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Through this collaboration, both the companies aim to support business organisations in automation, deployment of the internet of things and cloud services. Image: Reuters
चांद पर पहला सेल्युलर कम्युनिकेशंस नेटवर्क स्थापित करने के लिए नासा ने Nokia में दिलचस्पी दिखाई है. नोकिया का कहना है कि इसकी नोकिया बेल लैब्स की डिवीजन एक 4जी कम्युनिकेशंस सिस्टम तैयार करेगी, जिसे 2022 के आखिर में लूनर लैंडर के जरिए चांद की सतह पर पहुंचाया जाएगा.
नासा 14 कंपनियों को Artemis मून लैंडिंग प्रोग्राम के लिए टेक्नोलॉजी समेत 37 करोड़ डॉलर दे रही है. इस प्रोग्राम का मकसद चांद पर लंबी अवधि के लिए मानवीय मौजूदगी को सक्षम बनाना है. यह मंगल मिशन्स के लिए एक वार्म अप की तरह है.
नासा दे रही 1.41 करोड़ डॉलर
पिछले सप्ताह नासा द्वारा घोषणा किए जाने के बाद नोकिया ने इस प्रोग्राम में अपने शामिल होने को लेकर अधिक डिटेल्स जारी कीं. नासा ने एलान किया था कि वह नोकिया की अमेरिकी यूनिट को चांद पर पहले सेल्युलर नेटवर्क के लिए 1.41 करोड़ डॉलर दे रही है. नासा क्रियोजेनिक फ्लूइड मैनेजमेंट, लूनर सरफेस इनोवेशन और डेसेंट व लैंडिंग क्षमता में अन्य इनोवेशन की भी फंडिंग कर रही है.
नोकिया का कहना है कि चांद पर उसका नेटवर्क अंतरिक्षयात्रियों को टास्क्स के लिए महत्वपूर्ण कम्युनिकेशंस क्षमताएं उपलब्ध कराएगा, जैसे- लूनर रोवर्स का रिमोट कंट्रोल, रियल टाइम नेविगेशन, एचडी वीडियो स्ट्रीमिंग. इक्विपमेंट में बेस स्टेशन, एंटीना और सॉफ्टवेयर शामिल है. इक्विपमेंट को अंतरिक्ष में हार्श लॉन्चेज, लूनर लैंडिंग्स और बेहद मुश्किल हालात का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है.
Intuitive Machines कर रही साझेदारी
चांद पर सेल्युलर नेटवर्क की दिशा में नोकिया अमेरिकी कंपनी Intuitive Machines के साथ साझेदारी कर रही है. Intuitive Machines को नासा ने स्मॉल हॉपर लैंडर बनाने के लिए चुना है, जो लूनर क्रिएटर्स को एक्सेस कर सकता है और शॉर्ट डिस्टेंस के अंदर चांदी की सतह के हाई रिजॉल्यूशन सर्वे कर सकता है. नोकिया के चीफ टेक्नोलॉजी अधिकारी मार्कस वेलडन का कहना है कि भरोमंद, रिसीलिएंट और हाई कैपेसिटी कम्युनिकेशंस नेटवर्क्स चांद की सतह पर लंबी अवधि के लिए मानवीय मौजूदगी को सहयोग देने में अहम होंगे.