scorecardresearch

Koo App: तेजी से बढ़ रही है कू ऐप की लोकप्रियता, डाउनलोड्स का आंकड़ा 5 करोड़ के पार

Koo App: पिछले कुछ माह में ऐप के इंस्टॉल करने वाले यूजर्स और इस पर बिताए जाने वाले औसत समय में बढ़ोतरी हुई है.

Koo App: पिछले कुछ माह में ऐप के इंस्टॉल करने वाले यूजर्स और इस पर बिताए जाने वाले औसत समय में बढ़ोतरी हुई है.

author-image
FE Hindi Desk
एडिट
New Update
Koo App

माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप (Koo App) ने इस साल जनवरी से लेकर अब तक 5 करोड़ डाउनलोड्स का आंकड़ा पार कर लिया है.

Koo App: माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप (Koo App) ने इस साल जनवरी से लेकर अब तक 5 करोड़ डाउनलोड्स का आंकड़ा पार कर लिया है. इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूजर्स की संख्या में अच्छी-खासी बढ़ोतरी देखने को मिली है. इतना ही नहीं, यूजर्स द्वारा प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल में दिए जाने वाले वक्त में भी इजाफा हुआ है. पिछले कुछ माह में ऐप के इंस्टॉल करने वाले यूजर्स और इस पर बिताए जाने वाले औसत समय में बढ़ोतरी हुई है. वर्तमान में, कू ऐप हिंदी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़, तमिल, तेलुगू, असमिया, बंगाली और अंग्रेजी समेत 10 भाषाओं में उपलब्ध है. कू ऐप पर 7500 से अधिक मशहूर हस्तियां, लाखों छात्र, शिक्षक, उद्यमी, कवि, लेखक, कलाकार, अभिनेता मौजूद हैं.

Govt Hikes Ethanol Price: सरकार ने इथेनॉल की कीमत बढ़ाई, पेट्रोल में मिश्रण को 20% तक बढ़ाने की है योजना

कंपनी का बयान

Advertisment

इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कू ऐप के सीईओ और सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा, “5 करोड़ डाउनलोड का मील का पत्थर पार करने पर हम काफी उत्साहित महसूस कर रहे हैं. यह प्लेटफॉर्म ‘सबसे पहले भारत’ को ध्यान में रखते हुए बहुभाषी सोशल मीडिया नेटवर्क पर विचारों को साझा करने में अलग-अलग जुबान बोलने वाले भारतीयों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है. हमारे प्लेटफॉर्म की तेजी से होती बढ़ोतरी और इसे अपनाया जाना इस बात का प्रमाण है कि हम भारतीयों के बीच तेजी के साथ लोकप्रिय हो रहे हैं.”

Amrit Mahotsav Deposit: IDBI बैंक की खास स्कीम, इस अमृत महोत्सव डिपॉजिट पर मिलेगा 7.50% रिटर्न

अप्रमेय ने आगे कहा, “अभी आगे बढ़ने की काफी संभावनाएं हैं. देश में तकरीबन 80 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं, जिनमें से ज्यादातर अपनी मूल जुबान में खुद को अभिव्यक्त करना चाहते हैं. इन यूजर्स के विचारों का आदान-प्रदान आपसी समूहों और जान-पहचान के लोगों तक ही सीमित है और ये ओपन इंटरनेट में आजाद अभिव्यक्ति और खोजे जाने में सक्षम नहीं हैं. हमें देसी भाषा बोलने वाले 90 प्रतिशत भारतीयों को एकजुट करने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सक्षम करने के हमारे मिशन पर गर्व है. हम जैसे-जैसे आगे बढ़ेंगे, भारत और दुनियाभर में मूल जुबान बोलने वाले यूजर्स के लिए डिजिटल आजादी को तेज करने के लिए ‘सबसे पहले यूजर’ के लक्ष्य के साथ मंच का निर्माण और अपनी तकनीक में निवेश का सिलसिला जारी रखेंगे.”

Koo App Technology News Technology