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Neil Mohan became YouTube's new CEO: भारतीय-अमेरिकी नील मोहन (Neil Mohan) ने सुसान वोज्स्की (Susan Wojcicki) की जगह ली और यूट्यूब के नए सीईओ बने.
Who is Neil Mohan: भारतीय मूल के एक और व्यक्ति ने वैश्विक स्तर पर देश का मान बढ़ाया है. दरअसल मामला यह है कि एडोब (Adobe), माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और अल्फाबेट (Alphabet) के बाद अब यूट्यूब (YouTube) के शीर्ष पद पर भी एक भारतीय मूल का व्यक्ति बैठेगा. यूट्यूब की वर्तमान सीईओ सुसान वोजिकी ने गुरुवार को घोषणा की कि वह वैश्विक ऑनलाइन वीडियो-साझाकरण प्लेटफॉर्म यूट्यूब से इस्तीफा दे रही हैं, इसके बाद भारतीय-अमेरिकी नील मोहन (Neil Mohan) ने सुसान वोज्स्की (Susan Wojcicki) की जगह ली और यूट्यूब के नए सीईओ बने.
सुसान वोज्स्की ने क्या कहा?
54 वर्षीय सुसान वोज्स्की ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि वह अब परिवार, स्वास्थ्य और कुछ व्यक्तिगत योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेंगी. उन्होंने लिखा कि वह यूट्यूब छोड़ते वक्त भावुक हैं. गूगल के साथ भी काम कर चुकी वोज्स्की साल 2014 में यूट्यूब की सीईओ बनी थीं. वोज्स्की ने यूट्यूब के कर्मचारियों को एक ईमेल में लिखा कि आज लगभग 25 साल बाद मैंने यूट्यूब के प्रमुख के रूप में अपनी भूमिका से पीछे हटने का फैसला किया है. जब मैं नौ साल पहले YouTube से जुडी थी तब मेरी पहली प्राथमिकताओं में से एक अविश्वसनीय टीम को बिल्ड करना था और मुझे खुशी है कि नील मोहन उनमें से एक हैं.
कौन हैं नील मोहन?
नील मोहन एक भारतीय अमेरिकी है, जो 2007 में DoubleClick अधिग्रहण के साथ गूगल से जुड़े थे. वह 2015 में YouTube के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर बने थे. इसके बाद उन्होंने UX टीम की स्थापना की जो यूट्यूब टीवी (YouTube TV), यूट्यूब संगीत (YouTube Music) और प्रीमियम और शॉर्ट्स सहित हमारे कुछ सबसे बड़े प्रोडक्ट्स के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. नील मोहन ने स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. नील ने अपने करियर की शुरुआत ग्लोरफाइड टेक्निकल सपोर्ट से की थी. नील एक्सेंचर में सीनियर एनालिस्ट के पद पर काम कर चुके हैं.
एलीट लिस्ट में शामिल नील
YouTube के सीईओ बनने के बाद नील उन भारतीयों की लिस्ट में शुमार हो गए जो बड़े-बड़े पदों पर बैठकर देश का मान बढ़ा रहे हैं. नील माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, एडोब के सीईओ शांतनु नारायण और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई सहित यूएस-आधारित वैश्विक दिग्गजों के शीर्ष पर भारतीय मूल के सीईओ की बढ़ती सूची में शामिल होंगे. इससे पहले इंदिरा नूयी ने 2018 में पद छोड़ने से पहले 12 साल तक पेप्सिको की सीईओ के रूप में काम किया था.