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सोशल मीडिया की बड़ी कंपनियों फेसबुक और ट्विटर को संसद की संयुक्त समिति ने डेटा की सुरक्षा और प्राइवेसी के मुद्दे पर समन जारी किए हैं.
सोशल मीडिया की बड़ी कंपनियों फेसबुक और ट्विटर को संसद की संयुक्त समिति ने डेटा की सुरक्षा और प्राइवेसी के मुद्दे पर समन जारी किए हैं. लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी नोटिस के मुताबिक, फेसबुक इंडिया के प्रतिनिधियों को शुक्रवार को संयुक्त समिति के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. उन्हें पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल 2019 पर पेश होना है. समिति की अध्यक्षता बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी कर रही हैं. जबकि ट्विटर के अधिकारियों को पैनल के सामने 28 अक्टूबर को आना होगा.
अमेजन और गूगल को भी भेजा जा सकता है
संसद की संयुक्त समिति इसी मुद्दे पर अमेजन और गूगल के अधिकारियों को समन करने के बारे में भी सोच रही है. लेखी ने कहा कि जिसकी भी जरूरत होगी, चाहे वह व्यक्ति या कोई इकाई हो, उसे डेटा की सुरक्षा और प्राइवेसी के मुद्दे पर पैनल के सामने पेश होने के लिए कहा जाएगा और उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को पैनल द्वारा पूरी तरह जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि राजनीति की नजर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के समन को देखना अनुचित और गलत होगा. समिति में अलग-अलग राजनीतिक दलों से प्रतिनिधि हैं और बिल पर चर्चाएं राष्ट्रीय हित की दृष्टि से की जा रही हैं.
इस बीच केंद्र ने गुरुवार को ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी को एक कठोर खत भेजा है जिसमें भारतीय नक्शे को गलत तरीके से पेश करने को लेकर कड़े तौर पर अहसमति जताई गई है. इसके साथ यह जोर दिया गया है कि माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म द्वारा देश की संप्रभुता और एकता को निरादर करने की कोई भी कोशिश पूरी तरह नामंजूर है. कड़े तरीके से लिखे गए इस खत में आईटी सचिव अजय साहनी ने प्लेटफॉर्म को चेतावनी दी है कि ऐसी कोशिशें ट्विटर के लिए न केवल अपमान लाती है, बल्कि उसकी निष्पक्षता और सही होने को लेकर सवाल भी खड़ी करती हैं.