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India’s mobile handset market declined 9% y-o-y in 2020 due to a decline in feature phone shipments. The feature phone market registered a 20% y-o-y decline last year as consumers in this segment were the worst hit by lockdown.
कोरोना महामारी के कारण जब सभी अपने घरों में बंद हो गए तो स्मार्टफोन के जरिए ही लोगों ने दुनिया भर से खुद को जोड़े रखा. इसके जरिए न सिर्फ वे अपने दोस्तों से जुड़े रहे बल्कि घर से कामकाज भी शुरू हुआ. इस दौरान उन्होंने स्मार्टफोन पर नई रेसिपी भी सीखी. अगले साल 2021 में स्मार्टफोन इंडस्ट्री में 20 फीसदी तक की ग्रोथ दिख सकती है क्योंकि अधिकतर लोगों ने अब हाइब्रिड वर्क मॉडल्स शुरू किया है और वेब सीरीज का भी चलन तेजी से बढ़ रहा है.
लॉकडाउन के कारण स्मार्टफोन इंडस्ट्री भी बुरी तरह प्रभावित हुई थी हालांकि लॉकडाउन खुलने के बाद अब धीरे-धीरे इकोनॉमिक गतिविधियों में बढ़ोतरी हो रही है. इस साल सितंबर में स्मार्टफोन का रिकॉर्ड शिपमेंट हुआ. एंटी-चाइना सेंटिमेंट्स के बावजूद जरूरतों को देखते हुए चाइनीज स्मार्टफोन की बिक्री लगातार जारी रही. अगले साल भी स्मार्टफोन इंडस्ट्री को मांग बने रहने का अनुमान है. इकोनॉमिक एक्टिविटीज बढ़ने और टॉप ब्रांड्स द्वारा एग्रेसिव प्रॉडक्ट स्ट्रेटजी के कारण कंज्यूमर स्पेंडिंग बढ़ेगी जिसके कारण स्मार्टफोन इंडस्ट्री की डबल डिजिट ग्रोथ होगी.
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चीन से सप्लाई प्रभावित होने के कारण इंडस्ट्री प्रभावित
भारतीय फोन और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री चीन से होने वाले आयात पर बहुत अधिक निर्भर है. ऐसे में इस साल चीन में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बाद से ही स्मार्टफोन इंडस्ट्री के लिए कठिम समय शुरू हो गया था क्योंकि सप्लाई चेन प्रभावित हुई. मार्च तक भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे तो देश भर में लॉकडाउन लगाया गया जिसमें खाने और दवाइयों जैसी अनिवार्य वस्तुओं के अलावा सभी प्रकार की गतिविधियों पर रोक लग गई.
लॉकडाउन में ढील के बाद स्मार्टफोन की रिकॉर्ड बिक्री
लॉकडाउन के बाद स्मार्टफोन की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई. सितंबर में इसका शिपमेंट रिकॉर्ड 5 करोड़ यूनिट्स के स्तर को भी छू गया. काउंटरप्वाइंट रिसर्च के सीनियर एनालिस्ट प्राचीर सिंह के मुताबिक इस साल लॉकडाउन के कारण स्मार्टफोन इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुआ लेकिन उसके बाद स्थिति में तेजी से सुधार हुआ. कोरोना महामारी के बावजूद इस साल सालाना आधार पर शिपमेंट में महज 6 फीसदी की गिरावट रही और इस साल 14.8 करोड़ यूनिट्स का शिपमेंट रहा. उनका मानना है कि अगले साल सालाना आधार पर भारतीय स्मार्टफोन बाजार 20 फीसदी की दर से बढ़ सकता है. प्राचीर सिंह के मुताबिक जियो द्वारा अगले साल गूगल के साथ मिलकर कम कीमत पर 4जी स्मार्टफोन लांच करने और भारतीय कंपनी माइक्रोमैक्स के कमबैक से स्मार्टफोन इंडस्ट्री को विस्तार मिलेगा.
