/financial-express-hindi/media/post_banners/POk9VGyZRf7mYCKQiwfV.jpg)
RIL, which is one of the most cash-rich companies in India with Rs 1.3 lakh crore cash in hand, is also one of the highest indebted firms.
/financial-express-hindi/media/post_attachments/3eWFZyGGgrvywognKJ67.jpg)
रिलायंस जियो (Reliance Jio) और फेसबुक (Facebook) ग्राहकों तक पड़ोसी किराना दुकानों से सामान की डिलीवरी करने के लिए व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करने की ओर देख रही हैं. 43,574 करोड़ रुपये की डील का एलान करने के बाद मुकेश अंबानी ने कहा है कि कंपनियां शिक्षा और हेल्थकेयर सेक्टर में विस्तार करने से पहले इसकी ओर देख रही हैं. ग्रुप के सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए छोटे वीडियो मैसेज में उन्होंने कहा कि रिलायंस और जियो में सभी लोग फेसबुक का स्वागत करके खुश हैं.
फेसबुक का जियो में 43,574 करोड़ का निवेश
इससे पहले दिन में फेसबुक ने कंपनी में 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर (43,574 करोड़ रुपये) के निवेश का एलान किया था. कंपनी में अंबानी की टेलिकॉम फर्म जियो है. फेसबुक सब्सक्राइबर बेस के मामले में अपने सबसे बड़े बाजार में अपनी मौजूदगी को विस्तार करने की ओर देख रही है.
अंबानी ने कहा कि जियो के वर्ल्ड क्लास डिजिटल कनेक्चिविटी प्लेटफॉर्म और फेसबुक के भारतीय लोगों के साथ रिश्ते के साथ मिलकर आने से सभी लोगों को नए इनोवेटिव सोल्यूशंस मिलेंगे. उन्होंने कहा कि नजदीकी भविष्य में जियो का डिजिटल कॉमर्स प्लेटफॉर्म JioMart और व्हाट्सऐप लगभग 3 करोड़ छोटे भारतीय किराना दुकानों को अपने पड़ोस के हर ग्राहक के साथ डिजिटल ट्रांजैक्शन करने में सशक्त करेगा.
WhatsApp पर एक साथ 8 लोगों से हो सकेगी ग्रुप कॉल, जल्द मिल सकता है नया अपडेट
दुकानें बढ़ा सकेंगी कारोबार: अंबानी
अंबानी ने बताया कि इसका मतलब है कि आप नजदीकी लोकल दुकानों से सभी अपने रोजाना के सामान को ऑर्डर कर सकते हैं और उसकी तेज डिलीवरी प्राप्त कर सकते हैं. इसी समय छोटी किरानों की दुकानें अपना कारोबार बढ़ा सकती हैं और डिजिटल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके रोजगार के नए अवसर पैदा कर सकती हैं.
जहां फेसबुक के साथ डील रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के लिए कर्ज कम करने के लिए वैल्यू अनलॉकिंग का हिस्सा है, वहीं फेसबुक को इससे भारत में ज्यादा पहुंच मिलेगी जो चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट मार्केट है.
अभी फेसबुक के पास भारत में 400 मिलियन से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं और वह पेमेंट से जुड़े प्रोडक्ट को लॉन्च करने जा रहा है. यहां लोकल पार्टनर होने ने उसे कई रेगुलेशन से जुड़े मुद्दों में मदद मिलेगी जिसमें प्राइवेसी और लोकल स्टोरेज शामिल है.