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Apple plans to reduce carbon footprint of iPhones.
Tata Group Deal : भारत की दिग्गज कंपनी टाटा अब आईफोन (iPhone) का निर्माण भी शुरू करने की तैयारी में है. इसके लिए टाटा ग्रुप और ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्प (Wistron Corp.) के बीच आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर बातचीत को दौर जारी है. अगर दोनों कंपनियों के बीच में बातचीत सफल रहती है, तो टाटा भारत की पहली ऐसी कंपनी होगी जो आईफोन का निर्माण करेगी. यानी आने वाले समय में यूजर्स को टाटा के बनाए आईफोन देखने को मिल सकते हैं.
2017 से भारत में हो रही है मैन्युफैक्चरिंग
देश में साल 2017 से ही आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग का काम किया जा रहा है. यहां पर आईफोन के बेस वेरियंट की असेंबलिंग का काम होता है. देश में मौजूद विस्ट्रॉन और फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में अब तक iPhone 11, iPhone 12 और iPhone 13 का प्रोडक्शन होता रहा है.इस बीच खबर है कि एपल कंपनी भारत में अपने प्रो लेवल आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग भी शुरू करने की तैयारी कर रही है. क्योंकि हाल ही में एपल ने iPhone 14 सीरीज को लॉन्च किया है. इस आईफोन सीरीज में iPhone 14, iPhone 14 Plus, iPhone 14 Pro और iPhone 14 Pro Max शामिल हैं.
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फाइनल स्टेज में है डील
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा ग्रुप और ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्प के बीच में डील फाइनल स्टेज में है. रिपोर्ट की माने तो टाटा ग्रुप न सिर्फ विस्ट्रॉन की भारतीय मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में हिस्सेदारी खरीदेगा, बल्कि विस्ट्रॉन के साथ मिलकर एक नया जॉइंट असेंबलिंग प्लांट को भी शुरू कर सकता है. इससे युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे. साथ ही यह डील इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में चीन के प्रभुत्व को सीधी टक्कर देगी.
मौजूदा वक्त में भारत में दो ऐसी कंपनियां हैं तो आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग का काम करती है. विस्ट्रॉन और फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी नाम की ये दोनों ही कंपनी ताइवान की हैं. भारत के साथ ही इन दोनों कंपनियों के चीन में भी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स हैं. अगर दोनों कंपनियों में डील तय हो जाती है और देश में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो जाएगी तो iPhone का इम्पोर्ट नहीं करना पड़े. इम्पोर्ट टैक्स नहीं लगने से आईफोन की कीमतों में कमी होगी, जिसका सीधा फायदा यहां के लोगों को होगा.