लॉकडाउन के कारण कंपनियों ने बदली रणनीति
शाओमी इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनु जैन का कहना है कि इस साल की पहली छमाही में आपूर्ति प्रतिबंध, प्रोडक्शन रिस्ट्रिक्शंस और समय पर डिलीवरी देने में कठिनाई जैसी चुनौतिया का सामना करना पड़ा. लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद मांग के मुताबिक उत्पादन शुरू किया गया और मार्केटिंग स्ट्रेटजी पर विचार किया गया. सैमसंग इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि महामारी के कारण उन्होंने सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ध्यान देना शुरू किया.
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चीन विरोधी भावना के बावजूद बिके चाइनीज स्मार्टफोन
इस साल के मध्य में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद शुरू हुआ और 'बॉयकॉट चाइना', 'गो चाइना' और 'गो चाइनीज गो' जैसे स्लोगन ट्रेंड होने लगे. इसके अलावा 'वोकल फॉल लोकल' और 'मेक इन इंडिया' भी ट्रेंड होने लगा.
टेकआर्क के फाउंडर और चीफ एनालिस्ट फैजल कवूसा के मुताबिक चीन विरोध सेटिमेंट होने के बावजूद लोगों को वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्लासेज के लिए स्मार्टफोन खरीदने की आवश्यकता के कारण चाइनीज स्मार्टफोन की खरीदारी लगातार जारी रही. कवूसा के मुताबिक सैमसंग के अलावा कोई भी नॉन-चाइचीज ब्रांड स्मार्टफोन व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं है. इस वजह से एंटी-चाइना सेंटिमेंट के बावजूद चाइनीज स्मार्टफोन की बिक्री लगातार जारी रही. भारत में टॉप 5 स्मार्टफोन में सैमसंग के अलावा शेष चार चाइनीज हैं.
25% तक बढ़ा हर दिन स्मार्टफोन का प्रयोग
महामारी के दौर में स्मार्टफोन का प्रयोग भी बढ़ा है. वीवो ने अपनी स्टडी में पाया कि महामारी की शुरूआत होने के बाद से अब हर दिन 25 फीसदी अधिक स्मार्टफोन प्रयोग करने लगे हैं और वे हर दिन लगभग सात घंटे इसका प्रयोग करते हैं. अधिकतर लोग वर्किंग, कॉलिंग, ओटीटी (ओवर द टॉप) सर्विसेज का प्रयोग, गेमिंग या सोशल मीडिया का इस्तेमाल या सेल्फी लेने में स्मार्टफोन पर समय बिताया. इसके अलावा स्मार्टफोन से कुकिंग या बागवानी सीखने जैसी गतिविधियां भी बढ़ी हैं.
शाओमी और सैमसंग के बीच पहले स्थान की लड़ाई
इस साल शाओमी और सैमसंग के बीच पहले स्थान पर कब्जे के लिए लगातार होड़ लगी रही. इसके बाद अन्य तीन स्थान के लिए वीवो, रियलमी और ओफ्पो रहे. वन प्लस, सैमंसग और एप्पल ने अपने प्रीमियम पोर्टफोलियो के जरिए ग्राहकों को आकर्षित किया. अगले साल 2021 में उपभोक्ता अपने हाथ में अधिक शक्तिशाली और औकर्षक स्मार्टफोन अपने हाथ में देखने की कल्पना कर सकते हैं. सैमसंग के मुताबिक अगले साल 2021 में तीन चीजें ट्रेंड में रहेंगी, 5जी, फोल्डेबल डिवाइसेज और ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) एंड इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी). एचएमडी ग्लोबल के वाइस प्रेसिडेंट सनमीत सिंह के मुताबिक उनका मुख्य फोकस 5जी टेक्नोलॉजी को अफोर्डेबल प्राइस पर उपलब्ध कराने का रहेगा.