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रूस में सेवाएं बंद करने और रूस के लोगों के पेड मेंबरशिप को रोकने के चलते इसके पेड नेट एडीशन में 7 लाख की गिरावट हुई. अगर इसे निकाल दें तो नेटफ्लिक्स का पेड नेट एडीशन करीब 5 लाख होता. (Image- Reuters)
Netflix Loses Subscribers: रूस-यूक्रेन की लड़ाई ने दिग्गज ओटीटी (ओवर द टॉप) प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स को तगड़ा झटका दिया है. पिछले एक दशक से अधिक लंबे समय में पहली बार ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स (Netflix) के सब्सक्राइबर में कटौती हुई है. मंगलवार को जारी तिमाही नतीजे के मुताबिक इस साल की पहली तिमाही जनवरी-मार्च 2022 में नेटफ्लिक्स के करीब 2 लाख सब्सक्राइबर्स कम हो गए जबकि ओटीटी प्लेटफॉर्म ने पिछली मार्च 2022 तिमाही में 25 लाख सब्सक्राइबर्स के एडीशन का अनुमान लगाया था. अब अप्रैल-जून तिमाही में भी 20 लाख सब्सक्राइबर्स के नुकसान का अनुमान है. मार्च तिमाही की समाप्ति पर नेटफ्लिक्स के 22.16 करोड़ ग्राहक थे.
रूस-यूक्रेन की लड़ाई ने दिया तगड़ा झटका
शेयरधारकों को लिखे पत्र के मुताबिक नेटफ्लिक्स को सबसे तगड़ा झटका रूस और यूक्रेन की लड़ाई ने दिया. रूस में सेवाएं बंद करने और रूस के लोगों के पेड मेंबरशिप को रोकने के चलते इसके पेड नेट एडीशन में 7 लाख की गिरावट हुई. अगर इसे निकाल दें तो नेटफ्लिक्स का पेड नेट एडीशन करीब 5 लाख होता. पेड नेट एडीशन का मतलब है कि कुछ लोगों ने नेटफ्लिक्स को अनसब्सक्राइब किया होगा तो कुछ सब्सक्राइबर जुड़े होंगे तो ओवरऑल कितने जुड़े यानी कि सब्सक्राइब्ड में से अनसब्सक्राइब्ड की संख्या निकालने पर पेड नेट एडीशन आएगा.
इन चार वजहों से गिरे सब्सक्राइबर्स
- शेयरधारकों को लिखे पत्र में नेटफ्लिक्स ने सबसे पहली वजह ऐसी बताई है जो उसके प्रत्यक्ष नियंत्रण में नहीं है. जैसे कि कई यूजर्स टीवी पर नेटफ्लिक्स देखते हैं लेकिन अभी इनकी संख्या में उछाल नहीं दिख रहा है. इसके अलावा ऑन-डिमांड एंटरटेनेंट और डेटा कॉस्ट भी फेवरेबल नहीं है. हालांकि कंपनी का मानना है कि समय के साथ इसमें सुधार हो सकता है और जिन परिवारों में ब्रॉडबैंड कनेक्शन है, वे नेटफ्लिक्स ग्राहक बन सकते हैं.
- नेटफ्लिक्स के करीब 22 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं लेकिन इनके अलावा भी करीब 10 करोड़ परिवारों में नेटफ्लिक्स के जरिए मनोरंजन होता है जिसमें से 3 करोड़ से अधिक परिवार तो अमेरिका-कनाडा क्षेत्र से हैं. पेड मेंबरशिप के मुकाबले अकाउंट शेयरिंग का फीसदी आंकड़ा कई वर्षों से लगभग स्थिर रहा है लेकिन ऊपर दिए गए पहली वजह के साथ मिलाकर देखें तो कंपनी के लिए चुनौतियां बड़ी हैं.
- प्रतिस्पर्धी कंपनियों से कड़ी चुनौतियां.
- धीमी आर्थिक ग्रोथ, बढ़ती महंगाई, रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई और कोरोना के फिर से बढ़ते मामले.
निवेशकों की पूंजी में भारी गिरावट
सब्सक्राइबर्स की संख्या में भारी गिरावट के चलते निवेशकों के मन में यह आशंका बनी कि नेटफ्लिक्स का अच्छा दौर अब बीत चुका है. इस वजह से इसके शेयरों में 25 फीसदी की भारी गिरावट देखी गई. अब अगर आज बुधवार (20 अप्रैल) को भी शेयर भाव में इतनी गिरावट होती है तो इस साल इसकी वैल्यू आधे से अधिक फिसल सकती है और चार महीने से भी कम समय में निवेशकों की दौलत 15 हजार करोड़ डॉलर (11.46 लाख करोड़ रुपये) साफ हो सकती है.
अब आगे की क्या है योजना?
नेटफ्लिक्स अब अकाउंट शेयरिंग को प्रॉफिटेबल बनाने के लिए इसे पेड करने की योजना बनी रही है जिसमें सब्सक्राइबर्स को किसी से आईडी-पासवर्ड साझा करने केलिए कुछ अतिरिक्त पे करना होगा. कंपनी यह फीचर कुछ देशों में शुरू भी कर चुकी है. इसके अलावा यह कम दाम वाले और विज्ञापन वाले वर्जन पेश करने की योजना पर काम कर रही है.
(सोर्स: नेटफ्लिक्स)