. 

केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी महत्वपूर्ण है, क्योंकि गूगल ने शुक्रवार को सर्विस चार्ज पेमेंट मामले को लेकर भारत में अपने प्ले स्टोर से एक लोकप्रिय 'मैट्रिमोनी' ऐप सहित कुछ ऐप को हटाना शुरू कर दिया था. इन ऐप और जानेमाने स्टार्टअप संस्थापकों ने इस पर आपत्ति जताई थी. वैष्णव ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करते हुए कहा कि भारत सरकार की नीति बहुत स्पष्ट है. हमारे स्टार्टअप को वह सुरक्षा मिलेगी, जिसकी उन्हें जरूरत है. 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार विवाद सुलझाने के लिए अगले हफ्ते गूगल और प्ले स्टोर से हटाए गए ऐप के डेवलपर से मुलाकात करेगी. वैष्णव ने कहा कि मैंने पहले ही गूगल से बात की है. मैंने उन ऐप डेवलपर से भी बात की है, जिन्हें हटाया गया है. हम उनसे अगले हफ्ते मिलेंगे.इस तहर ऐप को हटाने की अनुमति नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा कि भारत ने 10 सालों में एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से अधिक यूनिकॉर्न का एक मजबूत स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र बनाया है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि युवाओं और उद्यमियों की ऊर्जा को सही दिशा देनी चाहिए और इसे बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनी की नीतियों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता. इससे पहले गूगल ने शुक्रवार को कहा था कि कई जानी-मानी फर्मों सहित कई कंपनियां उसके ‘बिलिंग’ मानदंडों का उल्लंघन कर रही हैं. ये कंपनियां बिक्री पर लागू प्ले स्टोर सेवा शुल्क का भुगतान नहीं कर रही हैं. इसके साथ ही गूगल ने चेतावनी दी थी कि वह गूगल प्ले पर ऐसे गैर-अनुपालन वाले ऐप को हटाने में संकोच नहीं करेगी. गूगल ने कहा कि इन डेवलपर को तैयारी के लिए तीन साल से अधिक का समय दिया गया. इसमें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिया गया तीन सप्ताह का समय भी शामिल है. 

गूगल ने कहा कि इसके बाद अब वह यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है, कि उसकी नीतियां सभी पर समान रूप से लागू हों. कंपनी ने कहा कि जरूरी होने पर गूगल प्ले से गैर-अनुपालन वाले ऐप को हटाया जा सकता है. इसके बाद शुक्रवार को ही शादी डॉट कॉम, मैट्रिमोनी डॉट कॉम, भारत मैट्रिमोनी, बालाजी टेलीफिल्म्स का ऑल्ट (पूर्व में ऑल्ट बालाजी), ऑडियो मंच कुकू एफएम, डेटिंग सेवा क्वैक क्वैक और ट्रूली मैडली के ऐप प्ले स्टोर पर सर्च करने पर नहीं मिले. इंफो एज ने बताया कि उसके ऐप भी प्ले स्टोर से हटा दिए गए हैं.

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